Diwali 2024 Sweets: दिवाली, जिसे दीपावली के नाम से भी जाना जाता है, भारत में सबसे व्यापक रूप से मनाए जाने वाले त्योहारों में से एक है, जो अंधकार पर प्रकाश और बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। यह खुशी, उत्सव और एकजुटता का समय है, जिसमें घर तेल के दीयों से जगमगाते हैं, आतिशबाजी करते हैं और स्वादिष्ट भोजन साझा करते हैं। इस वर्ष दिवाली गुरुवार 31 अक्टूबर को मनाई जायेगी।
हालांकि, पारंपरिक मिठाइयों (Diwali 2024 Sweets ) की मौजूदगी के बिना कोई भी दिवाली उत्सव पूरा नहीं होता है। ये मिठाइयां , सिर्फ़ खाने की चीज़ें नहीं हैं, बल्कि सांस्कृतिक और प्रतीकात्मक महत्व रखती हैं, जो उन्हें दिवाली उत्सव का एक अनिवार्य हिस्सा बनाती हैं।
लड्डू
लड्डू (Diwali 2024 Sweets ) सबसे प्रतिष्ठित भारतीय मिठाइयों में से एक है और दिवाली के दौरान इसे ज़रूर खाना चाहिए। बूंदी के लड्डू, बेसन के लड्डू और मोतीचूर के लड्डू जैसे विभिन्न रूपों में बनाई जाने वाली यह गोल आकार की मिठाई आटे, चीनी और घी का उपयोग करके बनाई जाती है। लड्डू अपनी समृद्धि और मुँह में घुल जाने वाली बनावट के लिए जाने जाते हैं, जिनका स्वाद इस्तेमाल की गई सामग्री के आधार पर अलग-अलग होता है। भुने हुए बेसन से बने बेसन के लड्डू में अखरोट जैसा स्वाद होता है, जबकि बेसन की छोटी-छोटी बूंदों से बने मोतीचूर के लड्डू हल्के और मीठे होते हैं। दिवाली के दौरान मेहमानों को लड्डू खिलाना सौभाग्य और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है।
काजू कतली
काजू कतली, जिसे काजू (Diwali 2024 Sweets) बर्फी के नाम से भी जाना जाता है, अपने चिकने, समृद्ध और अखरोट जैसे स्वाद के लिए दिवाली की पसंदीदा मिठाई है। पिसे हुए काजू, चीनी और घी से बनी यह हीरे के आकार की मिठाई जितनी स्वादिष्ट होती है, उतनी ही खूबसूरत भी दिखती है। अक्सर चांदी के पत्ते (वरक) की एक पतली परत से सजी, काजू कतली विलासिता और उत्सव का प्रतीक है। इसकी सूक्ष्म मिठास और मलाईदार बनावट इसे दिवाली के दौरान उपहार देने के लिए एक आदर्श मिठाई बनाती है, क्योंकि इसे सभी उम्र के लोग पसंद करते हैं। काजू का बेस भी इसे पौष्टिक बनाता है, जो इसकी लोकप्रियता को बढ़ाता है।
जलेबी
कोई भी भारतीय त्यौहार जलेबी के बिना पूरा नहीं होता, यह एक ऐसी मिठाई है जो अपनी कुरकुरी और चाशनी जैसी खूबियों के लिए पसंद की जाती है। गेहूँ के आटे के खमीरे घोल से बनी जलेबी को डीप फ्राई करके चीनी की चाशनी में भिगोया जाता है, यह अपने चमकीले नारंगी रंग और सर्पिल आकार के कारण दिवाली की पसंदीदा है। इसे गर्म और ठंडा दोनों तरह से खाया जाता है, अक्सर इसे रबड़ी के साथ मिलाकर और भी स्वादिष्ट बनाया जाता है। जलेबी दिवाली की खुशी और उत्साह का प्रतिनिधित्व करती है, इसका रंग और मिठास उत्सव के मूड के लिए एकदम सही है।
गुलाब जामुन
भारतीय व्यंजनों में सबसे प्रिय और स्वादिष्ट मिठाइयों में से एक, गुलाब जामुन दिवाली के दौरान एक मुख्य व्यंजन है। ये नरम, गोल और डीप फ्राई किए हुए पकौड़े खोये (कम दूध) से बनाए जाते हैं, जिन्हें इलायची और गुलाब जल के स्वाद वाली चीनी की चाशनी में भिगोया जाता है। “गुलाब जामुन” नाम का मतलब ही गुलाब के स्वाद वाले जामुन हैं, जो उनके सुगंधित और मीठे स्वाद के कारण है। चाहे गरमागरम परोसा जाए या ठंडा, गुलाब जामुन सभी को पसंद आते हैं और दिवाली के खाने के बाद यह एक पसंदीदा मिठाई है। इसकी समृद्ध, दूधिया बनावट और चाशनी में भीगी अच्छाई इसे त्यौहारों के दौरान अनूठा बनाती है।
सोन पापड़ी
सोन पापड़ी (Diwali 2024 Sweets) दिवाली के दौरान एक और लोकप्रिय मिठाई है, जो अपनी परतदार, मुंह में पिघल जाने वाली बनावट के लिए जानी जाती है। बेसन, चीनी, घी और इलायची के मिश्रण से बनी सोन पापड़ी की एक अनूठी, हल्की और हवादार संरचना होती है जो आसानी से टूट जाती है लेकिन हर निवाले में स्वाद का एक विस्फोट देती है। इसे अक्सर खूबसूरती से सजाए गए डिब्बों में बेचा जाता है, जो इसे दिवाली के दौरान एक बेहतरीन उपहार बनाता है। इसके मीठे, थोड़े अखरोट के स्वाद और आपके मुँह में घुलने के तरीके के संयोजन ने इसे पीढ़ियों से दिवाली की पसंदीदा मिठाई बना दिया है।
बर्फी
बर्फी एक पारंपरिक भारतीय मिठाई है जो विभिन्न स्वादों और प्रकारों में आती है, जैसे नारियल की बर्फी, पिस्ता बर्फी और दूध की बर्फी। इसे गाढ़े दूध और चीनी से बनाया जाता है, जिसमें नट्स, नारियल या केसर और इलायची जैसे फ्लेवर मिलाए जाते हैं, जिससे अलग-अलग तरह की बर्फी बनाई जाती है। बर्फी को अक्सर खाने योग्य चांदी के पत्ते (वरक) से सजाया जाता है और दिवाली के दौरान इसे रंग-बिरंगे व्यंजनों में परोसा जाता है। इसकी सादगी और बहुमुखी प्रतिभा इसे कई घरों में पसंदीदा मिठाई बनाती है, क्योंकि इसे अलग-अलग स्वाद के हिसाब से बनाया जा सकता है।
पेड़ा
पेड़ा (Diwali 2024) एक और दूध से बनी मिठाई है जिसका दिवाली के दौरान सांस्कृतिक महत्व होता है। खोया , चीनी और इलायची से बनी यह छोटी, गोल मिठाई नरम और स्वादिष्ट होती है, जिसे अक्सर बादाम या पिस्ता जैसे मेवों से सजाया जाता है। क्लासिक मथुरा पेड़ा सबसे प्रसिद्ध किस्मों में से एक है। पेड़ा अक्सर दिवाली की प्रार्थना के दौरान देवताओं को चढ़ाया जाता है और प्रसाद के रूप में दिया जाता है, जिससे यह आध्यात्मिक और साथ ही उत्सव का व्यंजन बन जाता है।
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