Why Market is Falling Today, Bank Nifty Share Price

अमेरिकी कनेक्शन से शेयर बाजार हुआ ‘लाल’, Sensex 1190 और Nifty 360 अंक गिरा

शेयर बाजार में पिछले कुछ दिनों से जो हलचल चल रही थी, वह आज और भी बढ़ गई। सुबह तक तो बाजार में हल्की-फुल्की तेजी देखी गई, लेकिन जैसे-जैसे दिन बढ़ा, खासकर दोपहर बाद, IT सेक्टर के शेयरों में बिकवाली का सिलसिला शुरू हुआ और फिर क्या था, दोनों प्रमुख इंडेक्स Sensex और Nifty लाल निशान पर जाकर बंद हुए। Sensex में 1190 अंकों की गिरावट आई तो Nifty भी 360 अंकों तक नीचे आ गया। कुल मिलाकर, बाजार का हाल कुछ ऐसा हुआ जैसे किसी ने शेयरों के बाजार से हवा निकाल दी हो।

अमेरिकी फेड की ब्याज दरों को लेकर असमंजस

अब सवाल ये है कि आखिर इस गिरावट की वजह क्या रही? बाजार के जानकारों की मानें तो इसमें सबसे बड़ा रोल अमेरिकी फेडरल रिजर्व (Fed) द्वारा ब्याज दरों में कटौती को लेकर बने असमंजस ने निभाया। पिछले कुछ समय से यह चर्चा हो रही थी कि अमेरिकी केंद्रीय बैंक ब्याज दरों में कटौती कर सकता है, लेकिन अब तक आए अमेरिकी मुद्रास्फीति के आंकड़े यह संकेत दे रहे हैं कि यह प्रक्रिया उम्मीद से धीमी रहेगी। ऐसे में निवेशकों को यह डर है कि अगर ब्याज दरें कम नहीं होतीं, तो इसका असर शेयर बाजार पर तो पड़ेगा ही, साथ ही IT सेक्टर को भी तगड़ा झटका लग सकता है।

Sensex के 30 में से 29 शेयर ‘लाल’

अब जब बात बाजार की गिरावट की हो रही है, तो Sensex के 30 में से 29 शेयर लाल निशान पर बंद हुए। हां, सही सुना आपने! सिर्फ एक कंपनी का शेयर हरे निशान पर बंद हुआ और वह थी State Bank of India (SBI)। SBI का शेयर 0.59 प्रतिशत तक बढ़ा। बाकी सारे बड़े नाम, जैसे रिलायंस, HDFC Bank, TCS, Infosys, आदि सभी ने नुकसान झेला। अगर देखा जाए तो यह एक दम से उस घड़ी का अहसास कराता है जब आप हिम्मत हार चुके होते हैं और सब कुछ उल्टा ही हो रहा होता है।

Nifty 50 में से सिर्फ 4 शेयरों ने दी राहत

Nifty 50 के 50 शेयरों में से केवल चार ही ऐसे थे, जिनमें बढ़त देखने को मिली। इनमें ADANIENT, Shriram Finance, SBIN और CIPLA शामिल हैं। बाकी सारे शेयरों में गिरावट आई। खासकर IT सेक्टर, जो कभी भारतीय शेयर बाजार का गहना माना जाता था, आज बुरी तरह से ध्वस्त हो गया। Nifty IT इंडेक्स में 2.3 प्रतिशत की गिरावट आई और इसकी वजह से एलटीटीएस, Infosys, Tech Mahindra और HCL Tech के शेयरों में 4 प्रतिशत तक की गिरावट आई।

1.52 लाख करोड़ रुपए की भारी गिरावट

अब तो जो बीएसई (BSE) में सूचीबद्ध कंपनियां हैं, उनका कुल मार्केट कैप भी 1.52 लाख करोड़ रुपए घटकर 442.96 लाख करोड़ रुपए पर पहुंच गया। अगर इसको आसान भाषा में समझें, तो मान लीजिए जैसे किसी का बैंक बैलेंस अचानक से कागजों पर ही कम हो गया हो, लेकिन असल में वो कोई पैसा नहीं गवा रहा, सिर्फ आंकड़े बदल रहे हैं।

अडानी समूह के शेयरों में आश्चर्यजनक उछाल

जहां एक तरफ अधिकांश शेयरों में गिरावट देखने को मिली, वहीं दूसरी तरफ अडानी समूह के शेयरों में उछाल आया। अडानी समूह ने साफ किया कि पिछले हफ्ते जो आरोप अमेरिकी अधिकारियों ने लगाए थे, उनमें उनके प्रमुख अधिकारियों पर किसी तरह का भ्रष्टाचार का आरोप नहीं है। इसके बाद, अडानी के शेयरों में तगड़ी तेजी आई। अडानी एनर्जी सॉल्यूशंस और अडानी टोटल गैस में 9-9% की बढ़त देखने को मिली। अडानी ग्रीन एनर्जी के शेयर भी 8.3% बढ़े। ये शेयर दिन के उच्चतम स्तर पर पहुंच गए। अडानी पावर, अडानी एंटरप्राइजेज, अडानी विल्मर और अडानी पोर्ट्स के शेयर भी 5% तक चढ़े।

किसी को यकीन नहीं हो रहा था कि मंगलवार तक करीब 34 बिलियन डॉलर का नुकसान सहने के बाद, बुधवार को अडानी समूह के शेयरों में 14 बिलियन डॉलर की बढ़ोतरी होगी। अडानी समूह के शेयरों में आई यह तेजी निवेशकों के लिए एक राहत की खबर थी। अब यह सवाल उठता है कि क्या यह उछाल टिक पाएगा या फिर आने वाले समय में यह सिर्फ एक अस्थायी राहत ही साबित होगा?

बाजार में क्या भविष्य है?

शेयर बाजार की ये हालात दिखाती हैं कि अगर अमेरिकी फेड से जुड़े फैसले साफ नहीं होते, तो आने वाले समय में और भी उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है। हालांकि, अडानी समूह के शेयरों में आई तेजी ने इस गिरावट के बीच कुछ उम्मीद की किरण जरूर दिखाई है। अब देखना यह होगा कि क्या IT सेक्टर फिर से उबर पाता है, या फिर अडानी समूह का जादू अगले कुछ दिनों तक बाजार पर हावी रहेगा।