खान सर

पटना में BPSC अभ्यर्थियों के प्रदर्शन के बाद खान सर की बिगड़ी तबीयत, सांस लेने में दिक्कत, अस्पताल में भर्ती

बिहार के फेमस शिक्षक खान सर की तबीयत बिगड़ गई है। जिसके बाद उन्हें आनन-फानन में पटना के प्रभात मेमोरियल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बता दें कि बीते शुक्रवार को पटना में बीपीएससी ऑफिस के बाहर प्रदर्शन कर रहे छात्रों का समर्थन करने खान सर पहुंचे थे। जिसके बाद दिनभर उनके साथ वहां मौजूद थे। जिसके बाद शाम को पुलिस ने उन्हें हिरासत में भी ले लिया था। हालांकि रात में खान सर को छोड़ दिया गया था।

खान सर की तबीयत बिगड़ी

अभी खान सर के सहयोगी सलमान हक के मुताबिक खान सर की तबीयत रात को ही बिगड़ गई थी। क्योंकि उनके गले से आवाज नहीं निकल रही थी और सांस लेने में तकलीफ हो रही थी। जिसके बाद कुछ दवा खाकर वो सो गये थे। लेकिन सुबह जब खान सर उठे तो उनकी हालत बहुत ज्यादा खराब हो गई थी। जिसके बाद उन्हें आनन फानन में अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा था। वे इस वक्त पटना के डॉक्टर प्रभात मेमोरियल अस्पताल में भर्ती हैं, जहां उनका इलाज चल रहा है।

कैसे बिगड़ी खान सर की तबीयत?

जानकारी के मुताबिख डिहाइड्रेशन, थकान और तनाव के कारण उनकी सेहत पर असर पड़ा है, जिससे उनकी तबीयत बिगड़ गई है। उनकी तबीयत बिगड़ने के बाद परिवार और करीबी लोग उन्हें तुरंत अस्पताल लेकर पहुंचे थे। जहां डॉक्टरों ने उन्हें आराम करने की सलाह दी है। खान सर की तबीयत बिगड़ने की सूचना के बाद छात्र उनके जल्द स्वस्थ होने की दुआ कर रहे हैं।

 

बीपीएससी कार्यालय के बाहर प्रदर्शन

बता दें कि पटना में बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) के कार्यालय के पास प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों के एक बड़े समूह को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने बीते शुक्रवार को हल्का लाठीचार्ज किया था। ये अभ्यर्थी 13 दिसंबर को होने वाली बीपीएससी की 70वीं प्रारंभिक परीक्षा के नियमों में परिवर्तन को वापस लेने की मांग कर रहे हैं। हालांकि बीपीएससी ने परीक्षा की प्रक्रिया में किसी भी तरह के बदलाव से इनकार किया है।

छात्रों के सपोर्ट में उतरे थे खान स

पुलिस ने बीते शुक्रवार को बीपीएससी कार्यालय के बाहर छात्रों के साथ सड़क पर उतरकर प्रदर्शन कर रहे खान सर को पुलिस ने हिरासत में लिया था। जिसके बाद उन्हें गर्दनीबाग थाने लेकर जाया गया था। हालांकि डीएसपी अनु कुमारी ने कहा है कि कोचिंग संचालक खान सर स्वयं गर्दनीबाग थाने आकर वहां उपस्थित मजिस्ट्रेट से मिले और छात्रों को समझने का आश्वासन दिया था।