राजस्थान BJP में गुटबाजी की पोल खुली, Ex MP रामनारायण डूडी की वसुंधरा को CM Face बनाने की मांग
Jaipur : राजस्थान विधानसभा चुनाव इस साल दिसंबर में होने है लेकिन उससे पहले बड़े नेताओ के समर्थक और कार्यकर्ता अपने नेता को मुख्यमंत्री का चेहरा बनाने का वाणी – विलास बड़े मंचो से शुरू कर दिया है. पूर्व राज्यसभा सांसद रामनारायण डूडी ने अपनी नेता पूर्व सीएम वसुंधरा राजे को सीएम चेहरा बनाने की मांग करके राजस्थान भाजपा में सब ठीक नाह होने का संकेत दे दिया है. राजस्थान भाजपा में गुटबाजी अब खुलकर सामने आने लगी है.
राजे समर्थक पूर्व सांसद डूडी ने नेतृत्व पर उठाए सवाल
बीजेपी के राज्यसभा के पूर्व सांसद और वसुंधरा राजे समर्थक रामनारायण डूडी ने केंद्रीय नेतृत्व पर सवाल उठाया है. उन्होंने चुनाव से पहले बीजेपी को बिना दूल्हे की बारात बता दिया है. डूडी ने कहा कि राजस्थान बीजेपी के अंदर बिंद (दूल्हा) का अभाव है. बारात में चलना है, दूल्हा तो है नहीं, बारात किसकी ले जा रहे हैं. जब आगे दूल्हा होगा तो बारात होगी. उन्होंने सीएम चेहरे पर वसुंधरा राजे को लाने की मांग की.
डूडी ने जोधपुर के भोपालगढ़ विधानसभा क्षेत्र की देवरी धाम में बीजेपी के बूथ सशक्तिकरण कार्यशाला में यह बात कही. कार्यशाला चार दिन पहले हुई थी. लेकिन इसका वीडियो अब सामने आया है. इस दौरान कार्यशाला में डूडी ने कहा कि राजस्थान बीजेपी में अभी दूल्हे का अभाव है. अध्यक्ष जी मेरी बात को आगे तक पहुंचा देना, अगर मेरी बात अनुशासनहीनता है तो यह बात आगे पहुंचा देना.
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पूर्व राज्यसभा सांसद डूडी यही नहीं रुके, एक कदम आगे बढ़कर यह भी कहा कि, आज देश का नेतृत्व देख लीजिए नरेंन्द्र मोदी जी के नाम पर लोकसभा की सीटें आती हैं, पूरे देश में मोदी जी का करिश्मा है. उनके नाम पर एमपी की सीटें आती हैं, 2014 में केंद्र में कोई मुद्दा ही नहीं था सिर्फ मोदी करिश्मा और सक्षम नेतृत्व था. इसकी वजह से 2013 से 2018 तक सीएम वसुंधरा राजें के नेतृत्व में 25 एमपी की सभी सीटें आई थीं.
पूर्व सांसद डूडी ने वसुंधरा राजे की तुलना पीएम नरेंद्र मोदी से की
पूर्व राज्यसभा सांसद डूडी यही नहीं रुके, एक कदम आगे बढ़कर यह भी कहा कि, आज देश का नेतृत्व देख लीजिए नरेंन्द्र मोदी जी के नाम पर लोकसभा की सीटें आती हैं, पूरे देश में मोदी जी का करिश्मा है. उनके नाम पर एमपी की सीटें आती हैं, 2014 में केंद्र में कोई मुद्दा ही नहीं था सिर्फ मोदी करिश्मा और सक्षम नेतृत्व था. इसकी वजह से 2013 से 2018 तक सीएम वसुंधरा राजें के नेतृत्व में 25 एमपी की सभी सीटें आई थीं.