भारत दौरे पर अबू धाबी के क्राउन प्रिंस, PM मोदी से हैदराबाद हाऊस में की मुलाकात

Abu Dhabi Crown Prince India Visit: अबू धाबी के क्राउन प्रिंस, शेख खालिद बिन मोहम्मद बिन जायेद अल नहयान दो दिवसीय भारत दौरे पर हैं। सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने क्राउन प्रिंस का हैदराबाह हाउस में गले लगातर स्वागत किया। जहां दोनों नेताओं ने कई अहम मुद्दो पर चर्चा की। बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी के निमंत्रण पर अल नहयान रविवार को ही भारत पहुंच चुके थे।

 

विदेश मंत्रालय ने प्रधानमंत्री मोदी द्वारा शेख खालिद का स्वागत करते हुए तस्वीरें साझा कींhttps://twitter.com/ANI/status/1833105446179139646 और उन्हें खास मित्र के रूप में बताया।

 

अबू धाबी के क्राउन प्रिंस शेख खालिद बिन मोहम्मद बिन जायेद अल नहयान ने राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की।

 

शेख खालिद बिन मोहम्मद बिन जायेद अल नहयान ने राजघाट पर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि देते हुए पुष्पांजलि अर्पित की।

 

राजघाट पहुंच अबू धाबी के क्राउन प्रिंस शेख खालिद बिन मोहम्मद बिन जायेद अल नहयान ने यहां अमलतास (Cassia Fistula) का पौधा लगाया। वह UAE से पौधा लगाने वाले तीसरे पीढ़ी के नेता हैं। यह राजघाट के इतिहास में पहली बार है जब एक ही देश की तीन पीढ़ियों के नेताओं ने महात्मा गांधी की विरासत को सम्मानित करते हुए पेड़ लगाए हैं। यह भारत और UAE के बीच गहरे और बढ़ते रिश्ते को दर्शाता है।

बता दें कि यह अबू धाबी के क्राउन प्रिंस के रूप में शेख अल नहयान की भारत की पहली यात्रा है। अबू धाबी संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के सात अमीरातों में से एक है। उनके साथ UAE सरकार के कई मंत्री और एक व्यापारिक प्रतिनिधिमंडल भी आया है।

दिल्ली में बैठकों के बाद, शेख अल नहयान के मुंबई जाने की उम्मीद है, जहां वे एक व्यापारिक मंच में भाग लेंगे। इस मंच में दोनों देशों के प्रमुख व्यापारिक नेता मंगलवार को भाग लेंगे।

भारत और UAE के बीच द्विपक्षीय संबंधों को प्रधानमंत्री मोदी की अगस्त 2015 में अरब देश की यात्रा के बाद व्यापक रणनीतिक साझेदारी के स्तर पर ले गया है। MEA (विदेश मंत्रालय) ने शेख अल नहयान की यात्रा से पहले कहा, ‘भारत और UAE के बीच ऐतिहासिक रूप से घनिष्ठ और मित्रतापूर्ण संबंध है।

गौर हो कि हाल के वर्षों में भारत और UAE के बीच व्यापक रणनीतिक साझेदारी राजनीति, व्यापार, निवेश, संपर्क, ऊर्जा, प्रौद्योगिकी, शिक्षा और संस्कृति सहित कई क्षेत्रों में और भी गहरी हुई है।’

फरवरी 2022 में, दोनों देशों ने व्यापक आर्थिक साझेदारी समझौते (CEPA) पर हस्ताक्षर किए थे। जिसके बाद जुलाई 2023 में एक स्थानीय मुद्रा निपटान प्रणाली (LCS) पेश की गई। जिससे भारतीय रुपए और UAE दिरहम (AED) का उपयोग करके सीमा पार लेनदेन को आसान बनाया जा सके।

आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, दोनों देश एक-दूसरे के शीर्ष व्यापारिक साझेदारों में शामिल हैं। 2022-23 में द्विपक्षीय व्यापार लगभग 85 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंच गया। इसी अवधि में UAE भारत में शीर्ष चार प्रत्यक्ष विदेशी निवेशकों में भी शामिल था।

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