महाराष्ट्र में हुए विधानसभा चुनाव के परिणामों के बाद अब राज्य में सत्ता की दिशा साफ हो गई है। महायुति गठबंधन में बीजेपी के नेतृत्व में सरकार बनेगी, जिसमें बीजेपी से मुख्यमंत्री होगा और शिवसेना व एनसीपी से एक-एक उपमुख्यमंत्री होंगे। यह महत्वपूर्ण बयान एनसीपी नेता अजित पवार ने पुणे में मीडिया से बातचीत करते हुए दिया। शपथ ग्रहण समारोह 5 दिसंबर को होने की संभावना जताई जा रही है। हालांकि, मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर सस्पेंस बना हुआ है।
महायुति का मजबूत गठबंधन, बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी
महाराष्ट्र में हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में महायुति ने शानदार जीत हासिल की। इस चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) एक बार फिर से सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभर कर सामने आई। बीजेपी ने 149 सीटों में से 132 सीटों पर जीत दर्ज की। वहीं, गठबंधन के अन्य दो दलों, एकनाथ शिंदे की शिवसेना ने 57 और अजित पवार की राकांपा ने 41 सीटों पर जीत दर्ज की। इससे यह साफ हो गया कि महायुति को बहुमत प्राप्त है और अब सत्ता में वापसी हो रही है।
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अजित पवार ने कहा कि महाराष्ट्र में अगला मुख्यमंत्री बीजेपी से होगा और महायुति के दो अन्य घटकों से दो उपमुख्यमंत्री होंगे। इस घोषणा से यह स्पष्ट हो गया है कि बीजेपी मुख्यमंत्री पद अपने पास रखेगी, हालांकि, मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर अभी भी अनिश्चितता बनी हुई है। चुनाव से पहले महायुति के घटक दलों ने बीजेपी से सीएम पद पर दावा किया था, लेकिन अब जब बीजेपी की सीटें अधिक हैं, तो इस पद पर दावेदारी भी बढ़ गई है।
सीएम पद पर देवेंद्र फडणवीस का नाम सबसे आगे
महाराष्ट्र के सियासी गलियारों में मुख्यमंत्री पद के लिए सबसे प्रमुख नाम पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का है। वह पहले भी महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री रह चुके हैं और उनकी पार्टी बीजेपी ने इस चुनाव में शानदार प्रदर्शन किया है। बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का नाम सबसे आगे है, लेकिन अजित पवार के बयान के बाद यह तो स्पष्ट है कि बीजेपी का मुख्यमंत्री ही होगा, लेकिन यह फैसला किसे मिलेगा, इसका औपचारिक ऐलान कुछ दिनों में किया जाएगा।
शिवसेना और एनसीपी के लिए उपमुख्यमंत्री पद
अजित पवार ने महायुति के अन्य घटकों के बारे में भी बात की। उनके मुताबिक, शिवसेना और एनसीपी से एक-एक उपमुख्यमंत्री होंगे, जो महायुति के गठबंधन के तहत अपनी जिम्मेदारियां निभाएंगे। इस तरह से महायुति के भीतर समन्वय बनाए रखने के लिए दोनों सहयोगी दलों को मुख्यमंत्री के साथ ही उपमुख्यमंत्री के पद पर भागीदारी दी जाएगी।
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महाराष्ट्र के विधानसभा चुनाव में महायुति गठबंधन की जीत ने राज्य की राजनीति में एक नया मोड़ लाया है। चुनाव परिणामों के बाद, बीजेपी का सबसे बड़ा नेता होने के नाते पार्टी की ओर से मुख्यमंत्री पद पर नाम की घोषणाओं का सिलसिला जारी है। राजनीतिक दृष्टिकोण से देखे तो अजित पवार ने महायुति सरकार के गठन के लिए काफी स्पष्ट और दृढ़ निर्णय लिया है।
सीएम पद पर किसका होगा दावा?
महाराष्ट्र के राजनीतिक पटल पर अब सभी की निगाहें इस बात पर टिक गई हैं कि मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार कौन होगा। बीजेपी ने चुनावी रणनीति के तहत अपनी ओर से मुख्यमंत्री के चेहरे का खुलासा तो नहीं किया है, लेकिन देवेंद्र फडणवीस के नाम की चर्चाएं तेज हो गई हैं। इससे पहले, महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे मुख्यमंत्री थे, लेकिन बीजेपी के बढ़ते प्रभाव और शिंदे सरकार के अंदरूनी विवादों को देखते हुए अब बीजेपी की ओर से मुख्यमंत्री का उम्मीदवार तय किया जा सकता है।
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अब यह तय हो चुका है कि महाराष्ट्र में महायुति सरकार 5 दिसंबर को शपथ लेगी। यह शपथ ग्रहण समारोह राज्य की राजनीति में एक नई शुरुआत का संकेत होगा, जिसमें नए नेतृत्व के साथ राज्य में शासन की प्रक्रिया शुरू होगी। शपथ ग्रहण समारोह के बाद, राज्य के भविष्य के राजनीतिक और प्रशासनिक फैसलों की दिशा तय होगी।