फिल्म ‘तुम्बाड’ एक ऐसी कहानी है जिसने भारतीय सिनेमा के परिदृश्य को बदल दिया। इस छोटी बजट की फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर ज्यादा सफल नहीं हुई, लेकिन ओटीटी पर इसका जादू चल गया और यह अब एक कल्ट फिल्म बन चुकी है। इसके बनने की कहानी भी कम रोमांचक नहीं है—21 साल का संघर्ष, निर्माताओं का मना करना, और आखिरकार एक शानदार सफलता।
तुम्बाड की कहानी
‘तुम्बाड’ एक भारतीय हॉरर फिल्म है, जिसका निर्देशन राही अनिल बर्वे ने किया है। फिल्म का निर्माण सोहम शाह, आनंद एल. राय, मुकेश शाह और अमिता शाह ने किया है। इस फिल्म में सोहम शाह ने विनायक राव की मुख्य भूमिका निभाई है, जो एक छोटे भारतीय गांव तुम्बाड में 20वीं सदी के छिपे हुए खजाने की खोज में निकले हैं।
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आपको जानकर हैरानी होगी कि इस फिल्म का पहला ड्राफ्ट 1997 में लिखा गया था। इसका शीर्षक श्रीपाद नारायण पेंडसे के मराठी उपन्यास ‘तुम्बाडचे खोट’ से लिया गया था। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, राही ने 2009-2010 में 700 पन्नों का स्टोरीबोर्ड तैयार किया था।
फिल्म बनाने में आए कई अड़चन
फिल्म का निर्माण 2008 में शुरू हुआ था, लेकिन निर्माताओं के अचानक पीछे हट जाने के कारण शूटिंग रुक गई। फिल्म को 2012 में फिर से फ्लोर पर लाया गया, लेकिन संपादन के दौरान निर्देशक संतुष्ट नहीं हुए। इसके बाद फिल्म को 2015 में फिर से लिखा और शूट किया गया। राही अनिल बर्वे के मुताबिक, कई निर्माताओं ने इस परियोजना का समर्थन करने से इनकार कर दिया, क्योंकि हिंदी सिनेमा में इससे पहले ऐसा कुछ भी नहीं किया गया था।
फिल्म को 5 साल और 4 मानसून में शूट किया गया, जिससे बजट काफी बढ़ गया। इसके चलते सोहम शाह और अन्य निर्माताओं को अपने व्यक्तिगत सामान जैसे घर और कार बेचना पड़ा।
घर और कार को बेच कर बनी है ‘तुम्बाड’
सोहम शाह ने एक इंटरव्यू में बताया कि फिल्म के निर्माण के दौरान उन्होंने अपने घर और कार को बेच दिया था। उन्होंने कहा, “फिल्म पूरी होने तक मैं आर्थिक रूप से थक चुका था। इन सात सालों में मुझे अपना फ्लैट बेचना पड़ा और कुछ अन्य प्रॉपर्टी भी बेचनी पड़ी। अंततः अपनी कार भी बेचनी पड़ी।”
आखिरकार, आनंद एल. राय ने फिल्म को प्रोड्यूस किया और ‘तुम्बाड’ 2018 में रिलीज हुई। फिल्म का बजट 5 करोड़ रुपये था, लेकिन बॉक्स ऑफिस पर यह सिर्फ 13 करोड़ रुपये ही कमा पाई। हालांकि, जब फिल्म ओटीटी प्लेटफॉर्म पर रिलीज हुई, तो इसने दर्शकों का दिल जीत लिया और हिट हो गई। अब इस फिल्म को सिनेमाघरों में फिर से रिलीज किया गया है और इसके नाम पर दो राष्ट्रीय पुरस्कार भी आए हैं।