Prayagraj Famous Places: प्रयागराज (Prayagraj) उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में स्थित एक ऐतिहासिक शहर है। इसका सांस्कृतिक (Cultural), धार्मिक (Religious) और ऐतिहासिक महत्व (Historical Importance) है। प्रयागराज त्रिवेणी संगम (Sangam), तीन नदियों – गंगा, यमुना और पौराणिक सरस्वती (Ganges, Yamuna and Sarasvati)- के संगम के लिए प्रसिद्ध है। यह हिंदुओं के लिए सबसे पवित्र स्नान स्थलों में से एक है, और कुंभ मेला, एक प्रमुख धार्मिक त्योहार, यहाँ होता है।
हर 12 साल में आयोजित होने वाला कुंभ मेला (Kumbh Mela) दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक आयोजनों में से एक है। इस शुभ अवसर पर दुनिया भर से तीर्थयात्री पवित्र नदियों में स्नान करने के लिए इकट्ठा होते हैं। प्रयागराज के पास एक समृद्ध ऐतिहासिक विरासत है और यह विभिन्न राजवंशों और शासकों का एक प्रमुख केंद्र रहा है। इसे प्रयाग और इलाहबाद सहित पूरे इतिहास में अलग-अलग नामों से जाना जाता है।
मुगल आक्रमण के बाद, सम्राट अकबर (Akbar) ने इस स्थान से प्रभावित होकर शहर का नाम इलाहबास रखा जिसका अर्थ था “ईश्वर का निवास”। उनके पोते सम्राट शाहजहाँ ने शहर का नाम बदलकर इलाहाबाद (Allahabad) कर दिया।
प्रयागराज के प्रसिद्ध जगह (Prayagraj Famous Places)
प्रयागराज, जिसे पहले इलाहाबाद के नाम से जाना जाता था, एक समृद्ध सांस्कृतिक और ऐतिहासिक विरासत वाला शहर है। यहां प्रयागराज में घूमने लायक पांच सबसे महत्वपूर्ण स्थान हैं:
त्रिवेणी संगम (Triveni Sangam)
त्रिवेणी संगम तीन नदियों- गंगा, यमुना और पौराणिक सरस्वती का पवित्र संगम है। यह हिंदू धर्म के सबसे पवित्र स्नान स्थलों में से एक है। तीर्थयात्रियों का मानना है कि शुभ समय के दौरान इस संगम पर डुबकी लगाने से उन्हें पापों से मुक्ति मिल जाती है। त्रिवेणी संगम एक केंद्रीय आकर्षण है, और नदियों पर नाव की सवारी मिलन स्थल का एक अनूठा दृश्य प्रदान करती है।
इलाहाबाद किला (Allahabad Fort)
1583 में सम्राट अकबर द्वारा बनाया गया इलाहाबाद किला एक वास्तुशिल्प चमत्कार है जो मुगल भव्यता को दर्शाता है। इसमें अक्षयवट (अमर बरगद का पेड़) और पातालपुरी मंदिर सहित विभिन्न संरचनाएं हैं। यमुना नदी के किनारे किले की रणनीतिक स्थिति इसके ऐतिहासिक महत्व को बढ़ाती है।
आनंद भवन (Anand Bhawan)
आनंद भवन, नेहरू-गांधी परिवार का पैतृक घर, अब नेहरू परिवार के जीवन और समय को प्रदर्शित करने वाला एक संग्रहालय है। संग्रहालय में जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी और परिवार के अन्य सदस्यों से जुड़े व्यक्तिगत सामान, तस्वीरें और यादगार वस्तुएं प्रदर्शित हैं। यह भारत के राजनीतिक इतिहास में अंतर्दृष्टि प्रदान करता है।
खुसरो बाग (Khusro Bagh)
खुसरो बाग एक दीवारों से घिरा बगीचा है जिसमें राजकुमार खुसरो, शाह बेगम (खुसरो की मां) और खुसरो की बहन की कब्रें हैं। जटिल मुगल वास्तुकला और सुंदर उद्यान इसे एक शांत और ऐतिहासिक स्थल बनाते हैं। यह परिसर सांस्कृतिक और ऐतिहासिक महत्व रखता है।
ऑल सेंट्स कैथेड्रल (All Saints Cathedral)
ऑल सेंट्स कैथेड्रल, जिसे पत्थर गिरजा के नाम से भी जाना जाता है, ब्रिटिश औपनिवेशिक काल के दौरान बनाया गया एक एंग्लिकन कैथेड्रल है। यह गॉथिक वास्तुकला का एक प्रभावशाली उदाहरण है और एशिया के सबसे बड़े कैथेड्रल में से एक है। कैथेड्रल में सुंदर रंगीन कांच की खिड़कियां हैं और यह प्रतिबिंब के लिए एक शांतिपूर्ण जगह है।
ये स्थान प्रयागराज (Prayagraj) के विविध इतिहास, आध्यात्मिकता और सांस्कृतिक विरासत की झलक पेश करते हैं। चाहे आप धार्मिक महत्व, ऐतिहासिक वास्तुकला, या राजनीतिक इतिहास में रुचि रखते हों, प्रयागराज में देखने के लिए कई प्रकार के आकर्षण हैं।
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