प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा प्राप्त किए गए तोहफों और स्मृति चिह्नों की नीलामी की प्रक्रिया अब शुरू हो चुकी है। यह नीलामी 19 सितंबर से शुरू होकर 2 अक्टूबर तक चलेगी। इस नीलामी में शामिल होने के लिए देशवासियों को आमंत्रित किया गया है, ताकि वे प्रधानमंत्री को मिले 600 से अधिक उपहारों पर बोली लगा सकें।
केंद्र सरकार के संस्कृति मंत्रालय द्वारा आयोजित की जा रही इस ई-नीलामी में उन उपहारों का समावेश किया गया है, जिन्हें पीएम मोदी ने विभिन्न वैश्विक सम्मेलनों और कार्यक्रमों में प्राप्त किया है। इन उपहारों और स्मृति चिह्नों को राष्ट्रीय आधुनिक कला संग्रहालय में रखा गया है, जहां से इच्छुक बोलीदाता इन्हें देख सकते हैं और अपनी बोली लगा सकते हैं।
क्या-क्या है नीलामी में?
नीलामी में शामिल उपहारों में विभिन्न प्रकार की वस्तुएं हैं, जैसे कि पारंपरिक हस्तकला, चित्रकला, मूर्तियां और अन्य सांस्कृतिक वस्तुएं। यह नीलामी केवल देशवासियों के लिए नहीं, बल्कि विश्वभर के लोगों के लिए खुली है, जिससे हर कोई इन अनूठे उपहारों का हिस्सा बन सकता है।
इस बार नीलामी में शामिल वस्तुओं में टोपी, जूते, बैडमिंटन रैकेट, राम-लक्ष्मण-सीता की मूर्तियां, राम मंदिर का मॉडल, कलश, और भी बहुत कुछ है। खास बात यह है कि पैरालिंपिक कांस्य पदक विजेता नित्या श्री सिवन के बैडमिंटन रैकेट की कीमत 5.5 लाख रुपए रखी गई है। वहीं, विश्व पैराएथलेटिक्स चैंपियनशिप में रजत पदक जीतने वाले शरद कुमार की टोपी की कीमत 9 लाख रुपए है, जो इस नीलामी में सबसे महंगी वस्तु है।
हालांकि, चिंता करने की जरूरत नहीं है। सबसे सस्ते उपहार की कीमत महज 700 रुपए रखी गई है, और 1200 रुपए तक की कीमत में भी कई अच्छी चीजें उपलब्ध हैं।
क्या है नीलामी का उद्देश्य?
ऐसे लगा सकते हैं बोली
अगर आप भी पीएम मोदी के उपहारों को खरीदना चाहते हैं, तो इसके लिए सबसे पहले आपको इस लिंक पर जाकर रजिस्ट्रेशन करना होगा। इसके बाद आप लॉगइन करके अपनी डिटेल भरकर बोली लगा सकते हैं। इस नीलामी में भाग लेना बहुत आसान है, और इसमें सभी के लिए अवसर है, चाहे आपकी बजट सीमा कितनी भी हो।
यह नीलामी एक अनोखा अवसर है, जिससे न केवल आप खास उपहार खरीद सकते हैं, बल्कि गंगा नदी के संरक्षण के लिए भी योगदान दे सकते हैं। पीएम मोदी ने इस नीलामी को लेकर अपने उत्साह का इजहार किया है और देशवासियों से अपील की है कि वे इसमें बढ़-चढ़कर हिस्सा लें।