Wet Cough Home Remedies: गीली खांसी, यानी ज्यादा बलगम या कफ जमा हो जाना है। यह विभिन्न अंतर्निहित कारणों का परिणाम हो सकता है, और इसके लक्षणों को समझकर प्रभावी घरेलू उपचार के साथ ठीक किया जा सकता है। सामान्य सर्दी और फ्लू: श्वसन तंत्र को प्रभावित करने वाले वायरल संक्रमण के कारण अक्सर बलगम का उत्पादन बढ़ जाता है और गीली खांसी हो जाती है।
गीली खांसी के कारण (Wet Cough Causes )
वायरल संक्रमण के कारण अक्सर बलगम का उत्पादन बढ़ जाता है और गीली खांसी हो जाती है। ब्रोन्कियल नलियों की सूजन के कारण लगातार गीली खांसी हो सकती है।
पराग, धूल, फफूंदी या पालतू जानवरों के रूसी जैसे एलर्जी कारकों के संपर्क में आने से एलर्जी की प्रतिक्रिया हो सकती है, जिससे बलगम के साथ खांसी हो सकती है। धुआँ या प्रदूषक तत्व साँस लेने से श्वसन मार्ग में जलन हो सकती है, जिससे खाँसी और बलगम पैदा हो सकता है। उत्तेजक पदार्थों या रसायनों के संपर्क में आने वाले कुछ कार्य वातावरण पुरानी गीली खांसी में योगदान कर सकते हैं।
पेट का एसिड अन्नप्रणाली में प्रवाहित होकर गले तक पहुंच सकता है, जिससे जलन और खांसी हो सकती है। ब्रोन्कियल नलियों की दीर्घकालिक सूजन, जो अक्सर धूम्रपान से जुड़ी होती है। क्रोनिक ब्रोंकाइटिस जैसी स्थितियां लगातार गीली खांसी का कारण बन सकती हैं।
गीली खांसी के लक्षण (Wet Cough Symptoms )
बलगम उत्पादन: खांसी के दौरान निकलने वाले कफ या बलगम की उपस्थिति।
गले में जलन: गले में बेचैनी या खराश, जो अक्सर खांसने से बढ़ जाती है।
श्वसन संकुलन: बलगम जमा होने के कारण सीने में जकड़न या जकड़न महसूस होना।
बहती नाक: बहती नाक के साथ गीली खांसी भी हो सकती है, खासकर वायरल संक्रमण या एलर्जी के मामलों में।
सांस लेने में कठिनाई: सांस लेने में कठिनाई या सांस फूलने की अनुभूति हो सकती है, खासकर पुरानी श्वसन स्थितियों में।
गीली खांसी के घरेलू उपचार (Wet Cough Home Remedies )
हाइड्रेशन और भाप साँस लेना (Hydration And Steam Inhalation)
पर्याप्त तरल पदार्थ का सेवन बलगम को पतला करने में मदद करता है, जिससे इसे बाहर निकालना आसान हो जाता है। पूरे दिन पानी, हर्बल चाय, शोरबा और गर्म तरल पदार्थ पींये । श्वसन मार्गों को नम और शांत करता है, जिससे सांस लेने में आसानी होती है। साथ ही एक कटोरी गर्म पानी से भाप लें या ह्यूमिडिफायर का उपयोग करें। अतिरिक्त लाभ के लिए इसमें नीलगिरी के तेल की कुछ बूंदें मिलाएं।
गर्म खारे पानी का गरारा और ह्यूमिडिफ़ायर (Hot Salt Water Gargle And Humidifier)
गले की जलन कम करता है और बलगम को तोड़ने में मदद करता है। गर्म पानी और नमक के मिश्रण से दिन में कई बार गरारे करें। हवा में नमी जोड़ता है, श्वसन मार्गों को सूखने से रोकता है। अपने कमरे में ह्यूमिडिफायर का उपयोग करें, खासकर रात के दौरान।
शहद और नींबू (Honey And Lemon)
शहद में सुखदायक गुण होते हैं, जबकि नींबू विटामिन सी प्रदान करता है। गर्म पानी या हर्बल चाय में शहद और नींबू मिलाएं। गले की परेशानी को कम करने के लिए इस मिश्रण का सेवन करें। सोते समय सिर ऊपर उठाने से नाक से टपकने की समस्या कम हो जाती है और खांसी कम हो जाती है। एक अतिरिक्त तकिये का उपयोग करें या बिस्तर के सिर को ऊंचा रखें।
हालाँकि घरेलू उपचार अक्सर राहत प्रदान कर सकते हैं, यदि: तो डॉक्टर से परामर्श करना महत्वपूर्ण है। गीली खांसी कुछ हफ्तों से अधिक समय तक बनी रहती है।
कफ में खून होता है। खांसी के साथ तेज बुखार, सीने में तेज दर्द या सांस लेने में कठिनाई होती है। गीली खांसी विभिन्न कारणों से उत्पन्न हो सकती है, और प्रभावी प्रबंधन के लिए इसके लक्षणों को समझना आवश्यक है। घरेलू उपचार लक्षणों को कम करने में सहायक भूमिका निभा सकते हैं, लेकिन यदि खांसी बनी रहती है या संबंधित लक्षणों के साथ है, तो संपूर्ण निदान और उचित उपचार के लिए चिकित्सा सलाह लेना महत्वपूर्ण है।
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