बिहार: जहरीली शराब पीने से 5 की मौत, ग्रामिणों का आरोप-30 से ज्यादा हुई मौत

बिहार के सीवान में जहरीली शराब पीने से अब तक 5 लोगों की मौत हो चुकी हैं। वहीं तीन लोगों की हालत बिगड़ी हुई है। जिसमें से एक की हालत ज्यादा गंभीर बनी हुई है, जिसे इलाज के लिए पटना रेफर किया है। वहीं छपरा में भी जहरीली शराब की वजह से 2 लोगों की मौत की ख़बर है।

घटना के सामने आने के बाद जिले में हड़कंप मच हुआ है। लेकिन कुछ अन्य मीडिया रिपोर्ट की मानी तो जहरीली शराब पीने की वजह से अब तक राज्य में 20 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। हालांकि स्थानीय लोगों का दावा है कि 30 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है और 50 से ज्यादा लोग अस्पताल में भर्ती हैं। अभी मौत का आंकड़ा और बढ़ने की संभावना जताई जा रही है।

‘जहरीली शराब पीने से 5 की मौत

सारण एसपी कुमार आशीष ने ANI को बताया, ” अवैध शराब पीने के कारण 5 लोगों की मौत की खबर है। बीट पुलिस कर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। एसएचओ और अन्य कर्मियों से पूछताछ की गई है। यदि उनके जवाब असंतोषजनक पाए गए, तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

उन्होंने आगे बताया, ”इस मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया है। पिछले 24 घंटों में, हमने 250 छापेमारी की हैं, जिनमें जिले में 1650 लीटर शराब बरामद की गई है। अब तक 37 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। 8 ज्ञात और कुछ अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।”

प्रत्येक परिवार को 4 लाख रुपए मुआवजा

वहीं, सारण डीएम अमन समीर ने कहा, “मृतकों के परिजनों को यह शपथ लेनी होगी कि वे राज्य सरकार द्वारा लगाए गए शराबबंदी के पक्ष में हैं और वे शराब के खिलाफ हैं। यदि मृतक की पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पुष्टि होती है कि उसकी मृत्यु अवैध शराब के कारण हुई है और मृतक के परिजन आवश्यक शर्तों को पूरा करते हैं, तो प्रत्येक परिवार को 4 लाख रुपए की अनुग्रह राशि दी जाएगी।”

प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी

घटना सामने आने के बाद ग्रामिणों में प्रशासन के खिलाफ रोश व्याप्त है। ग्रामिणों ने इस घटना को लेकर प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। लोगों ने आरोप लगाया कि शराब के अवैध कारोबार के बारे में पुलिस को सब जानकारी थी। लेकिन पुलिस ने कभी भी इसे रोकने की कोशिश नहीं की। वहीं आज जब इतनी बड़ी घटना हो गई है, तो पुलिस हमारी सुरक्षा की बात कर रही है। ग्रामिणों ने सवाल करते हुए कहा कि पुलिस ने पहले कार्रवाही क्यों नहीं की? अगर पुलिस पहले ही कार्रवाही करती तो आज इतनी बड़ी घटना नहीं घटती और ना ही इतने घर उजड़ते।

गांव में पसरा सन्नाटा

जहरीली शराब पीने के बाद हुई एक के बाद एक मौत की वजह से गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है। चारों ओर लोग बस रोते बिल्खते नजर आ रहे हैं। अपनों को खो चुके लोगों का रो-रो कर बुरा हाल है। किसी के पति की मौत हुई है तो किसी के पिता अब इस दुनिया में नहीं रहे हैं।

‘इन हत्याओं का दोषी कौन?’

बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने बिहार शराब कांड पर गुस्सा जाहिर किया है। अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए उन्होंने लिखा कि सत्ता संरक्षण में ज़हरीली शराब के कारण 27 लोगों की हत्या कर दी गयी है। दर्जनों की आँखों की रोशनी चली गयी। बिहार में कथित शराबबंदी है लेकिन सत्ताधारी नेताओं-पुलिस और माफिया के गठजोड़ के कारण हर चौक-चौराहों पर शराब उपलब्ध है। अगर शराबबंदी के बावजूद हर चौक-चौराहे व नुक्कड़ पर शराब उपलब्ध है तो क्या यह गृह विभाग और मुख्यमंत्री की विफलता नहीं है? क्या मुख्यमंत्री जी होशमंद है? क्या CM ऐसी घटनाओं पर एक्शन लेने व सोचने में सक्षम और समर्थ है? इन हत्याओं का दोषी कौन?

सीएम नीतीश कुमार ने जांच के आदेश दिए

वही इस मामले में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जांच के आदेश दिए हैं। सीएम ने निर्देश दिया है कि अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे और मौजूदा स्थिति की पूरी जानकारी लेकर जांच शुरू करें। उन्होंने शराब कांड में शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।

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