DMK News: डीएमके नेता ए राजा ने भारत और सनातन धर्म को लेकर फिर से विवादित बयान दिया है। ए राजा ने बयान में कहा भारत एक राष्ट्र नहीं है, इस बात को अच्छे से समझ लें, भारत कभी एक राष्ट्र नहीं था, भारत एक राष्ट्र नहीं, बल्कि एक उपमहाद्वीप है।
भारत देश नहीं बल्कि उपमहाद्वीप
भारत को उपमहाद्वीप बताने की वजह बताते हुए कहा कि यहां तमिल एक राष्ट्र और एक देश है, मलयालम एक भाषा, एक राष्ट्र और एक देश है, उड़िया एक राष्ट्र, एक भाषा और एक देश है, ये राष्ट्र मिलकर भारत बनाते हैं तो भारत देश नहीं है, बल्कि एक उपमहाद्वीप है।
The hate speeches from DMK’s stable continue unabated. After Udhayanidhi Stalin’s call to annihilate Sanatan Dharma, it is now A Raja who calls for balkanisation of India, derides Bhagwan Ram, makes disparaging comments on Manipuris and questions the idea of India, as a nation.… pic.twitter.com/jgC1iOA5Ue
— Amit Malviya (मोदी का परिवार) (@amitmalviya) March 5, 2024
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हम सब भगवान राम के शत्रु है
उन्होनें आगे कहा आप कहेंगे कि ये ईश्वर हैं भारत माता की जय तो हम ईश्वर और भारत माता को स्वीकार नहीं करेंगे, इनको कह दो हम राम के शत्रु हैं, उन्होंने कहा कि मुझे रामायण व भगवान राम पर विश्वास नहीं, हनुमान की तुलना बंदर से करते हुए जय श्री राम के नारे को घृणास्पद बताया है।
बीजेपी नेता रविशंकर का बयान
ए राजा के बयान पर बीजेपी नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा, यह साफ है कि भारत के लोकाचार का अपमान करना और सार्वजनिक रूप से एक हिंदू देवताओं को अपमानित करना, भारत के विचार पर सवाल उठाना इंडिया गठबंधन के राजनीतिक एजेंडे की पहचान बन गया है।
#WATCH दिल्ली: DMK नेता ए राजा की ‘जय श्री राम’ और भारत के विचार वाली टिप्पणी पर भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा, “… क्या DMK को किसी दूसरे समुदाय के धर्म को लेकर ऐसा कहने का अधिकार है? वे ऐसा बोल पाएंगे क्या? हम सभी धर्म का सम्मान करते हैं… कृपया हिंदू आस्था को इस प्रकार… pic.twitter.com/RBgmNbB5Tq
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 5, 2024
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इनकी बातों से कांग्रेस सहमत ?
डीएमके नेता अन्य धर्म के खिलाफ ऐसी अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल कर सकते हैं? क्या कांग्रेस अपने राजनीतिक लाभ के लिए इतना नीचे गिरने को तैयार ऐसी टिप्पणियाँ स्वीकार करें? तो क्या सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे भी उनकी बात से सहमत हैं? हम सभी धर्मों का सम्मान करते हैं।’