Lebanon Ceasefire: मध्य पूर्व में चल रहे तनाव के बीच, अमेरिका ने इजराइल और हिजबुल्लाह के बीच संघर्ष विराम के लिए एक महत्वपूर्ण प्रस्ताव साझा किया है। अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने बताया कि वाशिंगटन ने लेबनानी और इजराइली नेतृत्व दोनों के साथ इस प्रस्ताव पर चर्चा की है। इस प्रस्ताव का उद्देश्य संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव 1701 को लागू करना है, जिसे 2006 में दूसरे लेबनान युद्ध को समाप्त करने के लिए पारित किया गया था।
सीजफायर की कोशिशें तेज
Lebanon Ceasefire: इस महीने की शुरुआत में, अमेरिका के विशेष दूत अमोस होचस्टीन लेबनान पहुंचे हैं ताकि हिजबुल्लाह और इजराइल के बीच संघर्ष विराम पर बातचीत की जा सके। लेबनान ने इस प्रस्ताव पर सकारात्मक प्रतिक्रिया दी है और अब इजराइल की प्रतिक्रिया का इंतजार किया जा रहा है। लेबनानी अधिकारियों का कहना है कि उन्होंने इस प्रस्ताव पर काफी प्रगति की है और अंतिम मसौदे की तैयारी चल रही है।
एक लेबनानी अधिकारी ने बताया कि हिजबुल्लाह और अन्य समूहों ने इस अमेरिकी प्रस्ताव को मानने के संकेत दिए हैं। यह कदम युद्ध खत्म करने के लिए अब तक का सबसे गंभीर प्रयास माना जा रहा है। यदि ये वार्ताएँ सफल होती हैं, तो अमोस होचस्टीन बुधवार को इजराइल की यात्रा करेंगे।
प्रस्ताव में क्या है खास?
अमेरिकी प्रस्ताव में 60 दिनों का ट्रांजिशन पीरियड शामिल है, जिसमें इजराइली सेना दक्षिणी लेबनान से हट जाएगी, जबकि लेबनानी सेना सीमा के करीब तैनात होगी। इसके साथ ही, हिजबुल्लाह को अपने भारी हथियारों को लिटानी नदी के उत्तर में ले जाने का निर्देश दिया जाएगा। यह कदम क्षेत्र में स्थिरता लाने का एक प्रयास है।
हालांकि, इजरायली अधिकारियों ने अभी तक इस प्रस्ताव पर कोई औपचारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है। इजराइल का मानना है कि युद्धविराम उसकी शर्तों पर होना चाहिए, जिसमें हिजबुल्लाह के सैन्य ठिकानों का पूर्णतः नष्ट होना शामिल है।