Lucknow Cancer Institute: लखनऊ। ऐसे समय में जब तमाम महिलाएं कम उम्र में ही सर्वाइकल और ब्रेस्ट कैंसर की शिकार हो रही है राजधानी लखनऊ स्थित ‘लखनऊ कैंसर संस्थान’ (Lucknow Cancer Institute) उन्हें इस बीमारी से लड़ने और मजबूत करने में अपना योगदान दे रहा है।
इसी क्रम में ‘लखनऊ कैंसर संस्थान’ (Lucknow Cancer Institute) ने आज मानस नगर, जियामऊ, लोहिया पथ के सभागार में महिलाओं के लिए एक निशुल्क कैंसर जांच शिविर का आयोजन किया इस जांच शिविर में ब्रेस्ट और सर्वाइकल कैंसर की निशुल्क जांच की गयी।
इस अवसर पर अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में हील फाउन्डेशन आफ इंडिया एवं लखनऊ कैंसर इंस्टीट्यूट (Lucknow Cancer Institute) के तत्वावधान में महिला कल्याण एवं सशक्तिकरण विषय पर एक गोष्ठी का भी आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में कई गणमान्य महिलाओं जिनमे मशहूर पत्रकार सुनीता ऐरन, स्त्री रोग विभाग की प्रोफेसर एवं प्रमुख डा. सोनिया लूथरा और डायरेक्टर NHM डा. मधु शर्मा ने भाग लिया एवं महिलाओं के उत्थान के लिये अपने विचार व्यक्त किये।
कार्यक्रम (Lucknow Cancer Institute) में महिला कल्याण एवं सशक्तिकरण के क्षेत्र में असाधारण योगदान देने वाली 11 महिलाओं को प्रतीक चिन्ह एवं प्रमाणपत्र प्रदान कर उनका सम्मान किया गया। कार्यक्रम की आयोजक निर्मला पंत ने समाज में महिलाओं के असाधारण योगदान देने के लिये उनके द्वारा किये गये कार्यों की प्रशंसा की एवं उनका धन्यवाद किया।
इस (Lucknow Cancer Institute) निःशुल्क जांच शिविर में लगभग 45 महिलाओं ने थर्मो मैमोग्राफी और सर्वाइकल कैंसर की जांच करवायी। श्रीमती पंत ने बताया कि कि संस्था के द्वारा आने वाले समय में भी समाज में असाधारण योगदान देने वाली महिलाओं का उत्साह वर्धन किया जायेगा।
ब्रेस्ट और सर्वाइकल कैंसर से सबसे ज्यादा है महिलाएं पीड़ित
ब्रेस्ट और सर्वाइकल के कैंसर दुनिया भर में महिलाओं के लिए महत्वपूर्ण स्वास्थ्य चिंता का विषय हैं, विभिन्न क्षेत्रों में इसकी व्यापकता दर अलग-अलग है।
ब्रेस्ट कैंसर विश्व स्तर पर महिलाओं में सबसे आम कैंसर है, जो सभी कैंसर के लगभग 25% मामलों के लिए जिम्मेदार है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, ब्रेस्ट कैंसर हर साल लगभग 2.3 मिलियन महिलाओं को प्रभावित करता है और यह महिलाओं में कैंसर से संबंधित मौतों का प्रमुख कारण है, जिसमें सालाना अनुमानित 685,000 मौतें होती हैं।
दूसरी ओर, सर्वाइकल कैंसर कम प्रचलित है, लेकिन स्वास्थ्य पर एक महत्वपूर्ण बोझ बना हुआ है, खासकर निम्न और मध्यम आय वाले देशों में जहां स्क्रीनिंग और टीकाकरण कार्यक्रमों तक पहुंच सीमित हो सकती है। डब्ल्यूएचओ के अनुसार, सर्वाइकल कैंसर दुनिया भर में महिलाओं में चौथा सबसे आम कैंसर है, जिसके अनुमानित 570,000 नए मामले और सालाना 311,000 मौतें होती हैं।
कुल मिलाकर, ब्रेस्ट और सर्वाइकल कैंसर हर साल वैश्विक स्तर पर लाखों महिलाओं को प्रभावित करते हैं, जो इन बीमारियों के बोझ को कम करने के लिए शीघ्र पता लगाने, रोकथाम और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच के महत्व पर प्रकाश डालता है।