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गुजरात: सूरत में आश्रम शाला में छात्राओं से छेड़छाड़, पकड़ा गया गंदी हरकत करने वाला आरोपी प्रिंसिपल

गुजरात के सूरत से हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है, यहां के मांडवी तहसील स्थित नरेना आश्रम शाला के प्रिंसिपल पर स्कूल की बच्चियों के साथ यौन शोषण करने का आरोप लगा  है। इस मामले में चार बच्चियों ने स्कूल के प्रिंसिपल योगेश पटेल के खिलाफ शारीरिक शोषण का मामला दर्ज कराया है।

पूछताछ के दौरान चौंकाने वाले खुलासे

सूरत जिला पुलिस ने प्रिंसिपल योगेश पटेल को गिरफ्तार कर कानूनी कार्यवाही शुरू कर दी है। वहीं मामले की जांच के लिए पुलिस ने नरेना आश्रम शाला के छात्रावास में रहने वाली अन्य बच्चियों से पूछताछ की तो हैरान करने वाली बातें सामने आई। पूछताछ के दौरान छात्रावास में रहने वाली 35 अन्य बच्चियों ने प्रिंसिपल द्वारा शारिरिक शोषण करने की बात कही है।

अलग-अलग डिपार्टमेंट भी कर रहे हैं जांच

बातचीत के दौरान पुलिस को पता चला है कि यहां रहने वाली ज्यादातर बच्चियों के साथ प्रिंसिपल योगेश पटेल ने शारीरिक शोषण किया। इस मामले में पुलिस और गहन जांच पड़ताल में जुट गई है। मामले की गंभीरता को देखते हुए आला अफसरों ने भी पुलिस अधिकारियों को कड़ी कानूनी कार्यवाही करने के आदेश दिए हैं। वहीं बच्चियों का मामला होने की वजह से अलग-अलग डिपार्टमेंट भी इस मामले की जांच कर रही है।

10 सालों से आश्रम में काम करता था आरोपी

प्राप्त जानकारी के मुताबिक ‘नरेण आश्रम शाला’ में तकरीबन 177 छात्र-छात्राएं रहते हैं। ये सभी यहां रहकर पढ़ाई करते हैं। इनमें से 80 लड़किया है, जिनमें ज्यादाकर बच्चियां नाबालिग हैं। वहीं आरोपी प्रिंसिपल योगेश पटेल पिछले 10 सालों से ‘नरेण आश्रम शाला’ में बतौर अध्यापक की पोस्ट पर नौकरी कर रहा था। लेकिन पिछले 1 साल से वह यहां का प्रिंसिपल बना था। पुलिस को शक है कि जब वह यहां प्राध्यापक था तो इस दैरान भी उसने कई बच्चियों को अपनी हवस का शिकार बनाया होगा।

पुलिस ने पीड़ित बच्चियों का बयान दर्ज किया!

सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक जिन बच्चियों को आरोपी प्रिंसिपल ने अपनी हवस का शिकार बनाया है, पुलिस ने उनका बयान लेना शुरू कर दिया है। बच्चियों की मेडिकल जांच भी करवाई जा रही है। अब तक लगभग 6 बच्चियों का मेडिकल चेकअप हुआ है, जिसमें से एक 13 साल की बच्ची के प्राइवेट पार्ट्स पर कुछ निशान भी मिले हैं।

पुलिस ने क्या बताया?

पुलिस ने बताया कि मामला सामने आने बाद जब पूछताछ की गई तो पता चला की आश्राम शाला का प्रिंसिपल, वहां पढ़ने वाली बच्चियों के साथ छेड़छाड़ करता था। वहां काम करने वाली महिलाओं ने भी पुलिस को बताया कि प्रिंसिपल आए दिन बच्चियों के साथ गंदी हरकते करता है। पुलिस के मुताबिक आश्रम में पढ़ने वाली ज्यादातर बच्चियां नाबलिंग हैं। इसलिए प्रिंसिपल पर पॉस्को एक्ट के तहत केस दर्ज कर लिया गया है। इसके अलावा कई अन्य धाराओं में भी केस दर्ज किया गया है। आरोपी प्रिंसिपल अभी हिरासत में है, मामले की जांच जारी है।

2001 में आया था ऐसा ही मामला

गौरतलब है कि 2001 में भी नरेण आश्रम शाला विवादों आया था। उस समय स्कूल के अध्यापक रहे गंभीर सिंह के खिलाफ बलात्कार का मामला दर्ज हुआ था। 10 जनवरी 2001 को सातवीं में पढ़ रही एक बच्ची की मां ने आश्रम शाला के अध्यापक गंभीर सिंह के खिलाफ बलात्कार का आरोप लगाया था।

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