अफगानिस्तान

अफगानिस्तान में आत्मघाती हमला, तालिबानी मंत्री खलील हक्कानी की मौत

अफगानिस्तान में एक बार फिर से हुए बम विस्फोट ने सबको चौंका दिया है। बता दें कि इस बम धमाके में तालिबान के शरणार्थी और पुनर्वास मंत्री खलील हक्कानी की मौत हो गई है। खलील हक्कानी हक्कानी नेटवर्क के एक वरिष्ठ सदस्य थे और तालिबान के आंतरिक मंत्री और वरिष्ठ नेता सिराजुद्दीन हक्कानी के चाचा भी थे।

शरणार्थी और पुनर्वास मंत्री खलील हक्कानी की मौत

स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बुधवार यानी 11 दिसंबर को तालीबानी नेता खलील हक्कानी की बम विस्फोट में मौत हुई है। दरअसल घटना के वक्त वो मस्जिद के अंदर थे, इसी दौरान एक शक्तिशाली बम विस्फोट ने मस्जिद को पूरी तरह से हिलाकर रख दिया है। धमाके के बाद मस्जिद में खलील हक्कानी की मौत की खबरें सामने आई है। हालांकि मस्जिद में हुए विस्फोट में कितने लोगों की मौत हुई है, ये अभी तक सामने नहीं आया है। वहीं दूसरी तरफ तालिबानी सरकार ने भी अभी तक तालीबानी नेता खलील हक्कानी की मौत की पुष्टि नहीं की है। लेकिन खलील हक्कानी अफगानिस्तान में आने वाले शरणार्थियों की समस्या को संभाल रहे थे। बता दें कि खलील हक्कानी की हक्कानी नेटवर्क में काफी महत्वपूर्ण भूमिका थी।

मस्जिद में थे खलील हक्कानी

जानकारी के लिए हक्कानी परिवार तालिबान के सबसे शक्तिशाली गुटों में से एक है। जिसकी जड़ें काबूल, अफगानिस्तान से लेकर पाकिस्तान के भीतर तक फैली हुई है। हालांकि हक्कानी नेटवर्क को एक आतंकवादी संगठन के रूप में पहचाना जाता है। वहीं तालिबान ने अफगानिस्तान के विभिन्न हिस्सों पर अपना प्रभाव जमाया हुआ है। वहीं खलील हक्कानी की बात करें तो खलील हक्कानी के सिर पर संयुक्त राज्य अमेरिका ने 5 मिलियन डॉलर (वर्तमान में करीब 42 करोड़ 41 लाख भारतीय रुपये) का इनाम रखा था।

खलील हक्कानी के मौत से तालिबान को झटका

तालिबान के वरिष्ठ सदस्य और मंत्री खलील हक्कानी की मस्जिद में हुए बम धमाके में मौत से अफगानिस्तान के तालिबान सत्ता को एक बहुत बड़ा झटका लगा है। बता दें कि खलील लंबे समय से तालिबान के लिए एक महत्वपूर्ण सैन्य और राजनीतिक स्तंभ रहा है। वहीं खलील के नेतृत्व में तालिबान ने काफी आगे बढ़ा है। हालांकि तालिबान की ओर से अभी तक खलील हक्कानी की बम विस्फोट में मौत को लेकर कोई पुष्टि नहीं की गई है। लेकिन माना जा रहा है कि इस घटना के बाद तालिबान और हक्कानी परिवार को बड़ा झटका लगा है।