उत्तर प्रदेश के कानपुर में एक रेस्टोरेंट ‘मामा भांजे वेज कॉर्नर’ पर हाल ही में बुलडोजर चलाया गया। इस रेस्टोरेंट के मालिक मुबीन अहमद पर बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया था कि वे अपनी धार्मिक पहचान छिपाकर वेज खाने के नाम पर नॉनवेज परोस रहे हैं। 26 सितंबर को बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने इस रेस्टोरेंट के खिलाफ हंगामा किया, जिसके बाद पुलिस ने तुरंत रेस्टोरेंट को बंद करवा दिया।
बजरंग दल के सह-जिला संयोजक विशाल बजरंगी ने आरोप लगाया कि मुबीन अहमद तिलक लगाकर रहते थे, जिससे लोग उन्हें हिंदू समझते थे। उन्होंने ये भी कहा कि पूर्व कर्मचारी छोटू वर्मा ने ये खुलासा किया कि रेस्टोरेंट में वेज के नाम पर नॉनवेज परोसा जा रहा था। इस हंगामे के बाद, कानपुर के DM के माध्यम से नगर निगम में एक शिकायत दर्ज की गई, जिसकी जांच की गई।
क्या बोला नगर निगम?
नगर निगम ने अपनी जांच में पाया कि मुबीन अहमद ने रेस्टोरेंट के बाहर अवैध कब्जा किया था। इस आधार पर 18 अक्टूबर को बुलडोजर की कार्रवाई की गई। प्रशासन का कहना है कि यह कार्रवाई पूरी तरह से कानूनी थी और रेस्टोरेंट पहले से ही बंद था। बुलडोजर चलाने के दौरान पुलिस बल को तैनात किया गया था, ताकि कोई अनहोनी न हो।
स्थानीय लोगों ने रेस्टोरेंट मालिक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की थी। बजरंग दल और अन्य स्थानीय संगठनों का आरोप था कि मुबीन अहमद अपने व्यवसाय में धार्मिक पहचान छिपा रहे थे, जो कि समुदाय के लिए गलत था। स्थानीय लोग चाहते थे कि ऐसे आरोपियों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएं।
अवैध कब्जे के कारण बुलडोजर की कार्रवाई को प्रशासन ने सही ठहराया है। नगर निगम ने कहा कि यह कदम कानूनी प्रक्रिया के तहत लिया गया है। हालांकि, रेस्टोरेंट के बंद होने के कारण स्थानीय लोगों को समस्या का सामना करना पड़ रहा है, खासकर उन लोगों के लिए जो यहां के खाने के फैन थे।