Foreign Transaction Racket:जानिए क्रिकेट सट्टेबाज कैसे करते हैं अरबों रुपये की हेराफेरी
Ahmedabad, Gujarat : सट्टेबाजो ने एक ही मैच पर करोड़ों रुपये का वित्तीय लेनदेन करने के लिए एक अलग नेटवर्क स्थापित किया है। सट्टेबाजो ने भूतिया बैंक खातों और किराए के बैंक खातों के सहारे अरबों रुपये का लेन-देन करने का बड़ा खुलासा हुआ है. ऐसा ही एक बड़ा हवाला मामला अहमदाबाद क्राइम ब्रांच के हाथ लगा है। पुलिस ने करीब एक माह पहले किए गए क्रिकेट सट्टे के एक मामले में 1400 करोड़ रुपए के वित्तीय लेनदेन को जब्त किया है।
चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है कि, महज एक महीने के दौरान 11 बैंक खातों से 11 लोगों और अलग-अलग फर्मों से 1400 करोड़ रुपये का लेन-देन किया गया. अहमदाबाद के एक युवक के नाम से खोले गए बैंक खाते में 170 करोड़ रुपये का आधा लेन-देन हुआ है. इस मामले में क्राइम ब्रांच ने सट्टेबाज राकेश राजदेव समेत पांच लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज की है. क्राइम ब्रांच के डीसीपी चैतन्य मांडलिक (IPS Chaitanya Mandlik) ने बताया कि छापेमारी के दौरान टॉमी उंझा और राकेश राजदेव की लाइन चल रही थी. मुमकिन है कि सट्टेबाजो का यह रैकेट और बड़े खुलासे होंगे.
कैसे सामने आया घोटाला ?
क्राइम ब्रांच ने एक महीने पहले क्रिकेट सट्टा मामले में मेहुल पुजारा समेत अन्य आरोपियों को गिरफ्तार किया था। क्राइम ब्रांच की जांच में आरोपियों द्वारा किए गए आर्थिक लेन-देन की पोल खुल गई. जांच के दौरान पुलिस ने आकाश ओझा नामक युवक से पूछताछ की तो फर्जी हस्ताक्षर से बैंक खाता खुलवाने की बात सामने आई। अहमदाबाद के नरोडा इलाके में रहने वाले कर्मेश पटेल और आशिक उर्फ रवि पटेल ने आकाश ओझा को कर्ज दिलाने का झांसा देकर आधार कार्ड और पैन कार्ड बनवा लिया. दस्तावेजों के आधार पर आकाश के नाम से फर्जी हस्ताक्षर से इंडसइंड बैंक (IndusInd Bank) में खाता खोला गया। बैंक खाते का एक्सेस हरिकेश पटेल खासतौर पर बुकी राकेश राजदेव को दिया गया था। क्राइम ब्रांच की जांच में खुलासा हुआ कि हरिकेश पटेल ने आकाश ओझा के साथ मिलकर 11 बैंक खातों में करोड़ों रुपए का लेन-देन किया था। आकाश के फर्जी बैंक खाते की जाँच के दौरान पुलिस को और 10 फर्जी बैंक के खाते मिले हैं।
हर तीन महीने में 170 करोड़ का लेनदेन
आकाश ओझा के इंडसइंड बैंक खाते में 5 अप्रैल 2022 से 16 जुलाई 2022 तक 170 करोड़ रुपये से अधिक का लेन-देन हुआ है। आकाश के बैंक खाते में एक के बाद दूसरे और दूसरे के बाद तीसरे खाते में कुछ राशि जमा हुई थी. आकाश के बैंक खाते का इस्तेमाल क्रिकेट सट्टे में जीत-हार के लेन-देन के लिए किया जाता रहा है.
बेंको के मुख्य खातों की जांच जारी है
पंजाब नेशनल बैंक (PNB BANK) के नोवा एंटरप्राइजेज, एचडीएफसी बैंक (HDFC BANK) में श्री शक्ति इंटरप्राइजेज और आईडीएफसी बैंक (IDFC BANK) में सुखसागर हॉलीडेज के नाम से तीन मुख्य खातों से सात अन्य खातों में 500 करोड़ रुपये का लेन-देन किया गया है. अन्य सात खातों में, एम. ए. ट्रेडर्स, अक्षत मल्टी ट्रेडर्स, सागर एंटरप्राइजेज, अमित ट्रेडर्स, एलेक्स मल्टी ट्रेडिंग, आर्यन एंटरप्राइजेज और मेसर्स विनायक इलेक्ट्रॉनिक्स शामिल हैं। पुलिस फिलहाल इस बात की जांच कर रही है कि इन सभी खातों का मालिक कौन है और इन्हें कैसे खोला गया।
दुबई से चलता है नेटवर्क
गुजरात पुलिस के रेकॉर्ड में सट्टेबाज के तौर पर दर्ज राकेश राजदेव उर्फ आरआर समेत ज्यादातर सट्टेबाज पिछले कई सालों से दुबई से अपना कारोबार चला रहे हैं. लगभग सभी सट्टेबाज दुबई से अपना काला कारोबार संचालित कर रहे हैं क्योंकि क्रिकेट में सट्टेबाजों को खुला माहौल मिलता है। दुबई में रहने वाले राकेश राजदेव और उसका साथी खन्ना ने अहमदाबाद के शाहीबाग में रहने वाले हरिकेश प्रणवकुमार पटेल को निर्देश देकर अरबों रुपये का लेन-देन किए होने का खुलासा हुआ है.
राकेश राजदेव का इतिहास
राजकोट के राकेश राजदेव उर्फ आरआर के खिलाफ गुजरात पुलिस रेकॉर्ड में क्रिकेट सट्टे के कई मामले आज भी दर्ज हैं. राकेश के खिलाफ दो साल पहले अहमदाबाद क्राइम ब्रांच में 3.55 करोड़ की धोखाधड़ी की शिकायत भी दर्ज की गई थी। अहमदाबाद के शैवल पारिख को राकेश राजदेव ने सस्ता सोना देने की लालच देकर करोड़ों रुपए गबन कर लिए है. हालांकि जानकारी सामने आई है कि कोर्ट में मामला सुलझ गया है। राकेश राजदेव पहले भी अखबार में विज्ञापन देकर खुद को जेंटलमैन होने का दावा कर चुके हैं.