गुजरात के अहमदाबाद में प्रमुख स्वामी जन्म शताब्दी महोत्सव का आगाज

इस उत्सव के प्रेरणास्रोत हैं-‌ परम पूज्य महंतस्वामी महाराज,  जो ब्रह्मस्वरूप प्रमुख स्वामी महाराज के आध्यात्मिक अनुगामी हैं। आध्यात्मिकता के उच्च शिखर पर विराजमान होने के बावजूद नम्रता, धर्मनिष्ठा और भक्ति के गौरव से शोभायमान महंतस्वामी महाराज सनातनधर्म की संतमहिमा का मानों मूर्तिमंत स्वरूप हैं। उनकी निश्रा में मनाए जा रहे इस महोत्सव में भारत और विदेश के लाखों लोग पवित्र प्रेरणा प्राप्त  करेंगे।
न केवल अहमदाबाद या गुजरात में, बल्कि पूरे भारत और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अमिट छाप छोड़ने वाले प्रमुख स्वामी महाराज शताब्दी महोत्सव की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। महान संत परम पूज्य प्रमुख स्वामी महाराज को नमन करने देश-विदेश से लाखों लोग आएंगे। इसकी तैयारी के तहत महोत्सव स्थल प्रमुचस्वामी महाराज नगर को 600 एकड़ की विशाल भूमि में विकसित किया गया है।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मानव सेवा और संस्कार सिंचन के लिए  प्रवृत्तिशील बीएपीएस स्वामीनारायण संस्थाने इस महोत्सव का आयोजन किया है। इस संस्था ने शिक्षण, आरोग्य, राहत कार्य, आदिवासी उत्कर्ष, बाल-युवा संस्कार, महिला उत्कर्ष आदि सेवाओं के द्वारा विश्वभर में लोकचाहना प्राप्त की है।अनेक विध सामाजिक प्राकृतिक आपत्तियों के समय में इस संस्थाने नि:स्वार्थ भाव से सहायता का हाथ बढ़ाया है। विराट रूप से सांस्कृतिक महोत्सव मना कर संस्थाने लाखों लोगों को जीवन उत्कर्ष की प्रेरणा दी है।
उत्सव स्थल के कई आकर्षण जीवन को प्रेरित करते हैं और लोगों को नैतिक-आध्यात्मिक चीजों को जीवन में नए तरीके से सीखने और अपनाने का अवसर प्रदान करते हैं। उत्सव स्थल प्रमुखस्वामी महाराज नगर की कई विशेषताओं के बारे में कुछ रोचक सांख्यिकीय जानकारी इस प्रकार है:
1. कलात्मक सांस्कृतिक सात द्वार:
  • शहर का 380 फीट लंबा 51 फीट ऊंचा मुख्य द्वार
  • संतद्वार में आदिशंकराचार्यजी, तुलसीदासजी, स्वामी विवेकानंदजी, भगवान बुद्ध, भगवान महावीर आदि की 28 पूर्ण आकार की मूर्तियां
  • 116 फीट लंबा और 38 फीट ऊंचा 6 कलात्मक भव्य प्रवेश द्वार
  • प्रत्येक प्रवेश द्वार के पास प्रमुखस्वामी महाराज के जीवन और कार्यों का सचित्र परिचय
2. स्वामिनारायण अक्षरधाम दिल्ली की 67 फुट ऊँची भव्य प्रतिकृति
  • 1200 से अधिक मंदिरों के अद्वितीय सर्जक प्रमुखस्वामी महाराज के विशिष्ट सर्जन दिल्ली अक्षरधाम की प्रतिकृति के द्वारा प्रमुखस्वामी  महाराज के युगकार्य को अंजलि दी गई है। उल्लेखनीय है कि 2007 में गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स द्वारा दिल्ली अक्षरधाम को ‘वर्ल्डस लार्जेस्ट कंप्रिहेंसिव हिंदू टेंपल’ के रूप में घोषित किया गया था और प्रमुखस्वामी महाराज को विश्व में सबसे अधिक हिंदू मंदिरों के निर्माता के रूप में गिनीज बुक की ओर से दूसरा अवार्ड भी प्रदान किया गया था।
3. 15 फुट ऊँची  पीठिका पर प्रमुख स्वामी महाराज की 30 फुट ऊँची प्रतिमा
  • नि:स्वार्थ सेवा की प्रेरणा देती प्रमुख स्वामी महाराज की इस प्रतिमा के चारों ओर 24 घंटे परोपकार के लिए रत प्रमुख स्वामी महाराज के प्रेरणादायक प्रसंग उत्कीर्ण  हैं।
4. भजन  कुटीर
  • भगवान का भजन करना और कराना ही जिनका मुख्यकार्य था, ऐसे प्रमुख स्वामी महाराज की स्मृति में अखंड भजन के स्पंदनों को प्रसारित  करती भजन कुटीर।
5. प्रमुख ज्योति उद्यान -ग्लोगार्डन
  • पूर्णकद  केपशु, पक्षी,वृक्ष और आकर्षक प्रतीकों के द्वारा प्रमुख स्वामी महाराज के संदेश शास्त्रों में श्रद्धा, गुरु में श्रद्धा,राष्ट्रप्रेम,  और विश्व बंधुत्व की प्रस्तुति करने वाला 30 एकड़ में फैला हुआ नयन रम्य और प्रभावक ज्योति उद्यान।
6. 70 एकड़ में फैली हुई भव्य, ज्ञानवर्धक, बालनगरी
  • 4000  बाल स्वयं सेवक और स्वयं सेविकाओं द्वारा संचालित
  • उच्च जीवनशैली की प्रेरणा देने वाले तीन बाल प्रदर्शन खंड
  • सी ऑफ़ सुवर्णा : प्रार्थना + पुरुषार्थ  =  सफलता को दृढ कराने वाला प्रदर्शन
  • विलेज ऑफ बुझो : माता पिता के उपकारों को स्मरण कराने वाला प्रदर्शन
  • जंगल ऑफ शेरू : स्वविकास की प्रेरणा देने वाला प्रदर्शन
  • बीएपीएस बाल प्रवृत्ति का निदर्शन
  • शांतिका धाम : चाणसद – आदर्श बालक बनने की प्रेरणा प्राप्त होगी।
  • सेल्फी प्वाइंट – हमारे महान आदर्शों सीताजी, मीराबाई, ध्रुव, प्रहलाद, श्रवणकेसाथ
  • नियम कुटीर – व्यवस्थित अध्ययन, माता-पिता के प्रति आदर, राष्ट्र के प्रति कर्त्तव्य, जैसे नियम ग्रहण करने वाले को गिफ्ट के द्वारा प्रोत्साहन
7. बच्चों  की  देखभाल
  • अनेक संतों और हजारों स्वयं सेवकों के द्वारा बच्चों की देखभाल
  • बच्चों के अलग आवास और भोजनशाला
  • बच्चों  केअध्ययन के लिए शिक्षकों की व्यवस्था, आरोग्य की व्यवस्था, मनोरंजन के लिए विविध गेम्स
8.  लाइट एंड साउंड शो ‘महोत्सव पूर्ण पुरुषका’
  • 300 बालक युवाओं के अभिनय 3D प्रोजेक्शन टेक्निक
  • क्षमता 25000 व्यक्ति
9. प्रेरक प्रदर्शन खंड
  • संत परम हितकारी: समग्र विश्व का हित चाहनेवाले संत प्रमुख स्वामी महाराज के विशाल ह्रदय की झांकी कराने वाला प्रदर्शन, इंग्लैंड के भक्तों के द्वारा  800000 बबल्स में रंग भर कर प्रमुख स्वामी महाराज की बनाई हुई कलात्मक मूर्ति
  • टूटे हृदय टूटे घर : पारिवारिक शांति की प्रेरणा देता हुआ प्रदर्शन खंड
  • चलो तोड़ दें यह बंधन: व्यसनमुक्ति की प्रेरणा देता हुआ प्रदर्शन
  • अपना भारत मेरा भारत: राष्ट्र के प्रति कर्तव्य दृढ कराने वाला प्रदर्शन
10. नारी उत्कर्ष मंडपम्
  • सतत 1 महीने तक महिला उत्कर्ष के विविध कार्यक्रम, परिषद तथा प्रस्तुति
  • भारत और विदेश से अनेक महिला महानुभाव उपस्थित रहेंगे
  • प्रतिदिन महिला-सभाओं का आयोजन, महिला सशक्तीकरण पर सेमिनार का आयोजन
11. नारायण  सभा गृह
  • देश विदेश के प्रतिष्ठित महानुभाव तथा संतों की उपस्थिति में 1 महीने तक शाम 5 से 7:30 तक नारायण सभागार में विशिष्ट प्रेरणादायक कार्यक्रम
12. राष्ट्रीय  और  अंतरराष्ट्रीय  परिषद
  • कुल 22 प्रोफेशनल और एकेडमी कॉन्फ्रेंस और सेमिनारों काआयोजन
13. लैंडस्केप
  • प्रमुख स्वामी महाराज नगर में 200 प्रकार के 11 लाख से अधिक फूलपौधे लगाए गए
  • गुजरात और भारत के अनेक स्थलों से लाए गए हैं फूल पौधे
  • बिंदु सिंचाई पद्धति के उपयोग से पानी का बचाव
14. भारतीय  कलामंच  टैलेंट स्टेज
  • व्यक्तिगत और समूहगान, शास्त्रीय और सुगम संगीत, वाद्य, शास्त्रीय संगीत, योगतथा विविध सांस्कृतिक नृत्य की प्रस्तुति
  • डेढ़ सौ से अधिक बच्चों के द्वारा पिछले 4 महीनों से चल रही है तैयारियाँ
विशेष-
  • 250  से अधिक किसानों और बिल्डरों के निःस्वार्थ सहयोग से उनके द्वारा दी गई जमीन पर इसका निर्माण किया गया है।
  • दिसंबर की 21 और 22 तारीख को अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के उत्थान विषय पर कार्यक्रम होंगे,  जिसमें भारत के विभिन्न प्रांतों के प्रतिनिधि शामिल होंगे।    
  • 25 दिसंबर को राष्ट्रीय संत सम्मेलन होगा, जिसमें श्रीमद्शंकराचार्य जी, स्वामी श्री सदानंदजी महाराज के सांनिध्य में विभिन्न मठ-सम्प्रदाय-अखाड़ों के पूर्व-पश्चिम-उत्तर-दक्षिण का प्रतिनिधित्व करने वाले सैकड़ों संत उपस्थित होंगे और पूर्वीय संतों के योगदान का गान करेंगे। 
  • पूज्य स्वामी श्री अवधेशानंद जी महाराज, पूज्य स्वामी श्री चिदानंदसरस्वती जी महाराज, पूज्य अविचलदास जी महाराज, पूज्य श्री परमात्मानंद जी महाराज,  पूज्य श्री श्री रविशंकरजी, जैनाचार्य पूज्य श्री अभयदेवसूरीश्वर जी महाराज आदि संतलाभ देंगे।
  • 15 जनवरी को लाखों की मानव-मेदनी के बीच महोत्सव का भव्य पूर्णाहुति समारोह होगा।
  • इन कार्यक्रमों में शामिल होने वाले गणमान्य लोगों में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्रभाई मोदी और उपराष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़जी,  गृहमंत्री श्री अमित भाई शाह,  लोकसभा अध्यक्षश्री ओम बिरला,  विदेशमंत्री श्री जयशंकर जी और देश विदेशके गणमान्य लोग शामिल होंगे।
  • उत्सवस्थल में प्रवेश प्रतिदिन दोपहर 2.00  बजे से रात्रि 9.00 बजे तक होगा। रविवार को सुबह नौ बजे से रात नौ बजे तक प्रवेश होगा। महोत्सव स्थल का समापन प्रतिदिन रात 10 बजे होगा।