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Student commit suicide: बोर्ड परीक्षा के अवसाद में रिटायर्ड फौजी के बेटे ने पिता की बंदूक से गोली मार दे दी जान

Student commit suicide : अजमेर । बोर्ड परीक्षा के अवसाद ने एक और युवक की जान ले ली। इस बार मामला अजमेर के समोलपुर बाड़िया की डाली का है। जहां इरफान पुत्र मोहम्मद आलम चीता हमेशा की तरह ही दोस्तों से मिलने गया था। लेकिन चेहरे पर मायूसी ज्यादा थी। थोड़ी देर दोस्तों पास रूककर इरफान घर आता है। घर पर परिजन घर के बाहर बैठे रिश्तेदारों से गपशप में लगे थे। इसी दौरान गोली चलने की आवाज आती है और सभी लोग घर के भीतर भागते हैं। देखते है कि इरफान नीचे जमीन पर पड़ा था। पास ही आर्मी से रिटायर्ड फौजी पिता की 12 बोर की बंदूक पड़ी थी। इरफान के सीने से खून तेजी से बह रहा था। परिजन उसे तुरंत अस्पताल लेकर पहुंचे। लेकिन अस्पताल में डॉक्टर ने इरफान को मृत घोषित कर दिया।

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क्या था परीक्षा का अवसाद ?

छात्र ने हाल ही में राजस्थान बोर्ड की 12वीं कक्षा की परीक्षा दी थी। परिजनों और मित्रों की माने तो परीक्षा के बाद से ही युवक अवसाद में चल रहा था। रामगंज थाना पुलिस ने शव को अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया। पोस्टमार्टम के बाद आज शव परिजनों को सौंपा गया।

हार्ट पंचर होने से हुई मौत

युवक द्वारा सीने में गोली मारने से हार्ट पंचर हुआ और युवक की मौत हो गई। सूचना मिलते ही रामगंज थाना प्रभारी रविंद्र सिंह खींची पुलिस जाप्ते के साथ अस्पताल पहुंचे। लाइसेंसी हथियार जब्त कर पुलिस मामले की पड़ताल में जुट गई है।

काफी दिनों से अवसाद में था इरफान

युवक इरफान के ताऊ के बेटे ने बताया कि इरफान परीक्षा खत्म होने के बाद से सुस्त व अवसाद में नजर आ रहा था। वहीं देर शाम तक वो आराम से सबके साथ में था। लेकिन कुछ देर बाद वह घर चला गया। युवक की पत्नी भी इस घटना के समय अपने पीहर गई हुई थी। अब युवक की मौत का क्या कारण रहा, ये तो जांच का विषय है। लेकिन परीक्षा के कारण अवसाद के चलते कई स्टूडेंट्स जल्दबाजी में ऐसे कदम उठा रहे हैं।

तनाव को कम करने के लिए कुछ टिप्स

खुद को व्यवस्थित रखने का करें प्रयास

परीक्षा की तैयारी के दौरान लास्ट समय की एंग्जाइटी को कम करने के लिए खुद को व्यवस्थित रहना बहुत जरूरी है। पढ़ने की सामग्री, नोट्स और संसाधनों को सभाल कर रखें। जब आपकी चीजें ज्यादा अव्यवस्थित रहती है तो आपका ध्यान अधिक भटक सकता है।

खुद को फ्रेश रखें

एग्जाम के समय गहरी सांंस लेने के व्यायाम करें। धीरे और गहरी सांसें लें, अपनी नाक से सांस लें और अपने मुंह से सांस छोड़ें। हर दिन ध्यान लगाने के लिए कुछ समय निकालें। जिससे शरीर स्वस्थ रहेगा। नाकारात्मक सोच को अपने पर हावी ना होने दें।

रटने की आदत छोड़ एक्टिव लर्निंग करें

किसी भी विषय को रटने की कोशिश न करे, ये आदत छोड़ दें। इसकी जगह आपको एक्टिव लर्निंग करनी चाहिए। नोट्स लेने, दूसरों को सिखाने और खुद के साथ प्रश्नोत्तर करने के माध्यम से आप चीजों को बेहतर ढंग से कर सकते है।

काफी समय पहले से ही तैयारी शुरू करें

परीक्षा शुरू होने से काफी पहले ही पढ़ाई शुरू कर दें। इससे आप हड़बड़ी किए बिना ही अपने स्लेबस को पूरा कर पाएंगे। अपने स्लेबस के आपको छोटे और मैनेजेबल सेशन में बाटना है जिससे आप इसे आसानी से खत्म कर पाएंगे। अपनी तैयारी को जानने के लिए मॉक टेस्ट, प्रैक्टिस पेपर को सॉल्व करें।

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