Lok Sabha Election 2024: पूर्णिया। बिहार की राजनीति की कद्दावर शख्सियत पप्पू यादव ने पूर्णिया संसदीय सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में नामांकन कर दिया। वहीं नामांकन काफिले में कांग्रेस के नारे लगते रहे। पूर्णिया में दूसरे चरण में 26 अप्रैल को मतदान होगा।
#WATCH | Purnea, Bihar: Congress leader Pappu Yadav says, "… Pappu is symbolic to Purnea and vice versa. Today for the first time, neither there is an organisation, nor religion, nor caste, there is just humanity. I made no mistake, no crime. I always stood with everyone in all… pic.twitter.com/WwUhTjDmda
— ANI (@ANI) April 4, 2024
गौर करें तो हाल ही में कांग्रेस का दामन थामने के बाद पप्पू यादव बार-बार ये कहते दिखे कि दुनिया छोड़ देंगे, लेकिन पूर्णिया नहीं छोड़ेंगे। हर हाल में चुनाव लड़ेंगे। वो अपनी इस बात पर कायम रहे और इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी के बावज़ूद उन्होंने इंडिपेंडेंट कैंडिडेट के तौर पर नामांकन कर दिया।
महागठबंधन की ओर से राष्ट्रीय जनता दल ने बीमा भारती को पूर्णिया से उतारा
बता दें कि इंडिया यानी बिहार के महागठबंधन की ओर से राष्ट्रीय जनता दल ने बीमा भारती को पूर्णिया से उतारा है। अब आरजेडी उम्मीदवार बीमा भारती के साथ पप्पू यादव भी पूर्णिया सीट से चुनावी रण में हैं। पप्पू यादव ने नामांकन के अंतिम दिन आज लाव-लश्कर के साथ पूर्णिया कलेक्ट्रेट पहुंच कर अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। इस दौरान कांग्रेस के नारे लगते रहे।
त्रिकोणीय हो गई पूर्णिया की लड़ाई
अब पप्पू यादव के चुनाव मैदान में आने से पूर्णिया की लड़ाई त्रिकोणीय हो गई है। यहां अब एनडीए कैंडिडेट के साथ निर्दलीय पप्पू यादव और आरजेडी प्रत्याशी बीमा भारती चुनाव मैदान में हैं। कांग्रेस सूत्रों की मानें तो पप्पू यादव ने दिल्ली में पवन खेड़ा की मौजूदगी में कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की थी। इसके साथ ही अपनी पार्टी के विलय का कांग्रेस में विलय करने का ऐलान किया था। मगर तकनीकी रूप से ऐसा संभव नहीं हो पाया था।
पप्पू यादव तकनीकी रूप से अभी कांग्रेस के सदस्य नहीं
ऐसे में देखा जाए तो पप्पू यादव तकनीकी रूप से अभी कांग्रेस के सदस्य नहीं हैं। इस दौरान उन्होंने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर पर्चा भर दिया है। इस हालत में कांग्रेस उन पर कोई एक्शन नहीं ले सकती है। साथ ही कांग्रेस अपने इंडिया गठबंधन के साथी को ये समझा सकती है कि पप्पू यादव के खिलाफ अभी वो किसी कार्रवाई की स्थित में नहीं हैं।
बता दें कि पप्पू यादव, लालू यादव के करीबी रहे हैं और आरजेडी चीफ की हर चाल को समझते हैं। पप्पू यादव ने कांग्रेस का दामन थामने से पहले पहले लालू यादव से मिलने राबड़ी देवी के आवास पहुंचे थे। ऐसी खबरें हैं कि लालू यादव ने उनसे अपनी पार्टी का राजद में विलय करने को कहा था। साथ ही मधेपुरा सीट से चुनाव लड़ने का ऑफर किया था। लेकिन पूर्णिया सीट को लेकर बता बनी नहीं।
राजनीति के कलाकार कहते हैं कि पूर्णिया सीट को ध्यान में रखकर पप्पू यादव ने कांग्रेस में शामिल होने का ऐलान भले ही कर दिया, लेकिन सदस्यता ग्रहण नहीं की थी। पप्पपू यादव इसके लिए सीट शेयरिंग और पूर्णिया सीट को लेकर तस्वीर साफ होने का इंतज़ार करते रहे। ऐसे में ये कांग्रेस और पप्पू यादव ने सोची समझी रणनीति अपनाई होगी और भविष्य के लिए सारे विकल्प खुले रखने के लिए ऐसा रास्ता चुना होगा, ताकि मक़सद पूरा हो जाए।
अब ये भी जान लीजिए कि पप्पू यादव के कांग्रेस में शामिल होने के कुछ ही दिन के भीतर ही लालू यादव ने जदयू विधायक बीमा भारती को आरजेडी की सदस्यता दिलवाई थी। इसी के बाद पूर्णिया सीट से बीमा भारती को इंडिया एलायंस का टिकट भी थमा दिया था। बीमा भारती ने पूर्णिया से महागठबंधन उम्मीदवार के रूप में आरजेडी के टिकट पर नॉमिनेशन कर दिया है।
पप्पू बोले- सोनिया गांधी और राहुल गांधी का मिला है आशीर्वाद
Lok Sabha Election 2024 में चुनावी खेल जारी हैं। अब पूर्णिया लोकसभा सीट से पप्पू यादव ने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर नामांकन कर दिया है। इस दौरान पप्पू यादव ने कांग्रेस का जयकारा लगाया। इसके साथ ही उन्होंने यह दावा भी किया है कि सोनिया गांधी और राहुल गांधी के आशीर्वाद से ही नामांकन किया है।
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