तेल अवीव: हसन नसरल्लाह की मौत के बाद इजराइल ने अपनी सैन्य तैयारियों को तेज कर दिया है। इस घटनाक्रम ने क्षेत्र में तनाव को और बढ़ा दिया है। रिपोर्ट्स के अनुसार, रीजन के सभी एक्सिस ऑफ रेसिस्टेंस समूह सक्रिय हो गए हैं, और विभिन्न संगठनों ने इजराइल पर हमले की योजना बनाई है। इजराइली सेना ने लेबनान में हिजबुल्लाह के ठिकानों पर हमले शुरू कर दिए हैं, और इस स्थिति ने सुरक्षा हालात को और भी जटिल बना दिया है।
इजराइल के हिजबुल्लाह ठिकानों पर हमले
रविवार को इजराइली रक्षा बलों ने एक बयान जारी किया, जिसमें कहा गया कि उन्होंने लेबनान में हिजबुल्लाह के दर्जनों आतंकवादी ठिकानों पर हमले किए। इन हमलों में कई रिहायशी इमारतें भी शामिल थीं, जिससे नागरिकों की मौत की खबरें आई हैं। इजराइल ने यह दावा किया है कि उसने हिजबुल्लाह के कई लांचिंग पैड्स को निशाना बनाया, जो इजराइल पर हमले के लिए तैयार थे।
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इजराइल के इस सैन्य ऑपरेशन के पीछे का मुख्य उद्देश्य अपने क्षेत्र की सुरक्षा को सुनिश्चित करना है, खासकर जब से नसरल्लाह के नेतृत्व में हिजबुल्लाह ने इजराइल के खिलाफ एक सशक्त मोर्चा खोला था। इजराइल का मानना है कि नसरल्लाह की मौत से हिजबुल्लाह का नेतृत्व कमजोर हुआ है, लेकिन फिर भी संगठन की सैन्य क्षमताएं बनी हुई हैं।
गाजा जैसा हाल?
अधिकारियों के अनुसार, इजराइल ने लेबनान में गाजा की तरह ग्राउंड ऑपरेशन शुरू करने की योजना बनाई है। लेबनान की सीमा पर इजराइली सेना ने दर्जनों टैंक और अन्य सैन्य वाहन तैनात कर दिए हैं। ये सैन्य वाहन किसी भी समय लेबनान की ओर बढ़ सकते हैं, अगर स्थिति और बिगड़ती है।
दो अमेरिकी अधिकारियों ने ABC न्यूज को बताया कि इजराइली रक्षा बलों ने हिजबुल्लाह के ठिकानों को नष्ट करने के लिए छोटे अभियान शुरू किए हैं। हालांकि, यह स्पष्ट किया गया है कि इजराइल पूर्ण जमीनी अभियान शुरू नहीं करेगा। इसके बजाय, यह कार्रवाई लगभग 60 हजार विस्थापित इजराइलियों को सुरक्षित घर लौटाने के लिए की जा रही है।
हिजबुल्लाह की प्रतिक्रिया
हालांकि इजराइल ने हिजबुल्लाह के ठिकानों पर हमले किए हैं, लेकिन हिजबुल्लाह ने इजराइल पर अपने हमले जारी रखे हैं। पिछले 11 दिनों में इजराइली हमलों के बावजूद, हिजबुल्लाह ने एक बार फिर करीब 100 रॉकेट इजराइल की ओर दागे हैं। यह स्पष्ट करता है कि हिजबुल्लाह का शीर्ष नेतृत्व खत्म होने के बावजूद संगठन में कई ऐसे कमांड हैं, जो संघर्ष को जारी रखने की क्षमता रखते हैं।
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हिजबुल्लाह का यह लगातार जवाबी हमला दर्शाता है कि संगठन अभी भी अपने सैन्य सामर्थ्य को बनाए रखने में सक्षम है। इसके अलावा, यह भी दिखाता है कि नसरल्लाह की मौत के बाद भी हिजबुल्लाह अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए दृढ़ है।
क्षेत्रीय और वैश्विक प्रतिक्रिया
इस तनावपूर्ण स्थिति के कारण क्षेत्र में तनाव बढ़ रहा है। कई देश इस स्थिति पर ध्यान दे रहे हैं, और संभावित रूप से युद्ध की आशंका जताई जा रही है। यह चिंता केवल लेबनान और इजराइल तक सीमित नहीं है, बल्कि समस्त मध्य पूर्व में फैल सकती है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय को इस मामले पर ध्यान देने की आवश्यकता है, ताकि स्थिति को और बिगड़ने से रोका जा सके।
जैसे-जैसे स्थिति तनावपूर्ण होती जा रही है, यह स्पष्ट होता जा रहा है कि इजराइल और हिजबुल्लाह के बीच संघर्ष और भी बढ़ सकता है। इजराइल के ठोस कदम और हिजबुल्लाह की जवाबी कार्रवाई से यह अनुमान लगाया जा रहा है कि आने वाले दिनों में हालात और बिगड़ सकते हैं। दोनों पक्षों के बीच इस संघर्ष की जड़ें गहरी हैं, और यह स्थिति केवल सैन्य कार्रवाइयों तक सीमित नहीं रहेगी, बल्कि राजनीतिक स्तर पर भी इसके गहरे प्रभाव हो सकते हैं।
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