महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 के ताजा रुझान पार्टी और गठबंधनों के लिए अपनी राजनीति तय करने का एक महत्वपूर्ण संकेत हैं। महाराष्ट्र की राजनीति में पिछले कुछ वर्षों में खास बदलाव आए हैं और यह चुनाव उन सभी बदलावों का अहम मील का पत्थर साबित हो रहे हैं। ताजा रुझानों में बीजेपी नीत महायुति गठबंधन बंपर बढ़त बना रहा है और बहुमत की ओर बढ़ता हुआ दिख रहा है। वहीं, महाविकास अघाड़ी (MVA) गठबंधन की हालत न केवल खराब है, बल्कि वह इस बार सत्ता से काफी दूर दिखाई दे रहा है।
महायुति का शानदार प्रदर्शन
महायुति गठबंधन, जिसमें बीजेपी के अलावा एनसीपी (अजित पवार गुट) और शिवसेना (एकनाथ शिंदे गुट) शामिल हैं, ने 200 सीटों का आंकड़ा पार कर लिया है और बहुमत के पास पहुंच चुका है। महाराष्ट्र विधानसभा की कुल 288 सीटों में से महायुति ने अब तक 200 सीटों से अधिक पर बढ़त बनाई है। बीजेपी अकेले 128 सीटों पर लीड कर रही है, जबकि एनसीपी (अजित पवार गुट) और शिवसेना (एकनाथ शिंदे गुट) 36-36 सीटों पर लीड कर रही हैं।
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इसके अलावा, बीजेपी का स्ट्राइक रेट भी काफी शानदार रहा है। स्ट्राइक रेट से मतलब होता है कि पार्टी ने जितनी सीटों पर दावा किया था, उनमें से कितनी सीटों पर वह आगे चल रही है। बीजेपी का स्ट्राइक रेट 84% है, जो इस चुनाव के रुझानों को देखते हुए बहुत ही मजबूत स्थिति को दर्शाता है। शिंदे गुट की शिवसेना का स्ट्राइक रेट 71% और अजित पवार की एनसीपी का 62% है। यह आंकड़े यह साबित करते हैं कि महायुति गठबंधन इस बार चुनावी रणभूमि में पूरी तरह से छा गया है और सत्ता में वापसी कर रहा है।
बीजेपी नेतृत्व वाली महायुति का स्ट्राइक रेट
पार्टी | स्ट्राइक रेट (संभावित) |
---|---|
बीजेपी | 83% |
शिवसेना (एकनाथ शिंदे गुट) | 67% |
एनसीपी (अजित पवार गुट) | 66% |
कांग्रेस नेतृत्व वाली महाविकास आघाडी का स्ट्राइक रेट
पार्टी | स्ट्राइक रेट (संभावित) |
---|---|
कांग्रेस | 18% |
शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) | 21% |
एनसीपी (शरद पवार गुट) | 13% |
उद्धव ठाकरे गुट की नाकामी
वहीं दूसरी तरफ महाविकास अघाड़ी (MVA) गठबंधन की स्थिति काफी खराब है। महाविकास अघाड़ी, जिसमें कांग्रेस, शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) और एनसीपी (शरद पवार गुट) शामिल हैं, को केवल 53 सीटों पर लीड मिल रही है। कांग्रेस ने केवल 19 सीटों पर लीड बनाई है, शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) ने 19 और एनसीपी (शरद पवार गुट) ने सिर्फ 12 सीटों पर बढ़त बनाई है।
महाविकास अघाड़ी का स्ट्राइक रेट भी बहुत निराशाजनक है। कांग्रेस का स्ट्राइक रेट महज 19% है, शिवसेना (उद्धव गुट) का 21% और एनसीपी (शरद पवार गुट) का 12% है। इस तरह से महाविकास अघाड़ी के पास न तो सीटों की संख्या है और न ही उनके स्ट्राइक रेट के आधार पर कोई उम्मीद की जा सकती है कि वे सत्ता में वापसी कर पाएंगे।
मुख्यमंत्री भी बीजेपी से ही होगा
अगर ये रुझान स्थिर रहते हैं, तो यह साफ है कि महाराष्ट्र में बीजेपी न केवल सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर उभरकर आएगी, बल्कि पार्टी का मुख्यमंत्री भी बीजेपी से ही होगा। इसके बारे में सबसे बड़ी चर्चा देवेंद्र फडणवीस के नाम को लेकर हो रही है, जो इस समय महाराष्ट्र में बीजेपी के सबसे बड़े चेहरे माने जाते हैं। पिछले चुनाव में भी फडणवीस को मुख्यमंत्री पद से हटाकर महाविकास अघाड़ी ने सरकार बनाई थी, लेकिन इस बार बीजेपी की बंपर जीत से यह साफ है कि महाराष्ट्र में एक बार फिर से फडणवीस को मुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी मिल सकती है।
गठबंधन/पार्टी | आगे चल रही सीटें |
---|---|
महायुति | 222+ सीटें |
बीजेपी | 126 सीटें |
शिवसेना (एकनाथ शिंदे गुट) | 56 सीटें |
एनसीपी (अजित पवार गुट) | 39 सीटें |
महाविकास अघाड़ी | 49 सीटें |
कांग्रेस | 19 सीटें |
शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) | 18 सीटें |
एनसीपी (शरद पवार गुट) | 12 सीटें |
महाविकास अघाड़ी की हालत खस्ता
महाविकास अघाड़ी का इस बार के चुनाव में प्रदर्शन बहुत ही निराशाजनक रहा है। उन्होंने पहले दावा किया था कि वे महाराष्ट्र में सरकार बनाएंगे, लेकिन अब उनकी स्थिति यह हो गई है कि वे अपनी कड़ी प्रतिस्पर्धा के बावजूद 100 सीटों का आंकड़ा भी नहीं छू पाएंगे। महाविकास अघाड़ी के नेता सत्ता में लौटने की उम्मीद लगाए बैठे थे, लेकिन फिलहाल उनके सभी दावे खोखले साबित होते दिख रहे हैं।
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पार्टी-वार स्ट्राइक रेट और सीटों के आंकड़े यह साबित करते हैं कि महाविकास अघाड़ी अब सत्ता की दौड़ में पूरी तरह से पिछड़ चुका है। कांग्रेस, शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) और एनसीपी (शरद पवार गुट) तीनों की स्ट्राइक रेट भी बहुत कम रही है, जिससे यह साफ हो जाता है कि वे बीजेपी के मुकाबले कहीं नहीं ठहरते।