विश्व के खूंखार सीरियल किलरों की ख़ूनी हकीकत

Ahmedabad : दुनिया के इन हत्यारो की ख़ूनी हकीकत से आज आपको OTT इंडिया की विशेष रिपोर्ट में बारीकी से जानकारी देंगे, आइए जाने इन हत्यारो के बारे में…चार्ल्स शोभराज अकेला ऐसा खूंखार हत्यारा नहीं है जो खुला घूम रहा है. उससे पहले भी कई ऐसे सीरियल किलर हो चुके हैं जिन्होंने दिल दहलाने वाली घटनाओं को अंजाम दिया है.नेपाल की सुप्रीम कोर्ट ने पिछले सप्ताह बिकिनी किलर चार्ल्स शोभराज की एक साल की सजा माफ कर उसे रिहा कर दिया. नेपाल सरकार ने उसे फ्रांस भेजा है जहां उसकी मां और बेटी उसका इंतजार कर रही थीं. चार्ल्स शोभराज 78 वर्ष का हो चुका है. उस पर तकरीबन 24 हत्याओं का आरोप हैं, जिनमें से 14 उसमें थाईलैंड में की थी. हालांकि वह अभी तक दो ही हत्याओं का दोषी ठहराया गया है. पहली बार वह 2004 में अमेरिकन पर्यटन कॉनी रो ब्रॉजिंच की हत्या का दोषी पाया गया था. कॉनी की हत्या 1975 में हुई थी. इसके अलावा वह अपने कनाडाई सहयोगी लॉरेंट की हत्या में भी दोषी साबित हुआ था. हालांकि वह अकेला ऐसा खूंखार हत्यारा नहीं है जो खुला घूम रहा है. उससे पहले भी कई ऐसे सीरियल किलर हो चुके हैं जिन्होंने दिल दहलाने वाली घटनाओं को अंजाम दिया है. 


बिकिनी किलर चार्ल्स शोभराज
चार्ल्स शोभराज बिकिनी किलर के नाम से मशहूर था. नेपाल में वह अमेरिकी महिला की हत्या में उम्रकैद की सजा काट रहा था, कोर्ट ने चार्ल्स की उम्र ओर उसके अच्छे व्यवहार को देखते हुए उसकी सजा एक साल माफ कर दी और 19 साल बाद वह रिहा हो गया. दरअसल अमेरिकी महिला की हत्या के मामले में उसे उम्रकैद की सजा दी गई थी. नेपाल में उम्रकैद की सजा 20 साल की है. वह 2003 से जेल में था जब उसे नेपाल के एक कैसिनो से पकड़ा गया था. चार्ल्स को बिकनी किलर इसलिए कहा जाता है क्योंकि उसने सबसे ज्यादा महिलाओं को ही अपना शिकार बनाया था. वह अपने महिला पर्यटकों से दोस्ती करता था, फिर उनके खाने में ड्रग मिलाकर उन्हें दूर इलाके में ले जाकर उनकी हत्या कर देता था. ऐसा कहा जाता है कि वह कई बार विक्टिम को दवाई देकर डायरिया का शिकार बनाता था और गला दबाने से पहले उन पर चाकू या गोली से वार करता था.
पति के साथ हत्याएं करती थी चार्लीन गैलेगो
कैलीफॉर्निया के सैक्रेमेंटो में दहशत का कारण बनी चार्लीन गैलेगो हत्याओं की वारदात अपने पति गेराल्ड के साथ करती थी. 1970 के दशक में पति-पत्नी ने मिलकर 10 से ज्यादा नाबालिगों को किडनैप किया और उनकी हत्या कर दी. पुलिस रिपोर्ट के मुताबिक दोनों हत्यारे रफ सेक्स के लिए नाबालिग लड़कियों का अपहरण करते थे और रेप के बाद उनकी बॉडी को जला देते थे. दोनों हत्यारे एक साथ 1980 में पकड़े गए थे जब एक पीड़ित लड़की के दो दोस्तों ने इसकी शिकायत की थी. मामले में गेराल्ड को मौत की सजा सुनाई गई थी. चार्लीन को उम्रकैद की सजा मिली थी, लेकिन पति के खिलाफ गवाही देने की वजह से उसकी सजा 16 साल 8 महीने कम कर दी गई थी. ऐसा कहा जाता है कि 1997 में जेल से रिहा होने के बाद चार्लीन अपना नाम बदलकर रह रही है. वहीं 2002 में गेराल्ड की कैंसर से जेल में ही मौत हो गई थी.
ब्रा के स्ट्रेप से मारने वाला जिरी स्ट्राका
जिरी स्ट्राका भी ऐसा ही खूंखार किलर था, जिसने बेहद कम उम्र में महिलाओं को अपना शिकार बनाया था. उसे स्पार्टाकियाड किलर इसलिए कहा जाता था, क्योंकि उसने ज्यादातर हत्याएं सोवियत स्पार्टाकियाड स्पोर्ट इवेंट के दौरान की थीं. पुलिस के मुताबिक जिरी ने फरवरी से अगस्त 1985 तक पराग में 11 महिलाओं पर हमला किया था. इनमें से वे महिलाएं शामिल थीं जिनकी उम्र 20 वर्ष से 54 वर्ष तक की थी. इनमें से एक महिला की हत्या उसने उसी की ब्रा के स्ट्रेप से गला घोंटकर कर दी थी, दूसरी को पत्थर से मार डाला और तीसरी महिला के मुंह में अंडरवियर, पत्थर और मिट्टी तब तक ठूंसकर रखी थी, जब तक उसकी दम नहीं घुट गई. हत्याओं को अंजाम देते वक्त उसकी उम्र 15 से 16 साल थी, मई 1985 में जिरी को गिरफ्तार कर लिया गया. जब उसके हमले से बची एक पीड़िता ने उस पर आरोप लगाया था. उस वक्त भी उसे अपने किए पर पछतावा नहीं था, बस उसने इस बात पर दुख जताया था कि वह पकड़ा गया. दस साल मानसिक आरोग्यशाला में बिताने के बाद 1994 में वह छूट गया. जेल से बाहर आने के बाद उसने अपना नाम नोवाक रखा और उस महिला से शादी की जो उसे अस्पताल में मिली थी.

1000 लड़कियों का हत्यारा पेड्रो लोपेज
कोलंबियाई सीरियल किलर पेड्रो लोपेज (द मॉन्सटर ऑफ द एंडीज) ने 1000 से ज्यादा लड़कियों की हत्या का दावा किया था. पुलिस रिपोर्ट के मुताबिक उसने 21 साल से कम उम्र में ही हत्याएं करना शुरू कर दी थी. पहली वारदात उसने जेल में तीन कैदियों को मारकर की थी, उस वक्त वह कार चोरी के आरोप में जेल में बंद था, जहां तीनों कैदियों ने उसका गैंगरेप किया था. 1978 में रिहा होने के बाद वह दक्षिण अमेरिका गया और वहां नाबालिग लड़कियों का रेप कर उनकी हत्या की. मार्च 1980 में उसे गिरफ्तार किया गया. उस वक्त उसने दावा किया उसने एक हजार से ज्यादा लड़कियां को मारा है. इनमें से 53 के शव पुलिस ने खोदकर निकाले. इन लड़कियों की उम्र 9 से 12 साल के बीच थी. अकेले इक्वाडोर शहर में उसे 110 लड़कियों की हतया का दोषी पाया गया. इसके अलावा पेरू और कोलंबियों में भी उसने 240 हत्याओं को कबूल किया था. इक्वाडोर में उसे 16 साल जेल की सजा सुनाई गई थी. हालांकि 14 साल बाद अच्छे व्यवहार के चलते उसे रिहा कर दिया गया था. उसने कोर्ट में हुए समझौते का उल्लंघन किया और गायब हो गया. अब वो कहां है इस बारे में कोई नहीं जानता.
सेक्सकर्मियों को मारने वाला जोस पास बेजेरा
जोस पास बेजेरा ने 1960 के दशक में साओ पाउलो के मोरुम्बी जिले में सेक्सकर्मियों में दहशत फैलाई थी. पुलिस रिपोर्ट के मुताबिक उसने 24 महिलाओं को क्रूरता से मारा था. इसीलिउ उसे मोरुंबी का राक्षस कहा जाता था. वह महिलाओं को पहले निर्वस्त्र करता था और फिर उन्हीं के कपड़ों से बांधकर उनका रेप करता था और गाला घोंटकर उन्हें फेंक देता था. पकड़े जाने के बाद बेजेरा ने कहा था कि उसकी मां वेश्या थी इसीलिए उसने अपनी मां और वेश्याओं से नफरत हो गई थी. वह अपनी मां से मिलती-जुलती महिलाओं को ही अपना शिकार बनाता था. उसने अलग-अलग मामलों में 60 साल से अधिक की सजा सुनाई गई थी. उस समय ब्राजील में अधिकतम सजा 30 साल तक ही हो सकती थी. 2001 में सजा पूरी होने के बाद उसे रिहा कर दिया गया. अब वह ब्राजील में ही कहीं रह रहा है.
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