अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव 2024: कमला हैरिस और डोनाल्ड ट्रंप के बीच कड़ा मुकाबला, जानें ताजा सर्वे और सट्टा बाजार के अनुमान

अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव: ट्रंप या हैरिस, कौन जीतेगा? सर्वे और सट्टा बाजार, दोनों कह रहे हैं अलग-अलग कहानियां

अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव 2024: अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के लिए अब से करीब 24 घंटे बाद वोट डाले जाएंगे। 5 नवंबर को होने वाले इस चुनाव में डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवार कमला हैरिस और रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिल रहा है। चुनाव से पहले कई सर्वे किए गए और सट्टा बाजार के आंकड़े भी सामने आए हैं।

क्या कहते हैं आंकड़े

 

Candidate Ipsos/ABC News (%) Emerson College (%) NBC News (%)
Kamala Harris 49 Tied 49
Donald Trump 46 Tied 49

 

Ipsos/ABC News का सर्वे कमला हैरिस को आगे दिखा रहा है। इस सर्वे में हैरिस को 49% और ट्रंप को 46% वोट मिलने का अनुमान है।

Emerson College के सर्वे में दोनों उम्मीदवारों के बीच कांटे की टक्कर का अनुमान है।

NBC News के सर्वे में भी दोनों उम्मीदवारों को बराबर वोट मिलते दिख रहे हैं। इस सर्वे में कमला हैरिस और डोनाल्ड ट्रंप दोनों को 49-49% वोट मिलने का अनुमान है।

स्विंग स्टेट्स की भूमिका

अमेरिकी चुनाव में स्विंग स्टेट्स बहुत महत्वपूर्ण होते हैं। ये वो राज्य हैं जहां किसी भी पार्टी का स्पष्ट बहुमत नहीं होता और जो पार्टी इन राज्यों में अपनी जीत का परचम लहराती है, उसकी जीत की संभावना बढ़ जाती है। ABC News/538 के आंकड़ों के अनुसार, डोनाल्ड ट्रंप ने 7 में से 5 स्विंग स्टेट्स में अपनी बढ़त बना ली है।

पेंसिल्वेनिया, एरिजोना, जॉर्जिया, नेवादा और नॉर्थ कैरोलिना में ट्रंप आगे चल रहे हैं। वहीं कमला हैरिस सिर्फ मिशिगन और विस्कॉन्सिन में एक अंक से ही आगे हैं। अगर ट्रंप इन 5 राज्यों में जीत हासिल कर लेते हैं, तो उनके राष्ट्रपति बनने की संभावना बढ़ जाएगी।

सट्टा बाजार क्या कहता है?

सट्टा बाजार के आकड़ों में डोनाल्ड ट्रंप विजयी होते दिख रहे हैं। सट्टा बाजार के अनुसार, ट्रंप के जीतने की संभावना 54.3% है, जबकि कमला हैरिस के जीतने की संभावना केवल 44.4% है।

चुनाव नतीजे क्या होंगे, यह तो आने वाले दिनों में पता चल ही जाएगा। लेकिन इतना तो तय है कि अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव अपने अंतिम चरण में बेहद रोमांचक मोड़ पर पहुंच गया है। हर वोट महत्वपूर्ण होगा और देखना यह होगा कि आखिरकार जनता किसे चुनती है।