Gujarat Flood: गुजरात में पिछले कुछ दिनों से हो रही मूसलधार बारिश ने राज्य को भयंकर बाढ़ की स्थिति में डाल दिया है। राज्य में हाल ही में हुई भारी बारिश और बाढ़ की वजह से 25 और लोगों की मौत हो गई है। इसके साथ ही राज्य में कुल मृतकों की संख्या बढ़कर 35 हो गई है। मौसम विभाग ने आज के लिए कई क्षेत्रों में रेड अलर्ट जारी किया है। इस गंभीर स्थिति के बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्य के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल से मौजूदा हालात की जानकारी ली है और राहत कार्यों की समीक्षा की है।
12 जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी
मौसम विभाग (आईएमडी) ने सौराष्ट्र क्षेत्र के 12 जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। पूर्वानुमान के मुताबिक, इस क्षेत्र में और भारी बारिश की संभावना है। मध्य गुजरात के अहमदाबाद और वडोदरा जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है।
बुधवार को सौराष्ट्र क्षेत्र के देवभूमि द्वारका, जामनगर, राजकोट और पोरबंदर जिलों में शाम 6 बजे तक 12 घंटे के भीतर 50 मिमी से 200 मिमी तक बारिश दर्ज की गई। देवभूमि द्वारका के भनवड़ तालुका में 185 मिमी बारिश हुई, जो राज्य में सबसे अधिक है।
रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए कई बलों की तैनाती
गुजरात के स्वास्थ्य मंत्री रुशिकेश पटेल ने बताया कि 5,000 से अधिक लोगों का पुनर्वास किया गया है और लगभग 40,000 लोगों को बाढ़ प्रभावित इलाकों से निकाला गया है। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, भारतीय सेना, वायुसेना और तटरक्षक बल के जवान राहत और बचाव कार्यों में जुटे हैं। बाढ़ की स्थिति के कारण दर्जनों ट्रेनें भी रद्द की गई हैं।
916 सड़कें आवाजाही के लिए बंद
भारी बारिश के कारण राज्य में 916 सड़कें, वाहनों की आवाजाही के लिए बंद हो चुकी हैं। इनमें 2 राष्ट्रीय राजमार्ग और 66 राज्य राजमार्ग शामिल हैं। पोरबंदर जिले में 90, सुरेंद्रनगर में 77 और राजकोट में 76 सड़कें बंद हैं। जामनगर जिले में लगातार हो रही बारिश से रंजीत सागर बांध ओवरफ्लो हो गया है, जिससे इलाके में बाढ़ की स्थिति और भी गंभीर हो गई है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल से टेलीफोन पर बातचीत की और बाढ़ के हालात से निपटने के लिए उठाए गए कदमों की जानकारी ली। सीएम पटेल ने बताया कि प्रधानमंत्री ने राज्य के विभिन्न जिलों के प्रभावित लोगों के लिए राहत उपायों पर विचार किया है और केंद्र सरकार की तरफ से हर संभव सहायता का आश्वासन दिया है।
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मौसम वैज्ञानिकों ने बताई बारिश की वजह
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि बंगाल की खाड़ी में बन रहे लो प्रेशर एरिया के कारण बारिश की तीव्रता बढ़ी है। पहले यह लो प्रेशर एरिया उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ता था, लेकिन अब इसका रूट बदलकर महाराष्ट्र, गुजरात और राजस्थान की ओर हो गया है। जलवायु परिवर्तन के कारण बारिश के पैटर्न में यह बदलाव आया है।
मगरमच्छों से बढ़ी मुसीबत
गुजरात में बाढ़ के चलते वडोदरा में कुछ लोग अपनी छतों से मगरमच्छों को देखने लगे हैं। एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें एक मगरमच्छ पानी में तैरता हुआ दिखाई दे रहा है।
Crocodile park outside of our society 🐊🐊 https://t.co/eLgh8a74l7 pic.twitter.com/Ezeq4L7Woe
— Hhetal Sswami (@hetalswami) August 29, 2024
वाइल्ड लाइफ ग्रुप के प्रमुख अरविंद पवार ने बताया कि अब तक पांच मगरमच्छों को पकड़ा गया है, जबकि अन्य मगरमच्छों को पकड़ने के प्रयास जारी हैं। पानी में मगरमच्छों को पकड़ना मुश्किल है क्योंकि वे पानी में छिप जाते हैं, जिससे रेस्क्यू ऑपरेशन खतरनाक हो जाता है।
#WATCH | Vadodara, Gujarat: Forest Department rescues the crocodile seen on the campus of the Maharaja Sayajirao University of Baroda pic.twitter.com/joBQjJfAHW
— ANI (@ANI) August 29, 2024
वडोदरा में मगरमच्छों के कारण प्रशासन ने लोगों को सलाह दी है कि वे पानी वाले क्षेत्रों में जाने से बचें। बाढ़ की स्थिति में मगरमच्छों की गतिविधियां भी बढ़ गई हैं, जिससे स्थानीय निवासियों की चिंता और भी बढ़ गई है।
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