दिल्ली में अब आतिशी सरकार

दिल्ली में आज से शुरू हुई आतिशी की पारी, मिलिए सरकार के 5 नए मंत्रियों से!

दिल्ली में एक बार फिर से आम आदमी पार्टी (आप) की सरकार का गठन हुआ है। पार्टी की विधायक दल की नेता आतिशी ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है, जिसके साथ ही दिल्ली में उनकी सरकार का आगाज हो गया है। राजभवन में हुए एक भव्य समारोह में, आतिशी के साथ पांच अन्य मंत्रियों ने भी शपथ ग्रहण किया।

 

नव नियुक्त मंत्रियों में सौरभ भारद्वाज, कैलाश गहलोत, गोपाल राय, इमरान हुसैन और मुकेश अहलावत शामिल हैं। ये सभी नेता पार्टी के प्रति अपनी प्रतिबद्धता और दिल्ली के विकास के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाने का संकल्प ले चुके हैं।

ये भी पढ़ें- आतिशी मार्लेना की ‘एक्सीडेंटल चीफ मिनिस्टर’ बनने की पूरी कहानी

1-सौरभ भारद्वाज

ग्रेटर कैलाश से तीन बार के विधायक सौरभ भारद्वाज को फिर से मंत्रिमंडल में जगह मिली है। इंजीनियरिंग की पढ़ाई के बाद राजनीति में कदम रखने वाले भारद्वाज, दिसंबर 2013 में अरविंद केजरीवाल की 49 दिन की सरकार में परिवहन और पर्यावरण जैसे महत्वपूर्ण विभागों के मंत्री रह चुके हैं। हालांकि, 2015 में जब ‘आप’ ने सत्ता में वापसी की, तो उन्हें हटा दिया गया। सौरभ (44) को पार्टी का मजबूती से बचाव करने और भाजपा पर हमले करने के लिए जाना जाता है। 2017 में दिल्ली विधानसभा में उन्होंने ‘डमी मशीन’ का इस्तेमाल करके ईवीएम में छेड़छाड़ की संभावना को उजागर करने की कोशिश की थी।

2- कैलाश गहलोत

कैलाश गहलोत को आम आदमी पार्टी (आप) का विश्वासपात्र माना जाता है। 50 वर्षीय गहलोत ग्रामीण पृष्ठभूमि से हैं और ‘आप’ के प्रमुख जाट नेताओं में से एक हैं। उन्होंने 2015 और 2020 में नजफगढ़ से चुनाव जीतने में सफलता हासिल की। 2017 में कपिल मिश्रा के इस्तीफे के बाद उन्हें कैबिनेट में शामिल किया गया। गहलोत कानून में स्नातक और स्नातकोत्तर हैं और परिवहन, महिला एवं बाल विकास, गृह और आईटी जैसे महत्वपूर्ण विभागों का कार्यभार संभाल चुके हैं।

3- गोपाल राय

बाबरपुर से विधायक गोपाल राय को नई मंत्रिपरिषद में फिर से शामिल किया गया है। वे पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल के करीबी सहयोगी और ‘आप’ के संस्थापक सदस्यों में से एक हैं। राय पूर्वी उत्तर प्रदेश के मऊ जिले से आते हैं और छात्र राजनीति में भ्रष्टाचार और अपराध के खिलाफ सक्रिय रहे हैं। उन्होंने 2011 में ‘इंडिया अगेंस्ट करप्शन’ आंदोलन में भाग लिया और 2013 में बाबरपुर से चुनाव लड़ा, लेकिन हार गए। 2017 में उन्हें ‘आप’ की दिल्ली इकाई का संयोजक नियुक्त किया गया।

4- इमरान हुसैन

इमरान हुसैन बल्लीमारन से विधायक हैं और 2015 में उन्होंने महत्वपूर्ण जीत के साथ अपने चुनावी सफर की शुरुआत की। वे दिल्ली सरकार में खाद्य और आपूर्ति और वन मंत्री रह चुके हैं और अब नई सरकार में भी शामिल हैं। हुसैन अल्पसंख्यकों का प्रतिनिधित्व करेंगे। उनकी अहमियत का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि जब केजरीवाल ने एलजी के पास अपना इस्तीफा सौंपा था, तो हुसैन भी उनके साथ थे।

5- मुकेश अहलावत

दिल्ली के सुल्तानपुर माजरा से विधायक मुकेश अहलावत को समाज कल्याण मंत्री राज कुमार आनंद के इस्तीफे के बाद शामिल किया गया है। अहलावत ने 2020 में इस सीट पर 48,000 से अधिक मतों के अंतर से जीत हासिल की थी। पेशे से बिजनेसमैन, उन्होंने पहले 2013 में बसपा से चुनाव लड़ा था, लेकिन हार गए थे। सुल्तानपुर माजरा एक उपनगरीय विधानसभा सीट है, जो उत्तर पश्चिम दिल्ली लोकसभा क्षेत्र में आती है।

केजरीवाल के इस्तीफे के बाद नया नेतृत्व

अरविंद केजरीवाल के इस्तीफे के बाद, आतिशी को विधायक दल का नेता चुना गया। कालकाजी सीट से विधायक रह चुकी आतिशी, दिल्ली सरकार में कई महत्वपूर्ण विभागों की जिम्मेदारी संभाल चुकी हैं। उनके नेतृत्व में पार्टी नए दिशा-निर्देशों के साथ आगे बढ़ने का प्रयास करेगी। आतिशी ने शनिवार को दिल्ली के छठे मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना ने आतिशी और अन्य मंत्रियों को शपथ दिलाई। आतिशी, पूर्व मुख्यमंत्री सुषमा स्वराज और शीला दीक्षित के बाद, दिल्ली की तीसरी महिला मुख्यमंत्री बनी हैं।

सरकार का बहुमत साबित करना

आतिशी और उनके मंत्रिमंडल को 26-27 सितंबर को बुलाए गए विशेष सत्र में 70 सदस्यीय विधानसभा में अपना बहुमत साबित करना होगा। इससे पहले, मंगलवार शाम को, आतिशी ने उपराज्यपाल से मुलाकात की और अपनी सरकार बनाने का दावा पेश किया। इस दौरान उन्होंने अपना इस्तीफा भी सौंपा, जिसके बाद उपराज्यपाल ने शपथ ग्रहण की तारीख 21 सितंबर प्रस्तावित की।

ये भी पढ़ें- अरविंद केजरीवाल के लिए उठी सरकारी आवास की मांग, राघव चड्ढा बोले- ये नियमों के मुताबिक

आतिशी ने कहा है कि उनकी सरकार का मुख्य लक्ष्य दिल्ली की जनता की समस्याओं का समाधान करना और विकास के नए आयाम स्थापित करना होगा। उन्होंने यह भी कहा कि वह सभी वर्गों के लोगों के साथ मिलकर काम करेंगी और दिल्ली को और भी आगे बढ़ाने का प्रयास करेंगी।