दुमका सीट पर झामुमो-भाजपा के बीच घमासान, क्या पहली बार चुनावी मैदान में आमने-सामने होगा शिबू सोरेन का परिवार..?
Dumka Lok Sabha Seat 2024: देशभर में लोकसभा चुनाव की रणभेरी बज चुकी है। चुनाव आयोग के कार्यक्रम के तहत पहले चरण के चुनाव के लिए नामांकन प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। लेकिन दूसरी तरफ बाकी चरणों के चुनाव के लिए कई जगह राजनीतिक पार्टियां अपना प्रत्याशी ही नहीं तय कर पाई है। ऐसी ही एक सीट है झारखंड की दुमका (Dumka Lok Sabha Seat 2024)… जहां इस बार चुनाव बेहद रोचक रहने वाला है। शिबू सोरेन के दबदबे वाली यह सीट इस बार झारखंड की सबसे ‘हॉट सीट’ मानी जा रही है। इसकी वजह भाजपा द्वारा शिबू सोरेन की बड़ी बहू को यहां से प्रत्याशी बनाने को माना जा रहा है। चलिए जानते है इस सीट से जुड़ी प्रमुख बातें…
दुमका से सात बार सांसद चुने गए शिबू सोरेन:
लोकसभा चुनाव जीतना कितना कठिन होता है यह बात एक नेता को अच्छे से पता होती है। देशभर में बहुत ही कम ऐसे नेता हुए हैं, जिन्होंने एक सीट से 7 बार लोकसभा का जीता हो। झारखंड के पूर्व सीएम शिबू सोरेन का नाम इस सूची में शामिल है। झारखंड की राजनीति में शिबू सोरेन के परिवार का काफी दबदबा है। हाल ही में भाजपा ने शिबू सोरेन की दबदबे वाली दुमका सीट पर बड़ा दांव चलते हुए सीता सोरेन को टिकट दिया है। बता दें सीता सोरेन शिबू सोरेन की बड़ी बहू है। जो कुछ ही समय पहले पाला बदलकर भाजपा में शामिल हो गई। दुमका सीट से शिबू सोरेन सात बार सांसद चुने गए हैं।
सुनील सोरेन का टिकट कटा:
शिबू सोरेन झारखंड के तीन बार के सीएम रहे थे। उनके बेटे ने भी पिता की तरह झारखंड की राजनीति में अपना खूब प्रभाव बनाया है। लेकिन पिछले लोकसभा चुनाव में दुमका सीट से शिबू सोरेन को हार झेलनी पड़ी थी। उनको बीजेपी के सुनील सोरेन ने हरा दिया था। लेकिन इस बार भाजपा ने इस सीट पर बदलाव करते हुए सुनील सोरेन का टिकट काटकर शिबू सोरेन की बड़ी बहू सीता सोरेन को चुनावी मैदान में उतारा है। दुमका लोकसभा सीट के अंतर्गत आने वाली जामा विधानसभा सीट से लगातार तीन बार विधायक का चुनाव जीत चुकी है।
झामुमो के किले को ढहा पाएगी भाजपा..?
बता दें झामुमो यानी झारखंड मुक्ति मोर्चा झारखंड की प्रमुख क्षेत्रीय राजनैतिक दल है। इसका झारखण्ड और में काफी प्रभाव माना जाता है। झामुमो की पार्टी लगातार झारखंड में जीत दर्ज करती जा रही है। झामुमो की तरफ से पहले शिबू सोरेन मुख्यमंत्री बने और फिर उनके बेटे ने सीएम की कुर्सी संभाली। कुछ ही समय पहले हेमंत सोरेन ने सीएम पद से इस्तीफा दिया था। ऐसे में अब भाजपा ने झारखंड में झामुमो के किले को ढहाने का ब्लू प्रिंट तैयार किया है। दुमका सीट जो सोरेन परिवार की परंपरागत सीट मानी जाती है वहां से सीता सोरेन बीजेपी की प्रत्याशी है।
हेमंत सोरेन को उम्मीदवार बना सकती है झामुमो:
फिलहाल जेल में बंद झरखंड के पूर्व सीएम हेमंत सोरेन को लेकर कई तरह के कयास लगाए जा रहे है। दुमका सीट पर अब पूरे देश की नज़र रहेगी। इस सीट से अपनी भाभी के सामने अब हेमंत सोरेन चुनाव लड़ सकते है। राजनीति के जानकार मानते है कि सीता सोरेन के सामने दुमका से सोरेन परिवार कोई सदस्य या पूर्व सीएम हेमंत सोरेन चुनाव मैदान में उतर सकते हैं। अगर ऐसा होता है तो झारखंड की राजनीतिक इतिहास की बड़ी घटना होगी। क्योंकि इससे पहले शिबू सोरेन का परिवार कभी भी आमने-सामने चुनाव नहीं लड़ा।
सीता सोरेन का राजनीतिक करियर:
बता दें हाल ही में बीजेपी ने झारखंड में बड़ा खेला किया था। शिबू सोरेन के परिवार की बड़ी बहू और स्व.दुर्गा सोरेन की पत्नी भाजपा पार्टी में शामिल हुई थी। लोकसभा चुनाव से पहले यह झारखंड की राजनीति में बड़ा बदलाव देखने को मिला। दुर्गा सोरेन के निधन के बाद उनकी पत्नी ने जामा विधानसभा सीट से 2009 में चुनाव जीता। उसके बाद से वो इस सीट से लगातार दो बार जीत दर्ज करते हुए अपनी पति की राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ा रही है। अब उनको भाजपा ने दुमका से अपना प्रत्याशी बनाकर झामुमो के सामने बड़ी चुनौती रखी है।
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