Loksabha Election 2024 Rajasthan : डूंगरपुर। लोकसभा चुनाव के महासंग्राम के दूसरे चरण के चुनाव प्रचार का आज आखिरी दिन था। इससे पहले राजस्थान की 13 सीटों को अपने पक्ष में करने के लिए भाजपा- कांग्रेस के नेताओं ने प्रचार में पूरी ताकत लगा दी। सीएम भजनलाल शर्मा ने प्रतापगढ़ का दौरा कर कांग्रेस पर हमला बोला, तो कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने डूंगरपुर के कुआ गांव से बीजेपी को कोसा। इसके साथ ही उन्होंने लोकसभा चुनाव के परिणामों को लेकर भी भविष्यवाणी की। डोटासरा ने कहा कि बीजेपी 400 का ख्वाब देख रही है, लेकिन 150 सीटों के अंदर सिमट जाएगी।
आदिवासी दिलाएंगे भाजपा से आजादी
राजस्थान कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने डूंगरपुर में बांसवाड़ा- डूंगरपुर सीट से INDIA गठबंधन के प्रत्याशी बीएपी के राजकुमार रोत के समर्थन में चुनावी सभा को संबोधित किया। इस दौरान डोटासरा ने कांग्रेस से भाजपा में शामिल होकर लोकसभा चुनाव लड़ रहे महेंद्रजीत मालवीया को गद्दार बताया। उन्होंने कहा की कांग्रेस के साथ गद्दारी करने वाले महेंद्र जीत सिंह मालवीया को सबक सिखाना है, यह कांग्रेस ने तय कर लिया है | इसके साथ ही डोटासरा ने कहा कि आदिवासी अंग्रेजों के सामने भी नहीं झुके थे और उन्होने देश को आजाद कराया था। वैसे ही अब आदिवासी समाज बांसवाड़ा- डूंगरपुर सीट को भाजपा से आजाद कराएगा।
भाजपा संविधान बदलना चाहती है
पीसीसी चीफ डोटासरा ने कहा कि अगर तीसरी बार देश में भाजपा की सरकार आ गई तो न आदिवासी बचेगा, न ही देश बचेगा, न लोकतंत्र बचेगा और न ही संविधान बचेगा। भाजपा को 400 पार सीट लाकर संविधान बदलना चाहती है, वोट का अधिकार समाप्त करना चाहती है और आपका आरक्षण समाप्त करना चाहती है।
150 सीट पर सिमट जाएगी बीजेपी
पीसीसी चीफ डोटासरा ने कहा कि लोकसभा चुनाव के पहले चरण से भाजपा की हवा उड़ गई है, पहले चरण पर मतदान वाली देश की 102 सीटों में से भाजपा की 20 सीट भी आने वाली नहीं है। 400 सीट के ख्वाब देने वाली भाजपा लोकसभा चुनाव में 150 के अन्दर ही सिमट कर रह जाएगी।
डूंगरपुर- बांसवाड़ा सीट के सियासी योद्धा
बांसवाड़ा- डूंगरपुर सीट से भाजपा ने महेंद्रजीत मालवीया को चुनाव मैदान में उतारा है। मालवीया कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए हैं। उनका मुकाबला बीएपी के राजकुमार रोत से है, क्योंकि कांग्रेस ने यहां बीएपी के साथ गठबंधन किया है। हालांकि, कांग्रेस के सिम्बल पर अरविंद डामोर चुनाव मैदान में हैं। क्योंकि कांग्रेस की ओर से बीएपी से गठबंधन कर लिए जाने के बाद डामोर ने नामांकन की अंतिम तिथि तक अपना नामांकन वापस नहीं लिया था। ऐसे में वो अब कांग्रेस प्रत्याशी के तौर पर चुनाव मैदान में हैं। हालांकि कांग्रेस उन्हें निष्कासित कर चुकी है।