राजस्थान (डिजिटल डेस्क)। PAWAN SINGH BJP: 02 मार्च को भारत की जनता ने आगामी लोकसभा चुनाव के लिए अपने उम्मीदवारों की पहली सूची की घोषणा की। इस लिस्ट की बात करें तो कई भोजपुरी (PAWAN SINGH BJP) एक्टर्स को भी टिकट दिया गया है। बीजेपी ने लोकप्रिय भोजपुरी गायक और अभिनेता पवन सिंह को भी टिकट दिया है। भारतीय जनता पार्टी ने पश्चिम बंगाल की आसनसोल लोकसभा सीट से पवन सिंह को अपना उम्मीदवार घोषित किया है।
पहले खुश थे टिकट मिलने पर पवन सिंह
गौरतलब है कि टिकट मिलने के बाद पवन सिंह (PAWAN SINGH BJP) काफी खुश थे और उनका एक वीडियो भी वायरल हुआ था। शनिवार को बीजेपी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपने उम्मीदवारों की पहली लिस्ट का ऐलान किया। इसी बीच जब आसनसोल लोकसभा सीट से पवन सिंह के नाम का ऐलान हुआ तो वह काफी खुश नजर आए।
भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेतृत्व को दिल से आभार प्रकट करता हु।
पार्टी ने मुझ पर विश्वास करके आसनसोल का उम्मीदवार घोषित किया लेकिन किसी कारण वश में आसनसोल से चुनाव नहीं लड़ पाऊंगा…@JPNadda— Pawan Singh (@PawanSingh909) March 3, 2024
सोशल मीडिया पर दी चुनाव नहीं लड़ने की जानकारी
सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर करते हुए पवन सिंह (PAWAN SINGH BJP) ने लिखा, ”मैं भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेतृत्व का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। पार्टी ने मुझ पर भरोसा किया और मुझे आसनसोल से उम्मीदवार घोषित किया, लेकिन कुछ कारणों से मैं ऐसा नहीं कर पाऊंगा।” आसनसोल से चुनाव लड़ें।’
भोजपुरी सिनेमा के सुपरस्टार हैं पवन
भोजपुरी सिनेमा इंडस्ट्री के सुपरस्टार पवन सिंह (PAWAN SINGH BJP) ने पश्चिम बंगाल की आसनसोल लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है। पावर स्टार के नाम से मशहूर पवन सिंह ने सोशल मीडिया साइट पर एक पोस्ट शेयर किया है जिसमें उन्होंने चुनाव न लड़ने के कुछ निजी कारण बताए हैं। हालांकि, अचानक पवन सिंह के आसनसोल से चुनाव नहीं लड़ने के ऐलान के बाद कई सवाल उठने लगे हैं।
राजनैतिक दबाव की वजह से किया इंकार?
मिल रही जानकारी के मुताबिक पवन सिंह (PAWAN SINGH BJP) ने अपने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर जानकारी दी है कि वह चुनाव नहीं लड़ेंगे। बता दें कि यह वही सीट है जहां से टीएमसी नेता शत्रुघ्न सिन्हा सांसद हैं और इस बार भी वह इसी सीट से लोकसभा चुनाव लड़ने जा रहे थे। पवन सिंह के फैंस समेत कई लोग जानना चाहते हैं कि पवन सिंह ने आसनसोल से चुनाव लड़ने से क्यों इनकार कर दिया है। पर राजनैतिक विद्वानों की मानें तो हार का डर और स्थानीय सपोर्ट में असमंजस के चलते चुनाव से दूरी बनाई है।