भारत और कनाडा के बीच तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है। सोमवार को भारत ने कनाडा से अपने राजनायिकों को वापस बुला लिया और कनाडा के डिप्लोमेट्स को 19 अक्टूबर तक भारत से निकल जाने को कहा है। इस बीच कनाडा सरकार ने भारत सरकार पर अब नए आरोप लगाए हैं। कनाडा सरकार का कहना है कि उनकी धरती पर मौजूद भारतीय एजेंट्स लॉरेंस बिश्नोई गैंग के साथ मिलकर खालिस्तान समर्थक तत्वों को निशाना बना रहे हैं। कनाडा ने इन आरोपों को लगाते हुए एक बार फिर से कोई सबूत साझा नहीं किया।
कनाडा पुलिस ने लगाए नए आरोप
सोमवार देर रात रॉयल कैनेडियन माउंटेड पुलिस (RCMP) ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान RCMP ने दावा किया कि खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या और उससे संबंधित मामलों की जांच में यह सामने आया है कि इन घटनाओं में भारत सरकार के एजेंटों का कनाडा में हत्या और हिंसक गतिविधियों से संबंध है। बता दें कि खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की पिछले साल कनाडा में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
#WATCH | Ottawa, Ontario (Canada): “It (India) is targeting South Asian community but they are specifically targeting pro-Khalistani elements in Canada…What we have seen is, from an RCMP perspective, they use organised crime elements. It has been publically attributed and… pic.twitter.com/KYKQVSx7Ju
— ANI (@ANI) October 14, 2024
भारतीय एजेंट्स बिश्नोई गैंग की मदद ले रहे हैं
रॉयल कैनेडियन माउंटेड पुलिस ने आरोप लगाते हुए कहा कि हमने देखा कि भारतीय एजेंट्स कनाडा में आतंक फैलाने के लिए लॉरेंस बिश्नोई गैंग की मदद ले रहे हैं। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान, RCMP अधिकारियों से पूछा गया कि क्या भारतीय एजेंटों द्वारा विशेष रूप से सिख समुदाय के सदस्यों को निशाना बनाया जा रहा है। इस पर रॉयल कैनेडियन माउंटेड पुलिस की सहायक आयुक्त ब्रिजिट गोविन ने कहा कि दक्षिण एशियाई समुदाय को इन समूहों द्वारा निशाना बनाया जा रहा है। लेकिन वे विशेष रूप से कनाडा में खालिस्तान समर्थक तत्वों को निशाना बना रहे हैं।
‘काम करने के लिए मजूबर किया जा रहा है’
RCMP के बयान में कहा, “जांच में मिले सबूत यह भी दिखाते हैं कि कनाडा और विदेश में विभिन्न प्रकार की संस्थाओं का उपयोग भारतीय सरकार के एजेंटों द्वारा जानकारी जुटाने के लिए किया गया है। इनमें से कुछ व्यक्तियों और व्यवसायों को भारतीय सरकार के लिए काम करने के लिए मजबूर किया गया और धमकी दी गई। भारतीय सरकार के लिए एकत्र की गई जानकारी का उपयोग दक्षिण एशियाई समुदाय के सदस्यों को निशाना बनाने के लिए किया गया है।”
बाबा सिद्दीकी हत्या के बाद लॉरेंस बिश्नोई चर्चा में
दिलचस्प बात यह है कि ये आरोप ऐसे समय में आए हैं जब भारत में लॉरेंस बिश्नोई मुंबई में एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या में कथित संलिप्तता के कारण सुर्खियों में हैं। लॉरेंस बिश्नोई फिलहाल गुजरात की साबरमती जेल में बंद हैं। बिश्नोई गैंग उत्तर भारत के विभिन्न हिस्सों में सक्रिय है।
बता दें यह प्रेस कॉन्फ्रेंस कनाडा के उस आरोप के बाद हुई, जिसमें भारतीय उच्चायुक्त संजय वर्मा और अन्य राजनयिक को निज्जर हत्या जांच में ‘पर्सन ऑफ इंटरेस्ट’ के रूप में नामित किया था।
भारत सरकार ने क्या कहा?
भारतीय सरकरा ने कनाडा के इन आरोपों को बेतुका बताया है। विदेश मंत्रालय ने कहा कि कनाडा सरकार से कई बार खालिस्तानी आतंकी निज्जर हत्याकांड में भारत की संलिप्तता को लेकर सबूत मांगे गए। लेकिन कनाडा सरकार ने अभी तक कोई सबूत पेश नहीं किया है। भारत सरकार ने कनाडा सरकार के इन आरोपों को राजनीतिक एजेंडा का हिस्सा बताया, जो सिर्फ वोट बैंक की राजनीति पर केंद्रित है।
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