सूरत, गुजरात: भारत से कतर में ड्रग्स की तस्करी के बड़े रैकेट का पर्दाफाश हुआ है। रिपोर्ट्स के अनुसार, गुजरात की 35 महिलाएं, जिनमें से 10 सुरत की हैं, कतर की जेल में बंद हैं। यह मामला तब सामने आया जब पिछले महीने सुरत की दो महिलाओं को दोहा-कतर एयरपोर्ट से ड्रग्स के साथ गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार की गई महिलाओं की पहचान भागातलाव की शिफा चक्कीवाल और रामपुर की शहनाज शेख के रूप में हुई है। उनके बैग से ड्रग्स और प्रतिबंधित गर्भपात की गोलियां बरामद हुई थीं।
सूत्रों के मुताबिक, यह रैकेट फिर से सक्रिय हो गया है, जिसमें महिलाओं को पैसे का लालच देकर कतर में ड्रग्स और गर्भपात की गोलियों की तस्करी के लिए मजबूर किया जा रहा है। गिरफ्तार महिलाओं को प्रति ट्रिप 15,000 से 25,000 रुपये की पेशकश की गई थी, और उन्हें यह भी कहा गया था कि उन्हें वैध डॉलर भेजा जाएगा।
शबनम नाम की महिला है सरगना
एक महिला की बहन, शहनाज ने बताया कि उनके पास रहने वाली शबनम नाम की महिला ने उन्हें एक ट्रिप का ऑफर दिया था, जिसमें 15 से 25 हजार रुपये मिलेंगे। आर्थिक तंगी के कारण, शहनाज ने बाद में 25 हजार रुपये का ऑफर स्वीकार कर लिया। शबनम ने दावा किया कि यह यात्रा केवल एक दिन की होगी। जब शहनाज की बहन लौटकर नहीं आई, तब परिवार ने उसकी खोजबीन शुरू की और पता चला कि वह कतर की जेल में बंद है।
परिवार ने आरोप लगाया कि शबनम खासकर गरीब महिलाओं को पैसे का झांसा देकर फंसाती है। पुलिस जांच में सामने आया है कि शबनम और मुंबई निवासी एक व्यक्ति, अन्ना उर्फ आरिफ, इस जालसाजी के मुख्य आरोपी हैं। परिवार का मानना है कि यह एक बड़ा गिरोह है, जो आर्थिक तंगी का लाभ उठाकर महिलाओं को अवैध गतिविधियों में फंसा रहा है।
35 महिलाएं कतर की जेल में बंद हैं
परिवार ने सूरत पुलिस को ज्ञापन देकर इस मामले में कड़ी कार्रवाई की मांग की है। सूत्रों के अनुसार, अब तक करीब 35 महिलाएं कतर की जेल में बंद हैं, जिनमें सूरत की 10 महिलाएं भी शामिल हैं। यदि पुलिस इस मामले में गंभीरता से कार्रवाई करती है, तो एक बड़े रैकेट का पर्दाफाश हो सकता है।
सूरत पुलिस कमिश्नर अनुपम सिंह गहलोत ने इस मामले का संज्ञान लेते हुए स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) को जांच करने के निर्देश दिए हैं। आने वाले समय में इस मामले में एक बड़े रैकेट के उजागर होने की संभावना है।
इनपुट- अमित सिंह , सूरत, गुजरात