डोनाल्ड ट्रंप ने टॉम होमन को दिया अवैध प्रवासियों की एंट्री पर बैन लगाने का जिम्मा; जानिए उनका ‘बॉर्डर प्लान’ क्या है?
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर से राष्ट्रपति चुनाव जीतने के बाद अपनी टीम का गठन शुरू कर दिया है। इस टीम में एक महत्वपूर्ण नाम टॉम होमन का है, जिन्हें ट्रंप ने देश की सीमा सुरक्षा का जिम्मा सौंपा है। आइए जानते हैं कि कौन हैं टॉम होमन और क्या है उनकी योजना।
कौन है टॉम होमन
टॉम होमन एक अनुभवी अधिकारी हैं, जो ट्रंप के पहले कार्यकाल में इमिग्रेशन एंड कस्टम इन्फोर्समेंट (ICE) विभाग में कार्यकारी निदेशक के पद पर रह चुके हैं। ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, “मैं टॉम को लंबे समय से जानता हूं, और हमारी सीमाओं को नियंत्रित करने के मामले में उनसे बेहतर कोई नहीं है।”
होमन को देश की सीमाओं (‘बॉर्डर जार’) की जिम्मेदारी दी गई है, जिसमें दक्षिणी सीमा, उत्तरी सीमा, समुद्री और हवाई सुरक्षा शामिल है। ट्रंप का मानना है कि टॉम होमन इस जिम्मेदारी को बखूबी निभा सकते हैं।
टॉम होमन की कड़ी आव्रजन नीति
टॉम होमन ट्रंप के पहले कार्यकाल के दौरान उनकी कठोर आव्रजन (immigration) नीति के सार्वजनिक चेहरे थे। इस नीति के तहत, अवैध प्रवासियों के खिलाफ ‘जीरो टॉलरेंस’ का रुख अपनाया गया था। इसका एक विवादास्पद पहलू यह था कि हिरासत और निर्वासन की प्रक्रिया के दौरान परिवारों को एक साथ रखने की प्रथा को समाप्त कर दिया गया।
इस नीति के परिणामस्वरूप, हजारों गैर-दस्तावेजी प्रवासी बच्चों को उनके परिवारों से अलग कर दिया गया, जिसकी व्यापक आलोचना हुई। हालांकि, होमन ने एक साक्षात्कार में कहा था कि “परिवारों को एक साथ निर्वासित किया जा सकता है।” होमन ने कहा, “यह पड़ोस में बड़े पैमाने पर सफाई करने जैसा नहीं है। यह एकाग्रता शिविर बनाने जैसा भी नहीं है मैंने यह सब पढ़ा है, यह हास्यास्पद है।”
भविष्य की योजनाएं और चुनौतियां
अभी तक ट्रंप और उनकी टीम ने यह स्पष्ट नहीं किया है कि वे अपनी कड़ी आव्रजन नीति को कैसे लागू करेंगे। इस योजना को पूरा करने के लिए कांग्रेस से पर्याप्त धन और निर्वासित किए जाने वाले प्रवासियों को स्वीकार करने के लिए अन्य देशों के सहयोग की आवश्यकता होगी।
ट्रंप के सहयोगियों का कहना है कि वे वर्तमान राष्ट्रपति जो बाइडन की आव्रजन नीतियों को तेजी से उलटने की योजना बना रहे हैं। इसमें कार्यकारी आदेशों का उपयोग करके प्रवासियों के लिए शरण मांगने के मार्गों को सीमित करना शामिल है।
यह भी पढ़े :