Lok Sabha Election 2024 PM Rally आज 15 अप्रैल को पीएम मोदी का केरल दौरा, त्रिशुर और तिरुवनन्तपुरम में करेंगे जनसभा को संबोधित
Lok Sabha Election 2024 PM Rally in Kerala तिरुवनन्तपुरम/त्रिशुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज 15 अप्रैल को केरल में दो जनसभाओं को संबोधित करेंगे । पीएम तिरुवनन्तपुरम और त्रिशूर में भाजपा की ओर से आयोजित रैली में आम जनता से भाजपा के लिए समर्थन मांगेंगे। खास बात है कि पीएम कांग्रेस नेता शशि थरूर के गढ़ तिरूवंतपुरम में आज हुंकार भरेंगे। । माना जा रहा है कि मिशन दक्षिण भारत के तहत प्रधानमंत्री केरल के 20 लोकसभा सीटों पर जीत हासिल करने के उदेश्य से बड़ी तैयारी कर केरल का दौरा कर रहे हैं।
दक्षिण भारत में जमीन मजबूत करने की जद्दोजहद
भारतीय जनता पार्टी दक्षिण भारत के तमाम राज्यों में अपनी पैठ बनाना चाहती है। इसी उदेश्य से प्रधानमंत्री लगातार तमिलनाडू, कर्नाटक, आन्ध्रप्रदेश,और केरल में रैलियां, रोड शो और जनसभाएं कर रहे हैं। कल ही पीएम ने कर्नाटक के मैसूर में जनसभा और मंगलुरू में रोड शो किया था। आज 15 अप्रैल को पीएम केरल के दौरे पर हैं। केरल में पीएम तिरुवनन्तपुरम और त्रिशुर में जनसभाओं को संबोधित करेंगे।
केरल में पीएम का छठा दौरा
प्रधानमंत्री मोदी वैसे तो मिशन 400 के पार के लक्ष्य के साथ आगे बढ़ रहे हैं। ऐसे में उनके लिए जरूरी है कि दक्षिण के राज्यों में जहां भाजपा अब तक कोई बड़ा कमाल नहीं कर सकी है वहां बड़ी जीत हासिल करें। यही कारण है कि पीएम मोदी लगातार दक्षिण भारत के राज्यों का दौरा कर रहे हैं। प्रधानमंत्री पिछले 19 मार्च को केरल आए थे। अब मोदी तिरुवनन्तपुरम और त्रिशूर जिलों का दौरा कर रहे हैं। बता दें कि प्रधानमंत्री इस साल जनवरी से लेकर अब तक छः बार केरल का दौरा कर चुके हैं। पीएम पिछले 19 मार्च को जब आए थे तब उन्होंने पलक्कड़ जिले में एक विशाल रोड शो किया था। उसके पहले 15 मार्च को पथानामथिट्टा शहर में एक बड़ी जनसभा को संबोधित किया था। सियासी गलियारे में चर्चा है कि 2019 में केरल के 20 लोकसभा सीटों में से अधिकांश सीटों पर भाजपा दूसरे या तीसरे नंबर की पार्टी थी लेकिन इसबार हवा का रूख बदाल-बदला सा है।
यह भी पढ़ें : Loksabha Election 2024: मुख्यमंत्री की सभा में बसपा विधायक…भाजपा प्रत्याशी के समर्थन में मांगे वोट
केरल के 10 सीटों पर भाजपा की नजर
बताते चलें कि केरल की दोनों प्रमुख पार्टियां वाम दल और कांग्रेस इडिया गठबंधन का हिस्सा हैं। भाजपा अब यहां अपनी जमीन मजबूत करने में लगी है। पिछले फरवरी महीने में पीएम भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष के. सुरेन्द्र के नेतृत्व में एक महीने तक चली पद यात्रा के समापन के मौके पर पहुंचे थे। तिरुवनन्तपुरम में उस समय पीएम ने कहा था कि भाजपा इस बार कम से कम 10 सीटों पर पक्की जीत के दावे के साथ आगे बढ़ रही है। खास तौर पर त्रिशुर और तिरुवनन्तपुरम में भाजपा की जीत पक्की मानी जा रही है।
केरल में बड़ा कमाल कर सकती है भाजपा
गौरतलब है कि पिछले 2019 के चुनाव में भाजपा केरल के 5 से 6 सीटों पर बहुत कम मतों से पिछड़ गई थी। इस बार हवा का रूख बदला है। पीएम के ताबड़तोड़ दौरों से भाजपा कार्यकर्ता जोश से भर गए हैं। इस बार भाजपा का दावा है कि त्रिशुर और तिरुवनन्तपुरम सीट पार्टी जरूर जीतेगी। त्रिशूर जहां आज पीएम हुंकार भरने वाले हैं, एक ऐसा निर्वाचन क्षेत्र है जहां भाजपा ने वामपथियों और कांग्रेस के खिलाफ कड़ी मेहनत की है। पिछले चुनाव में अभिनेता सुरेश गोपी के मतो का प्रतिशत 2014 के बनिस्पत 11.02 प्रतिशत से बढ़कर 28.02 फीसदी हो गया था। इसबार भाजपा ये दोनों सीट जीतना चाहती है। तिरुवनन्तपुरम सीट पर वर्ष 2014 और 2019 में लगातार भाजपा दूसरे नंबर पर रही है। 2019 में तो सीपीआई (एम) यहां तीसरे स्थान पर चली गई थी। बताते चलें कि तिरूवंतपुरम से कांग्रेस के नेता शशि थरूर चार बार से चुनाव जीत रहे हैं लेकिन पिछले चुनाव में भाजपा प्रत्याशी ओ राजगोपाल को 32 फीसदी से अधिक मत मिले थे और वे बहुत मामूली मतों से हारे थे।
केरल में भाजपा के लिए अपार संभावनाएं
केरल में सबरीमाला आन्दोलन में सक्रिय भूमिका निभाने के कारण भाजपा की मध्य केरल में पथानामथिट्टा सीट पर जीत की संभावना बढ़ गई है। उधर भाजपा के लिए चौथी उम्मीद तिरुवनन्तपुरम जिले की अट्टिंगल सीट है। पिछले चुनाव यानी 2019 में भाजपा नेत्री शोभा सुरेंद्रन अट्टिंगल से चुनाव लड़ीं थीं और 24.18% वोट हासिल किए थे। इस बार इसमें बढ़ोत्तरी की संभावना है।
लव जिहाद के मसले पर ईसाइयों का मिलेगा साथ
केरल में ईसाई मतदाताओं की संख्या लगभग 18 फीसदी है जबकि मुस्लिम वोटर 26 फीसदी हैं। बीजेपी जानती है कि मुस्लिम मतदाता उसे वोट नहीं करेंगे। हालाकि पिछले नगर निकाय चुनाव में भाजपा ने 110 मुसलमानों को टिकट दिया था। उधर पार्टी ने 490 ईसाई प्रत्याशियों को प्रत्याशी बनाया था। इस कारण ईसाइयों में भाजपा के प्रति झुकाव बढ़ा है। दूसरे केरल का ईसाई समुदाय चाहता है कि राज्य में लव जिहाद के खिलाफ कानून बने। भाजपा इस मसले को उछालते रही है जिसका फायदा भाजपा को मिल सकता है।