अमेरिका से डिपोर्ट किए गए 104 भारतीयों को कई देशों में मिलेगा बैन, जानें क्यों

अमेरिका से अवैध तरीके से रहने वाले 104 भारतीयों को हाल ही में भारत डिपोर्ट किया गया है। बुधवार को एक सैन्य विमान ने इन भारतीय प्रवासियों को भारत लौटाया, और यह विमान अमृतसर के एयरपोर्ट पर उतरा। जिन 104 लोगों को डिपोर्ट किया गया है, उनमें से अधिकांश गुजरात और हरियाणा के हैं, जबकि पंजाब, यूपी, महाराष्ट्र, और चंडीगढ़ से भी कुछ लोग शामिल हैं। हालांकि, अब सवाल ये उठ रहा है कि क्या इन लोगों को भविष्य में अमेरिका या अन्य देशों में जाने की अनुमति मिलेगी?

 प्रवासियों को करना पड़ेगा बैन का सामना?

इन 104 डिपोर्ट किए गए भारतीयों के बायोमीट्रिक स्कैन किए गए हैं और इसके बाद ये लोग भविष्य में अमेरिका में फिर से प्रवेश नहीं कर पाएंगे। भले ही उनके पास वैध दस्तावेज क्यों न हों, उनका अमेरिका में प्रवेश अब असंभव होगा। इसका मतलब है कि इन्हें न केवल अमेरिका, बल्कि कई अन्य देशों में भी जाने से रोका जा सकता है।
अमेरिका की वीजा नीति 20 देशों के साथ साझा की जाती है, और इनमें कनाडा, न्यूजीलैंड, ऑस्ट्रेलिया, ब्रिटेन जैसे प्रमुख देश शामिल हैं। इन देशों की वीजा पॉलिसी अमेरिका से मेल खाती है, इसलिए इन डिपोर्ट किए गए भारतीयों को इन देशों में भी वीजा नहीं मिल सकेगा।

अमेरिका की कड़ी अप्रवासन नीति

नई दिल्ली में अमेरिकी दूतावास के प्रवक्ता ने बताया कि वाशिंगटन सरकार ने अप्रवासन कानूनों को और कड़ा किया है और अवैध प्रवासियों को अपने देश से बाहर करने की प्रक्रिया को तेज कर दिया है। यह कार्रवाई पीएम मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की आगामी बैठक से कुछ दिन पहले की गई है, जिससे यह संकेत मिलता है कि यह कदम भारत-अमेरिका संबंधों के संदर्भ में लिया गया है। ट्रंप के कार्यकाल के दौरान, यह अवैध भारतीय प्रवासियों का पहला जत्था है जिसे वापस भेजा गया है।

डिपोर्टेशन के दौरान हुईं कठिनाइयाँ

अमेरिका से वापस भेजे गए इन 104 भारतीयों को भारत लौटने तक बहुत सी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। इन प्रवासियों के हाथ और पैरों को विमान में जंजीरों से बांधकर रखा गया था, जो कि उनके लिए काफी दर्दनाक अनुभव रहा। हालांकि, अब इन सभी लोगों की भारत में जांच की जाएगी।

कौन से प्रवासी होंगे आरोपों से मुक्त?

हालांकि, इनमें से कुछ प्रवासियों को कानूनी दंड का सामना नहीं करना पड़ेगा। जैसे वो लोग जिन्होंने अमेरिका में टूरिस्ट वीजा लेकर प्रवेश किया था, लेकिन कुछ समय बाद वहीं अवैध रूप से रहने लगे। इन पर कोई केस नहीं होगा, क्योंकि इनका अपराध सिर्फ अमेरिका की जमीन पर अवैध रूप से रहना था।
वहीं, ऐसे भारतीय जो अमेरिका में अवैध रूप से रहने के अलावा भारत में अपराध करके वहां भाग गए थे, उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इन पर भारत में अपराध करने के आरोप हो सकते हैं और इसके बाद उन्हें न्यायिक कार्रवाई का सामना करना पड़ सकता है।

भारत में क्या होगा इन डिपोर्ट किए गए प्रवासियों का?

भारत में, इन डिपोर्ट किए गए प्रवासियों की जांच की जाएगी और अगर इनमें से किसी ने भारतीय कानून का उल्लंघन किया है, तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा सकती है। उदाहरण के लिए, अगर किसी ने भारत में अपराध किया और फिर अमेरिका भाग गया, तो उसे भारत में लौटने के बाद मुकदमे का सामना करना पड़ सकता है।
इसके अलावा, इस मामले से यह सवाल भी खड़ा हुआ है कि क्या भारत सरकार भविष्य में ऐसे मामलों में और सख्त कदम उठाएगी। क्या विदेशों में अवैध रूप से रहने वाले भारतीयों की संख्या कम होगी, और क्या सरकार को भविष्य में ऐसे प्रवासियों को बचाने के लिए कोई ठोस योजना बनानी चाहिए?

भविष्य में क्या होगा?

अमेरिका और अन्य देशों की सख्त नीतियों के कारण अब यह अवैध प्रवासी अपने भविष्य के लिए मुश्किलों में फंस सकते हैं। इन देशों में प्रतिबंध के कारण इन्हें न सिर्फ अपने पुराने देश में लौटना पड़ा, बल्कि भविष्य में कहीं और जाने का सपना भी टूट सकता है। आगे चलकर, यह देखने की बात होगी कि भारत सरकार इस मुद्दे पर किस तरह का कदम उठाती है, और क्या भविष्य में ऐसे प्रवासियों के लिए किसी तरह की राहत दी जाएगी।

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