पहले ही दिन सख्त कदम उठाएंगे डोनाल्ड ट्रंप; प्रवासियों पर कड़ा रुख और ये अहम मुद्दे एजेंडे में शामिल
डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump agenda) ने अमेरिका के अगले राष्ट्रपति के रूप में जीत हासिल कर ली है। उनकी वापसी के साथ, अमेरिका में कई बड़े बदलाव देखने को मिल सकते हैं। ट्रंप ने कहा है कि वह तानाशाह नहीं बनेंगे, लेकिन उनके पहले दिन के फैसले तानाशाह जैसे लग सकते हैं। आइए जानते हैं कि ट्रंप के एजेंडे में क्या-क्या शामिल है और वह किन मुद्दों पर ध्यान देंगे।
प्रवासियों पर कड़ी कार्रवाई
ट्रंप (Donald Trump agenda) के एजेंडे में सबसे ऊपर प्रवासियों का मुद्दा है। वह अमेरिका के इतिहास का सबसे बड़ा निर्वासन अभियान शुरू करने की बात कर रहे हैं। उनका कहना है कि वह पहले दिन से ही इस पर काम शुरू कर देंगे। ट्रंप की योजना है कि वह अवैध प्रवासियों को जेल में डालेंगे और फिर उन्हें जल्द से जल्द देश से बाहर भेज देंगे। इसके लिए वह एलियन एनिमीज एक्ट का इस्तेमाल कर सकते हैं। यह कानून राष्ट्रपति को किसी भी गैर-अमेरिकी नागरिक को निर्वासित करने की अनुमति देता है। हालांकि, करीब 1 करोड़ 10 लाख लोगों को निर्वासित करना आसान काम नहीं होगा।
सरकारी कर्मचारियों पर कार्रवाई और अन्य योजनाएं
ट्रंप की योजना है कि वह हजारों सरकारी कर्मचारियों को नौकरी से निकाल देंगे। उनका मानना है कि ये कर्मचारी छिपे तौर पर उनके खिलाफ काम कर रहे हैं। इसके अलावा, ट्रंप 6 जनवरी 2021 को हुए कैपिटल हिल दंगे में गिरफ्तार लोगों को माफी दे सकते हैं।
ट्रंप के अन्य एजेंडे में रूस-यूक्रेन युद्ध को खत्म करना, चीन से आयात पर टैक्स बढ़ाना और पर्यावरण संरक्षण की नीतियों को बदलना शामिल है। वह जीवाश्म ईंधन का उत्पादन बढ़ाने की बात भी कर रहे हैं। इसके अलावा, ट्रंप ने कहा है कि वह अपने खिलाफ चल रहे मुकदमों से निपटने के लिए भी कदम उठाएंगे।
कानूनी मामलों से निपटने की रणनीति
ट्रंप के खिलाफ कई कानूनी मामले चल रहे हैं। उन्होंने कहा है कि वह पद संभालते ही जैक स्मिथ को बर्खास्त कर देंगे। स्मिथ वह वकील हैं जो ट्रंप के खिलाफ दो संघीय मामलों में मुकदमा चला रहे हैं। इनमें 2020 के चुनाव परिणाम बदलने की कोशिश और गोपनीय दस्तावेजों को अवैध रूप से रखने के आरोप शामिल हैं।
न्यूयॉर्क में चल रहे एक मामले में ट्रंप खुद को माफ नहीं कर सकते, लेकिन वह राष्ट्रपति पद का फायदा उठाकर सजा से बचने की कोशिश कर सकते हैं। जॉर्जिया में चल रहे एक अन्य मामले में भी ट्रंप पर चुनाव में गड़बड़ी का आरोप है। यह मामला 2029 तक चल सकता है।
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