npp withdraws support for bjp government,

‘बीरेन सिंह के नेतृत्व वाली मणिपुर सरकार असफल…’, कॉनराड संगमा की पार्टी NPP ने वापस लिया समर्थन

कॉर्नाड संगमा के नेतृत्व वाली नेशनल पीपल्स पार्टी (NPP) ने रविवार को बीजेपी के नेतृत्व वाली  मणिपुर सरकार (manipur governemnt) से अपना समर्थन वापस ले लिया। यह कदम पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर (manipur) में कई दिनों से फिर से में जारी अशांति के बीच उठाया गया है।

NPP ने BJP को लिखा पत्र

बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को लिए एक आधिकारिक पत्र में NPP ने कहा कि मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह के नेतृत्व वाली मणिपुर सरकार राज्य में जातीय हिंसा (manipur violence) को नियंत्रित करने और सामान्य स्थिति बहाल करने में पूरी तरह विफल रही है।

Conrad Sangma

बीरेन सिंह सरकार मणिपुर संकट सुलझाने में नाकाम

एनपीपी द्वारा जारी पत्र में कहा गया कि संकट से निपटने में असंतोष व्यक्त करते हुए पार्टी ने सरकार से तत्काल प्रभाव से समर्थन वापस लेने का निर्णय घोषित किया। बीरेन सिंह के नेतृत्व वाली मणिपुर राज्य सरकार संकट को सुलझाने और सामान्य स्थिति बहाल करने में पूरी तरह विफल रही है।

cm biren singh

पत्र में कहा गया, “वर्तमान स्थिति को ध्यान में रखते हुए नेशनल पीपल्स पार्टी ने मणिपुर में बीरेन सिंह के नेतृत्व वाली सरकार से तत्काल प्रभाव से समर्थन वापस लेने का निर्णय लिया है।”

NPP के इस कदम ने सभी को चौंकाया

वहीं, एनपीपी के इस अप्रत्याशित कदम ने सभी को चौंका दिया, क्योंकि मणिपुर में स्थिति अब भी अशांत बनी हुई है। राज्य में पिछले साल मई से कुकी और मेइती समुदायों के बीच जातीय संघर्ष जारी है। हाल ही में महिलाओं और बच्चों के शव नदी में मिलने के बाद हुए विरोध और हिंसा के चलते राज्य के हालात और बिगड़ गए हैं।

Conrad Sangma

मणिपुर सरकार को कितना खतरा

 मणिपुर में एनपीपी का समर्थन खोने के बावजूद बीजेपी सरकार के स्थिर रहने की संभावना है, क्योंकि उसके पास 60 सदस्यीय विधानसभा में मजबूत बहुमत है। बीजेपी के पास अपने दम पर 37 सीटें हैं, जो 31 के बहुमत के आंकड़े से काफी अधिक हैं। इसमें 2022 के अंत में बीजेपी में शामिल हुए जनता दल (यूनाइटेड) के पांच विधायक भी शामिल हैं।