Alwar News अलवर। अलवर भिवाड़ी हाईवे पर चिकानी के पास एक चलती हुई इलेक्ट्रिक स्कूटी में आग लग गई। हालांकि स्कूटी का चालक बाल-बाल बच गया। हादसा उस समय हुआ, जब चालक स्कूटी पर सवार होकर अलवर से चिकानी की तरफ जा रहा था।
गाड़ी चालक ने बताया कि स्कूटी में बदबू आने लगी। डिग्गी से हल्का धुआं निकलने पर उसने डिग्गी खोलकर देखा तो तेज धुएं बाहर निकला। चालक ने आग बुझाने का प्रयास किया लेकिन चंद मिनटों के भीतर ही आग पूरी स्कूटी को अपने चपेट में ले चुकी थी।
तेज लपटों में स्कूटी जलकर राख हो गई। यह कोई पहली घटना नहीं है। अक्सर इलेक्ट्रिक वाहनों में इस तरह से आग लगने की घटनाएं सामने आ रहीं हैं। हालांकि थोड़ी सी सावधानी हमें इस तरह की घटनाओं से बचने में मदद कर सकती है। यहां हम कुछ कारणों के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे।
अलवर भिवाड़ी हाईवे पर बड़ा हादसा, धू-धू कर जल उठी चलती इलेक्ट्रिक स्कूटी… #accident #electricscooty #alwarrajsthan #RoadAccident #alwarhighway #ottindia pic.twitter.com/s5ao7t7syu
— OTT India (@OTTIndia1) April 10, 2024
ज्वाइंट टाइट नहीं तो शार्ट सर्किट की संभावना ज्यादा
अक्सर चार्जिंग स्टेशनों में इलेक्ट्रिक बाइकों और स्कूटी में आग लग जाती है। इसके पीछे मुख्य वजह शॉर्ट सर्किट का होना होता है। अगर बैटरी के जॉइंट टाइट न हों तो शॉर्ट सर्किट की आशंका बढ़ जाती है।
चार्जर का ज्यादा पावर का होना
इलेक्ट्रिक टू व्हीलर में सात किलोवॉट तक के चार्जर का उपयोग किया जाता है जो कई बार ज्यादा पावरफुल हो जाता है। इसके चलते भी बैटरी के गरम होकर उसमें शॉर्ट सर्किट का खतरा बढ़ जाता है।
ज्यादा तापमान बढ़ने से होता है बैटरी में ब्लास्ट
इन दिनों देश के कई हिस्सों में तेज गर्मी पड़ रही है। इससे यहां तापमान भी काफी ज्यादा हो जाता है। उधर, ज्यादातर इलेक्ट्रिक टू व्हीलर में बैटरी को सीट के नीचे लगाया जाता है और गर्मी में धूप के नीचे वाहन खड़ा कर दिया जाता है। इससे उसका तापमान बढ़ जाता है और आग लगने की आशंका बहुत बढ़ जाती है।
गैसोलिन और लिथियम है ज्वलनशील
ई-स्कूटर में ईंधन के लिए इस्तेमाल होने वाली लिथियम आयन बैटरी और सामान्य स्कूटर में उपयोग होने वाली गैसोलिन आधारित बैटरी बेहद ज्वलनशील होतीं हैं। गैसोलिन 210 डिग्री और लिथियम 135 डिग्री सेल्सियस तापमान पर ही आग पकड़ सकती है। इसके चलते गर्मी में तापमान बढ़ते ही इन बैटरियों में आग लग जाती है।