महाराष्ट्र में गुरुवार को होने वाले शपथ ग्रहण समारोह में सीएम और दो डिप्टी सीएम पदों पर नियुक्ति की औपचारिकता पूरी हो जाएगी। वहीं, गृह मंत्रालय बीजेपी के पास ही रहेगा। यह मंत्रालय काफी अहम माना जाता है, और इसके बीजेपी के पास रहने से पार्टी के मजबूत स्थिति में होने की ओर इशारा करता है। अब देखना यह होगा कि बाकी मंत्रालयों का बंटवारा किस प्रकार होता है और कौन से नेता अहम विभागों की जिम्मेदारी संभालते हैं।
मंत्रिमंडल में किसे मिलेगी अहम जिम्मेदारी?
महाराष्ट्र में सत्ता के बंटवारे को लेकर बुधवार को तीनों दलों में काफी हलचल रही। सरकार में शामिल बीजेपी, शिवसेना और एनसीपी ने मंत्रालयों का बंटवारा पहले ही कर लिया था। हालांकि, गृह मंत्रालय की अहमियत को देखते हुए यह उम्मीद जताई जा रही है कि बीजेपी इस मंत्रालय को अपने पास ही बनाए रखेगी। अब तक के राजनीतिक घटनाक्रम को देखें तो भाजपा का यह कदम राजनीतिक दृष्टिकोण से सही माना जा रहा है, क्योंकि गृह मंत्रालय का होना ही राज्य में प्रशासनिक और राजनीतिक शक्ति को नियंत्रित करने के लिए एक महत्वपूर्ण पहलू है।
डिप्टी सीएम पद को लेकर एकनाथ शिंदे ने ऐसा क्या कहा, जो फडणवीस और पवार लगाने लगे ठहाके!
अब सवाल यह उठता है कि सरकार में किसे क्या मंत्रालय मिलेगा? बुधवार को यह भी साफ हो गया कि देवेंद्र फडणवीस को बीजेपी विधायक दल का नेता चुना गया है और इसके बाद गुरुवार शाम को वह मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेंगे। साथ ही, अजित पवार और एकनाथ शिंदे डिप्टी सीएम के तौर पर शपथ लेंगे। हालांकि मंत्रालयों के बंटवारे के बारे में अभी तक कोई आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है, लेकिन यह तय माना जा रहा है कि दोनों दलों के बीच एक संतुलित तरीके से विभागों का वितरण किया जाएगा।
देवेंद्र फडणवीस को विधायक दल का नेता चुना गया
महाराष्ट्र के राजनीतिक हलकों में बुधवार का दिन खास रहा। इस दिन बीजेपी विधायक दल के नेता के रूप में देवेंद्र फडणवीस का नाम तय कर लिया गया था। साथ ही, उन्हें मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाए जाने की तैयारी भी पूरी हो चुकी थी। दूसरी तरफ, एकनाथ शिंदे और अजित पवार को डिप्टी सीएम के पदों के लिए नामित किया गया। देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि मुख्यमंत्री और डिप्टी सीएम के पद केवल औपचारिकताएं हैं, असल में तीनों नेता मिलकर फैसले लेंगे और भविष्य में भी एकजुट होकर काम करेंगे।
देवेंद्र फडणवीस: तुनकमिजाज नेता एक दशक में कैसे बन गया सियासी ‘मास्टरमाइंड’?
बुधवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया, जिसमें देवेंद्र फडणवीस, अजित पवार और एकनाथ शिंदे तीनों साथ थे। इस दौरान एक मजेदार वाकया हुआ जब अजित पवार ने चुटकी लेते हुए कहा कि “शिंदे का फैसला क्या होगा, इसके लिए आपको इंतजार करना होगा, लेकिन मैं कल शपथ लेने वाला हूं, मैं रुकने वाला नहीं हूं।” इस पर शिंदे ने जवाब देते हुए चुटीले अंदाज में कहा, “दादा को सुबह और शाम दोनों समय शपथ लेने का अनुभव है।” यह सुनकर वहां मौजूद सभी लोग हंस पड़े और माहौल खुशनुमा हो गया।
शिंदे और फडणवीस के रिश्तों में नजर आई गर्मजोशी
मीडिया में आई रिपोर्ट्स के अनुसार, एकनाथ शिंदे का रवैया बुधवार को कुछ बदलता हुआ नजर आया। पहले वे अपनी अलग राह पर थे, लेकिन अब उन्होंने देवेंद्र फडणवीस का खुलकर समर्थन किया है। शिंदे ने कहा कि जैसे पिछली बार फडणवीस ने मुख्यमंत्री पद के लिए उनका समर्थन किया था, वैसे ही वह इस बार फडणवीस का समर्थन कर रहे हैं। यह बयान महाराष्ट्र के राजनीतिक समीकरणों को लेकर बहुत कुछ कहता है। वहीं, फडणवीस ने भी इस समर्थन को खुले दिल से स्वीकार किया और यह कहा कि मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री के पद सिर्फ तकनीकी बातें हैं। असल में, तीनों नेता मिलकर राज्य की सरकार को चलाएंगे और फैसले भी मिलकर लेंगे।