दिल्ली विश्वविद्यालय से एफिलिएटेड ‘श्री गुरु तेग बहादुर खालसा कॉलेज’ में बीते रविवार को प्रिंसिपल ऑफिस के बाहर दो छात्र गुटों के बीच झड़प हो गई। इस दौरान एक छात्र की पगड़ी गिर गई। लड़ाई का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
क्यों हुई लड़ाई?
बता दें कि छात्रों के बीच यह झड़प, तब हुई जब कॉलेज प्रशासन ने कॉलेज की मूल संस्था, दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधन समिति (DSGMC) के निर्देशों के बाद 27 सितंबर को होने वाले दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (DUSU) चुनावों में भाग न लेने की घोषणा की, जिसके बाद विरोध प्रदर्शन हुए।
वायरल हो रहा है लड़ाई का वीडियो
वायरल वीडियो में छात्रों का एक समूह प्रिंसिपल के कार्यालय के बाहर खड़ा दिखाई दे रहा है। कुछ ही क्षणों बाद एक लाल पगड़ी पहने हुए छात्र को अचानक खींचा जाता है। वायरल वीडियों में देखा जा सकता है कि छात्र को पीटा जाता है और कुछ अन्य छात्रों द्वारा लात मारी जाती है। हमले के दौरान उस छात्र की पगड़ी गिर जाती है। तभी वहां मौजूद दूसरे छात्रों द्वारा बीच बचाव किया जाता है। उनमें से एक पगड़ी उठाता है और उस लड़के को देता है, जिसने इसे पहना था। फिर वे लोग पगड़ी पहने हुए छात्र को वहां से ले जाते हैं।
This video is coming from Sri Guru Tegh Bahadur Sahib Khalsa College Delhi , in which a Sikh Boy was brutally beaten up just because he was going to file his nomination for Union Election even his Turban was taken out . I demand strict action against the culprits #Sikhi #beadbi… pic.twitter.com/XBlcPdzg0H
— Farmer – Adv Vasu Kukreja (@AdvVasukukreja) September 22, 2024
बाकी छात्र प्रिंसिपल के कार्यालय के बाहर खड़े रहते हैं। उनमें से कुछ अधिकारियों से बात करते हुए दिखाई देते हैं, जिन्होंने कार्यालय का दरवाजा खोला था। कुछ समय बाद, कुछ छात्रों को कॉलेज के गेट की ओर दौड़ते हुए देखा जाता है।
छात्र ने दर्ज कराई शिकायत
बता दें कि जिस छात्र की पगड़ी लड़ाई के दौरान गिर गई थी, उसने इस घटना पर शिकायत दर्ज कराई। छात्र की शिकायत पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है। एफआईआर भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 299 (धार्मिक भावनाओं को आहत करने के उद्देश्य से किया गया कृत्य), 115(2) (जानबूझकर चोट पहुंचाना), 351(2) (आपराधिक धमकी) और 3(5) (समान उद्देश्य की प्राप्ति के लिए दो या अधिक व्यक्तियों द्वारा किया गया संयुक्त आपराधिक दायित्व) के तहत दर्ज की गई।
इससे पहले, कॉलेज के प्रिंसिपल गुरमोहिंदर सिंह ने दिल्ली विश्वविद्यालय प्रशासन को पत्र लिखकर कहा था कि कॉलेज अपने स्वयं के छात्र चुनाव आयोजित करेगा। उन्होंने बताया कि यह निर्णय दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधन समिति (DSGMC) के निर्देशों के बाद लिया गया था।
बता दें कि DSGMC दिल्ली विश्वविद्यालय के चार कॉलेजों का प्रबंधन करती है, जिनमें, श्री गुरु तेग बहादुर खालसा कॉलेज, श्री गुरु नानक देव खालसा कॉलेज, श्री गुरु गोबिंद सिंह कॉलेज ऑफ कॉमर्स, जो सभी दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (DUSU) से संबद्ध हैं।
क्या कहा कॉलेज के प्रिंसिपल ने?
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक’ श्री गुरु तेग बहादुर खालसा कॉलेज’ के प्रिंसिपल ने कहा कि कॉलेज के अपने चुनावों में स्टाफ एडवाइजरी कमेटी द्वारा नामित पदाधिकारी होंगे। इस फैसले के बाद विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए, जिसमें आरएसएस से जुड़े अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) और कांग्रेस के नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (NSUI) के छात्र सदस्य कॉलेज में एकत्र होकर अपना विरोध दर्ज कराने लगे। वहीं, ABVP ने दिल्ली की एक अदालत में याचिका भी दायर की, जिसमें DSGMC के कॉलेजों के DUSU से अलग होने को चुनौती दी गई।
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