Biden-Xi Meeting

शी जिनपिंग की सख्त चेतावनी: अमेरिका “उचित फैसला” करे, संबंधों को रखें स्थिर

चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन की हाल ही में पेरू में हुई मुलाकात ने दोनों देशों के बीच तनावपूर्ण संबंधों पर एक बार फिर ध्यान आकर्षित किया है। इस बैठक में शी जिनपिंग ने अमेरिका को सावधान करते हुए कहा कि वह “उचित  फैसला” करे और दोनों देशों के बीच संबंधों को स्थिर रखे।

बाइडेन-शी की मुलाकात

शनिवार को पेरू में आयोजित एशिया-प्रशांत आर्थिक सहयोग (APEC) शिखर सम्मेलन के दौरान राष्ट्रपति बाइडेन और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की यह अंतिम मुलाकात थी। इस बैठक में दोनों नेताओं ने कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की, जिनमें उत्तर कोरिया, रूस-यूक्रेन युद्ध, मानवाधिकार, तकनीकी मुद्दे और ताइवान शामिल थे।

बाइडेन ने शी जिनपिंग से उत्तर कोरिया को रूस के साथ अपने समर्थन को और न बढ़ाने के लिए मनाने का आग्रह किया। उन्होंने चीन से यह भी कहा कि वह रूस-यूक्रेन युद्ध में अपनी अप्रत्यक्ष मदद को रोके।

चीन की चेतावनी 

शी जिनपिंग ने इस बैठक में अमेरिका को सावधान करते हुए कहा कि वह “उचित फैसला” करे और दोनों देशों के बीच संबंधों को स्थिर रखे। उन्होंने यह भी कहा कि चीन-अमेरिका संबंध न केवल दोनों देशों के लिए, बल्कि “मानवता के भविष्य” के लिए भी महत्वपूर्ण हैं।

शी जिनपिंग ने आने वाले ट्रम्प प्रशासन की ओर इशारा करते हुए कहा कि चीन “एक नए अमेरिकी प्रशासन के साथ काम करने के लिए तैयार है”। यह बयान डोनाल्ड ट्रम्प के “अमेरिका फर्स्ट” नीतियों को लेकर चीन, की चिंता को दर्शाता है।

भविष्य की चुनौतियां और संबंधों का महत्व

बाइडेन प्रशासन के अधिकारियों का मानना है कि बीजिंग के साथ कड़ी प्रतिस्पर्धा को संभालना आने वाले ट्रम्प प्रशासन के सामने सबसे बड़ी विदेश नीति की चुनौती होगी। दोनों देशों के बीच कई मुद्दे हैं, जैसे ताइवान, दक्षिण चीन सागर में तनाव, और तकनीकी प्रतिस्पर्धा।

बाइडेन ने शी जिनपिंग के साथ अपने लंबे संबंधों का जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंने हमेशा एक-दूसरे से खुलकर और ईमानदारी से बात की है। उन्होंने यह भी कहा कि इन बातचीत से गलत अनुमान लगाने से बचा जा सकता है और यह सुनिश्चित किया जा सकता है कि दोनों देशों के बीच प्रतिस्पर्धा संघर्ष में न बदले।