Single Child Parenting Tips: हर किसी के बचपन का अपना एक अलग अनुभव होता है। जिसे वह बाद में याद (Single Child Parenting Tips) करके मुस्कुराते है। जब घर में एक से ज्यादा बच्चे होते है तो वह एक दूसरे के साथ खेलकर,साथ समय बिता कर और लड़ाई-झगड़ा कर अपने साथ घर के सदस्यों का भी मनोरंजन करते रहते है। लेकिन अगर वहीं बात सिंगल चाइल्ड यानी इकलौते बच्चे की आती है तो माता-पिता को उनकी परवरिश में खास ध्यान रखने की जरूरत होती है और यह चीज उनके लिए किसी चुनौती से कम नहीं होती।
क्योंकि कब बच्चे के मन में अकेलेपन की भावना पैदा हो जाए यह पता लगाना थोड़ा मुश्किल होता है। अगर आप भी अपने इकलौते बच्चे के परवरिश को लेकर परेशान है तो चिंता ना करे। आज हम आपके लिए कुछ ऐसी बातें लेकर आए जो अक्सर माता-पिता परवरिश के दौरान करते है और इकलौते बच्चे के परवरिश के समय उन्हें इन गलतियों से बचना चाहिए। तो आइए जानते है क्या है वो गलतियां:-
जरूरत से ज्यादा लाड़-प्यार
कई बार माता-पिता को कहते हुए सुना जाता है कि उनके लाड़-प्यार ने बच्चे को बिगाड़ दिया है। हम सभी जानते है कि हर अभिभावक अपने बच्चे से प्यार करते है और उन्हें जताते के लिए वह वो सब करते है जिससे बच्चे को खुशी मिलती है। लेकिन जरूरत से ज्यादा प्यार बच्चों को बिगाड़ सकती है। इस वजह से जिद्दी बनने लगते है और अपनी बातों को मनवानें के लिए रोना, जिद्द करना,किसी कार्य में सहयोग ना करना और ज्यादा गुस्सा व चिड़चिड़ा रहने जैसी आदत भी लग सकती है।
ओवरप्रोटेक्टिव बिहेव
इकलौते बच्चे के प्रति माता पिता का प्रोटेक्टिव नेचर होना सामान्य बात है। लेकिन यहां माता पिता को प्रोटेक्टिव और ओवरप्रोटेक्टिव में अंतर समझने की जरूरत है। जैसे बच्चा कोई काम कर रहा है तो बार-बार उसके काम में दखल देना या फिर उसे सही-गलत के बारे में बोलना, आपका यह व्यवहार बच्चे के लिए गलत हो सकता है। क्योंकि ऐसे में धीरे धीरे बच्चा सिर्फ आप पर ही निर्भर रहने लगेगा और कभी खुद से फैसले नहीं कर पाएगा। ऐसे में आप उन्हें खुद के काम खुद से करने दे लेकिन बच्चा क्या कर रहा है इस बात का भी ध्यान रखे।
अपनी इच्छाएं बच्चे पर डालना
अधिकतर माता पिता अपने बच्चों से उम्मीद करते है कि भविष्य में बच्चे उनके अधूरे सपने को पूरा करेंगे और इसके लिए वह उन्हें बचपन से ही तैयार करने लगते है या यूं कहे कि उन पर दबाव बनाने लगते है। माता पिता को लगता है कि उनका एक ही बच्चा है और वहीं उनके अधूरे सपने को पूरा करेंगा। लेकिन आपको यहां समझने की जरूरत है कि हर बच्चे का अपने ख्वाब,हॉबी,पसंद ना पसंद सब होते है। ऐसे में आपका उन पर दबाव उनके लिए परेशानी की वजह बन सकता है और उनके मानसिक व शारीरिक स्वास्थ्य पर बुरा असर डाल सकता है।