मुंबई के धारावी इलाके में स्थित महबूब सुबहानि मस्जिद के कथित अवैध हिस्से को तोड़ने के लिए आए बीएमसी (BMC) के अधिकारियों का काम रोकने के लिए लोग सड़कों पर उतर आए हैं। इस दौरान इलाके में भारी भीड़ जमा हो गई और कई लोगों ने गुस्से में आकर बीएमसी की एक गाड़ी का शीशा तोड़ दिया। स्थिति इतनी तनावपूर्ण हो गई है कि इलाके में पुलिस बल को तैनात करना पड़ा है।
चिट्ठी से मचा बवाल
क्या है मामला?
यह मस्जिद 60 साल से अधिक पुरानी है और पिछले दो वर्षों से इसके अवैध निर्माण को लेकर विवाद चल रहा है। बीएमसी ने दो साल पहले मस्जिद के खिलाफ नोटिस जारी किया था, लेकिन तब से स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ। स्थानीय समुदाय ने बताया कि बारिश के पानी की समस्या के कारण मस्जिद में मरम्मत का काम किया गया था और जनसंख्या बढ़ने के चलते नमाज पढ़ने के लिए एक अतिरिक्त मंजिल का निर्माण किया गया था।
घटनास्थल पर कई वीडियो सामने आए हैं, जिनमें देखा जा सकता है कि सड़कों पर सैकड़ों लोग नारेबाजी कर रहे हैं। इस दौरान पुलिस को प्रदर्शनकारियों को नियंत्रित करने की कोशिश करते देखा जा सकता है। धक्का-मुक्की की स्थिति भी बन गई है, जिससे वाहनों की आवाजाही में बाधा उत्पन्न हो रही है।
पुलिस प्रशासन प्रदर्शनकारियों को समझाने की कोशिश कर रहा है। स्थानीय लोगों से अपील की जा रही है कि वे सड़क से हट जाएं ताकि अन्य वाहन निकल सकें। अधिकारियों ने शांति बनाए रखने की अपील की है और कहा है कि किसी भी प्रकार की संपत्ति को नुकसान न पहुंचाया जाए। मुस्लिम समुदाय के कुछ लोग भी सामने आए हैं, जिन्होंने प्रदर्शनकारियों से शांत रहने और सड़क पर बैठने की गुहार लगाई है ताकि स्थिति को संभाला जा सके। इसके बाद पुलिस की बात मानते हुए मुस्लिम समाज के लोगों ने सड़क के एक हिस्से का ट्रैफिक क्लियर कर दिया।
तोड़फोड़ की कार्रवाई रोकने का प्रयास करेंगे मुख्यमंत्री
स्थानीय कांग्रेस सांसद वर्षा गायकवाड ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से धारावी की महबूब-ए-सुभानिया मस्जिद को भेजी गई बीएमसी की डिमोलिशन नोटिस के बारे में मुलाकात की। उन्होंने मुख्यमंत्री को लोगों की भावनाओं से अवगत कराया। गायकवाड ने कहा कि उनकी बातचीत सकारात्मक रही, और मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया कि वे संबंधित अधिकारियों से बात करेंगे और तोड़फोड़ की कार्रवाई रोकने का प्रयास करेंगे।