महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी हलचल बढ़ी हुई है। सभी दल अपने नेताओं के जरिए वोट बैंक जुटाने में लगे हुए हैं। लेकिन इस बीच एनसीपी नेता शरद पवार ने राजनीति से संन्यास लेने का संकेत दिया है। जी हां, एनसीपी-एससीपी प्रमुख शरद पवार ने अपने संन्यास लेने की बात को लेकर हिंट देते हुए कहा है कि अब नए लोगों को चुनकर आना चाहिए। हालांकि अभी तक शरद पवार के संन्यास लेने को लेकर पार्टी या शरद पवार की तरफ से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।
अजित पवार ने साधा था निशाना
बता दें कि इस साल की शुरुआत में अजित पवार ने एनसीपी नेता शरद पवार पर निशाना साधते हुए कहा था कि उम्र के इस पढ़ाव पर उन्हें घर में रहना चाहिए। उन्होंने ये भी कहा था कि पता नहीं वो कब संन्यास लेंगे। हालांकि इसके बाद शरद पवार ने पलटवार भी किया था।
राजनीति में नए लोगों को आना चाहिए
महाराष्ट्र चुनाव से पहले पूर्व केंद्रीय मंत्री और सीनियर लीडर शरद पवार बारामती में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा कि ‘मैं कोई चुनाव नहीं लड़ना चाहता हूं। चुनाव को लेकर मुझे अब रुकना चाहिए और नई पीढ़ी को आगे आना चाहिए। शरद पवार ने कहा कि अब तक 14 बार चुनाव लड़ा हूं, सत्ता नहीं चाहिए, बस समाज के लिए काम करना चाहता हूं।
लोकसभा चुनाव नहीं लडूंगा
शरद पवार ने रैली में कहा कि मैं सत्ता में नहीं हूं, राज्यसभा में जरूर हूं। उन्होंने कहा कि अभी और डेढ़ साल बाकी हैं, लेकिन इस 1.5 साल के बाद अब राज्यसभा में जाना है या नहीं इसका विचार करना पड़ेगा। हालांकि उन्होंने कहा कि मैं लोकसभा चुनाव तो नहीं लड़ूंगा, कोई भी इलेक्शन नहीं लड़ूंगा। उन्होंने कहा कि कितनी बार चुनाव लड़ेंगे? अब तक 14 बार लड़ चुका हूं और आप लोगों ने एक बार भी मुझे घर नहीं भेजा है। हर बार चुनकर दिया। इसलिए कहीं तो रुकना पड़ेगा। नई पीढ़ी को सामने लाना पड़ेगा। यह सूत्र लेकर मैं काम पर लगा हूं। इसका अर्थ मैंने समाजकारण नहीं छोड़ा है। लेकिन सत्ता नहीं चाहिए। लोगों की सेवा और काम करता रहूंगा।
20 नवंबर को चुनाव
महाराष्ट्र में 20 नवंबर को वोटिंग होनी है. वहीं सभी 288 सीटों पर मतगणना 23 नवंबर को होगी। बता दें कि 2019 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 105 सीटें, शिवसेना ने 56 और कांग्रेस ने 44 सीटें जीती थीं।