सुखबीर सिंह बादल

अकाली दल चीफ सुखबीर बादल को मिली सजा, स्वर्ण मंदिर के बाथरूम की सफाई, जूठे बर्तनों की धुलाई और करनी होगी सेवा

श्री अकाल तख्त साहिब की ओर से सुखबीर सिंह बादल को सजा सुना दी गई है। बता दें कि ये सजा राम रहीम को माफी और बेअदबी मामले में सुनाई गई है। सजा के तौर पर सुखबीर सिंह बादल को गले में तख्ती पहननी होगी और इसके साथ ही जूठे बर्तन साफ करने होंगे। वहीं सजा के तौर पर वो लंगर घर में सेवा करेंगे और श्री दरबार साहिब के बाहर गेट पर पहरा देंगे।

सुखबीर सिंह बादल को मिली सजा

बता दें कि सुखबीर सिंह बादल ने राम रहीम को माफी देने की गलती कबूली है। इतना ही नहीं सुखबीर बादल से फखर-ए-कौम सम्मान वापस लिया गया है। दरअसल श्री अकाल तख्त साहिब ने आज यानी सोमवार को जो निर्णय लिया है, उसमें पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल को दिया गया फखरे क़ौम सम्मान वापिस लेने का ऐलान किया गया है।

2011 में श्री अकाल तख्त साहिब ने दिया था सम्मान

बता दें कि श्री अकाल तख्त साहिब ने पूर्व मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल को सम्मान दिया था। आपको बता दें कि फखरे कौम का मतलब ‘Pride of religion’ है। वहीं शिरोमणि अकाली दल अध्यक्ष और पूर्व उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल को और उसके साथियों को श्री अकाल तख्त साहिब ने दोषों को कबूल करने पर सजा (तनख़ाह ) लगाई है।

स्वर्ण मंदिर में देंगे पहरा

सजा के तौर पर अब सुखबीर सिंह बादल और पूर्व सांसद सुखदेव सिंह ढींडसा जिनकी उम्र ज्यादा है, वो स्वर्ण मंदिर के गेट पर एक घंटा व्हील चेयर पर बैठकर पहरा देंगे। इसके अलावा बाकी नेता स्वर्ण मंदिर में बाथरूमों की एक घंटा सफाई करेंगे। जितने भी नेताओं को तनख़ाह लगाई है, वो इसके संबंध तनखाह (सजा) के दौरान गले में तख्ती लटका कर रखेंगे। वहीं सुखबीर बादल और सुखदेव ढींडसा के अलावा बाकी नेता एक घंटा लंगर में जाकर वर्तन धोएंगे। सुखबीर सिंह बादल को और उनके साथियों को श्री अकाल तख्त साहिब ने दोषों को कबूल करने पर तनख़ाह लगाई है। इसके साथ ही कहा गया है कि सभी अकाली दल के बागी और दागी पार्टी की मजबूती के लिए काम करेंगे।

सजा मंजूर

पंजाब के पूर्व मंत्री परमिंदर सिंह ढींढसा ने कहा कि हम श्री अकाल तख्त साहिब के आदेशों का पालन करेंगे। उन्होंने कहा कि जो सजा सुनाई गई है, उसे सिर झुकाकर मानेंगे। ये हमारा कर्तव्य है, हर सिख को श्री अकाल तख्त साहिब के आदेशों को मानना है। इसलिए जो फैसला हुआ है, सेवा लगी हम उसे पूरी करेंगे। वहीं बादल साहब से सम्मान वापस लिए जाने के सवाल पर ढींढसा ने कहा कि उन्होंने सोच विचार करने के बाद ही सारे फैसले लिए हैं। उन्होंने कहा कि मैं उस पर क्या कह सकता हूं। जो किया है, वो अच्छा किया है। इस फैसले से सभी को सीखना चाहिए। उन्होंने कहा कि गलतियां हुई हैं, इसमें कोई दो राय नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि हमें इस बात की खुशी है कि जो मुद्दे हम लेकर आए थे, वो बातें सारी सही हुई हैं। हमने जो बातें कही थीं वो सारी सच हुई हैं।