Satellite Based Toll

Satellite Based Toll: अब खत्म होगा फास्टैग और टोल प्लाजा का झंझट,नितिन गडकरी ने किया ऐलान, जानें क्या है सेटैलाइट बेस्ड टोल सिस्टम

Satellite Based Toll: केंद्र सरकार समय समय पर नई टेक्नोलॉजी (Satellite Based Toll) पर काम करती रहती है। जिसकी वजह से लोगों को ज्याद से ज्यादा सुविधा मिल सके। वाहनों के लिए फास्टैग आने के बाद टोल प्लाजा पर लगने वाला काफी लंबा समय कुछ मिनटों में बदल गया। हालांकि फास्टैग आने के बाद भी लंबी कतारों में खड़े होने से लेकर पैसे कटने में थोड़ा समय लगता ही था।

लेकिन अब कुछ दिनों के बाद टोल प्लाजा पर आपको कुछ मिनट भी इंतजार करने की जरूरत नहीं पड़ेगी। हाल ही में परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने फास्टैग और टोल प्लाजा को लेकर एक बड़ा ऐलान किया है। नितिन गडकरी ने अपने एक इंटरव्यू में भारत में जल्द ही सेटैलाइट बेस्ड टोल सिस्टम लागू करने की बात कही है। आइए जानते है परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने क्या कहा और आखिर क्या है सेटैलाइट बेस्ड टोल सिस्टम :—

जानें क्या कहा परिवहन मंत्री नितिन गडकरी:-

टोल टैक्स पर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि अब हम टोल खत्म कर रहे हैं और सैटेलाइट बेस टोल कलेक्शन सिस्टम होगा। आपके बैंक खाते से पैसे कट जाएंगे और जितनी सड़क आप तय करेंगे, उसी हिसाब से चार्ज लिया जाएगा। इससे समय और पैसा बचाया जा सकता है। जैसे पहले मुंबई से पुणे जाने में 9 घंटे लगते थे, अब यह समय घटकर 2 घंटे रह गया है। इससे मुंबई-पुणे सफर के बीच 7 घंटे का डीजल भी बचेगा।

कैसे काम करेगा सैटेलाइट बेस्ड टोल सिस्टम:-

सैटेलाइट बेस्ड टोल सिस्टम जैसे की नाम से ही पता चल रहा है कि यह सिस्टम ऑटोमेटिक तरीके से काम करेगा। सैटेलाइट टोल कलेक्शन सिस्टम में एक एंट्री प्वाइंट पर आपके वाहन की एंट्री दर्ज की जाएी। जिसके बाद आप ​हाइवे पर जितने भी किलोमीटर का सफर तय करेंगे उस हिसाब से आपके अकाउंट से पैसे कट जाएंगे। इसके लिए आपको अलग से फास्टैग का रिचार्ज करवाने की जरूरत नहीं पड़ेगी और साथ ही टोल प्लाजा पर लगने वाले जाम व समय से छुटकारा मिलेगा।

Satellite Based Toll

साथ ही इस सिस्टम के लागू होने की बाद सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि आपका समय बचेगा और आपको किसी भी टोल पर अपना वाहन रोकने की जरूरत नहीं पड़ेगी। इस टोल का एक ओर फायदा ये भी होगा जो लोग टोल प्लाजा पर पैसे ना देने के चक्कर में लड़ाई करते है अब लोगों को ऐसा करने का कोई मौका नहीं मिलेगा। क्योंकि एक बार उनकी कार किसी स्टेट के टोल प्लाजा को क्रॉस करने के बाद उनके कार का नंबर नोट हो जाएगा और पैसे अपने आप कट जाएंगे।

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