Bengal Bandh: बीजेपी ने पश्चिम बंगाल में आज सुबह 6 बजे से शाम 6 बजे तक बंद का आह्वान किया है। बीजेपी द्वारा यह बंद बीते मंगलवार को राज्य सचिवालय ‘नबन्ना’ की ओर मार्च करने वाले छात्रों पर पुलिस कार्रवाई के खिलाफ विरोध जताने के लिए बुलाया गया है। बता दें कि मंगलवार को पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को ‘नबन्ना’ पहुंचने से रोकने के लिए लाठीचार्ज, वाटर कैनन और आंसू गैस का इस्तेमाल किया था।
बीजेपी द्वारा समर्थित विरोध प्रदर्शन
‘नबन्ना अभियान’ की अपील एक नए छात्र संगठन ‘पश्चिम बंगाल छात्र समाज’ और एक विद्रोही राज्य सरकारी कर्मचारियों के मंच ‘संघर्षी जौथा मंच’ द्वारा की गई थी। सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने आरोप लगाया कि यह बीजेपी द्वारा समर्थित विरोध प्रदर्शन था। प्रदर्शनकारी पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में ट्रेनी महिला डॉक्टर की बलात्कार और हत्या के मामले में इस्तीफा देने की मांग कर रहे थे।
भाजपा के वरिष्ठ नेता सुवेंदु अधिकारी ने आरोप लगाया कि पुलिस कार्रवाई में 160 से अधिक प्रदर्शनकारी, जिनमें 17 महिलाएं शामिल हैं, घायल हो गए। पुलिस ने दावा किया कि झड़पों में कई पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं। सुवेंदु अधिकारी ने पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस से बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगाने का आग्रह किया। सुवेंदु अधिकारी ने कहा कि हम हड़ताल का आह्वान करने के लिए मजबूर हैं क्योंकि राज्य की यह तानाशाही सरकार लोगों की आवाज़ और पीड़िता के लिए न्याय की मांग को अनसुना कर रही है। ये सरकार न्याय देने के बजाय, ममता बनर्जी की पुलिस राज्य के शांति-प्रिय लोगों पर अत्याचार कर रही है।
वहीं बीजेपी के राज्य अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री सुकांत मजूमदार ने कहा प्रदर्शनकारियों पर ममता सरकार ने लाठीचार्ज, वाटर कैनन और आंसू गैस का इस्तेमाल किया, जो की गलत है। इन लोगों की केवल इतनी मांग थी कि राज्य में महिलाओं को सुरक्षित वातावरण मिले। लेकिन ममता सरकार ने इनके साथ जो किया वो बहुत गलत है।
बंगाल सरकार ने कहा, बुधवार को नहीं है बंद
उधर पश्चिम बंगाल सरकार ने लोगों से बीजेपी के बंद का समर्थन न करने का आग्रह किया। ममता बनर्जी की मुख्य सलाहकार अलापन बंद्योपाध्याय ने कहान कि हम बुधवार को किसी भी बंद की अनुमति नहीं देंगे। हम लोगों से इसमें भाग न लेने का आग्रह करते हैं। सामान्य जीवन पर कोई प्रभाव न पड़े, इसके लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।
बंगाल सरकार ने जारी की अधसूचना
इस संबंध में राज्य सरकार ने एक अधिसूचना भी जारी की है। जिसमें कहा गया कि सभी सरकारी कार्यालय खुले रहेंगे और सभी कर्मचारियों को सिवाय उन लोगों के जो आपात स्थिति का सामना कर रहे हैं या छुट्टी पर हैं, 28 अगस्त को ड्यूटी पर मौजूद होना होगा। वहीं तृणमूल ने कहा कि भाजपा ने राजनीतिक लाभ प्राप्त करने के लिए हड़ताल का आह्वान किया है। इसलिए बुधवार को कोई बंद नहीं होगा।
देशभर में दिख रहा है आक्रोश
9 अगस्त को 31 वर्षीय डॉक्टर के साथ हुए बलात्कार और हत्या ने देश भर में आक्रोश पैदा कर दिया है। कई हिस्सों में जूनियर डॉक्टरों ने गैर-आपातकालीन मरीजों को देखने से इनकार कर दिया है। वे पीड़िता के लिए न्याय और अस्पतालों में महिलाओं की सुरक्षा बढ़ाने की मांग कर रहे हैं।
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