लोकसभा नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी आज यानी 12 दिसंबर को हाथरस दौरे पर गये हैं। जानकारी के मुताबिक हाथरस में वे रेप पीड़िता के परिवार से मुलाकात कर चुके हैं। राहुल गांधी के हाथरस दौरे की वजह से राजनीतिक बयानबाजी भी तेज हो गई है। उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा है कि राहुल गांधी लोगों को भड़काना चाहते हैं।
हाथरस दौरे पर राहुल गांधी
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी गुरुवार की सुबह अचानक से हाथरस दौरे पर निकल गये हैं। बता दें कि राहुल गांधी 2020 में रेप और हत्या की पीड़िता के परिवार वालों से मुलाक़ात करेंगे। वहीं राहुल गांधी के पहुंचने की सूचना के बाद अधिकारी हाथरस के बुलगढ़ी गांव पहुंच रहे हैं। बताया जा रहा है कि राहुल गांधी कोतवाली चंदपा क्षेत्र के गांव बुलगढ़ी में पहुंच चुके हैं, जहां वो पीड़िता के परिवार वालों से मुलाक़ात कर रहे हैं।
रेप मामले में तीन आरोपी हुए थे बरी
बता दें कि हाथरस रेप मामले में तीन आरोपी बरी हुए थे। जिसके बाद पीड़ित परिवार ने राहुल गांधी को पत्र लिखकर न्याय की गुहार लगाई थी। जिसके बाद राहुल आज पीड़िता के परिवार से मिलने जा रहे हैं। राहुल गांधी के हाथरस दौरे पर उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने कहा कि राहुल गांधी निराशा के शिकार हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी उत्तर प्रदेश को लेकर उल्टे पलटे बयान देते रहते हैं। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कहा कि राहुल गांधी उत्तर-प्रदेश को अराजकता और दंगों के आग में झोंकना चाहते हैं।
ब्रजेश पाठक ने राहुल गांधी पर साधा निशाना
डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि उत्तर प्रदेश में औद्योगिक क्रांति हो रही है। उन्होंने कहा कि हाथरस को लेकर राहुल गांधी को कुछ भी पता नहीं है, हाथरस में सीबीआई ने जांच कर ली है। जिसके बाद कानून के तहत मामला अदालत में चल रहा है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी कभी संभल जाना चाहते हैं, कभी अलीगढ़ जाना चाहते हैं। दरअसल राहुल गांधी पूरी तरह से डिरेल्ड हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी प्रदेश के लोगों को भड़काना चाहते हैं, मेरा अनुरोध है कि आप ऐसा न करें।
बिटिया काण्ड में तीन आरोपी हो चुके हैं बरी
गौरतलब है कि 2020 के बहुचर्चित बिटिया कांड में कोर्ट ने एक आरोपी को उम्रकैद की सजा सुनायी थी। दरअसल 2 मार्च 2023 को कोर्ट ने मामले की सुनवाई के बाद तीनों आरोपियों लवकुश, रामू रामकुमार, रवि उर्फ रविंद्र सिंह को बरी कर दिया था। वहीं एक आरोपी संदीप संदीप सिसोदिया को दोषी मानते हुए उम्र कैद की सजा सुनाई थी। वहीं कोर्ट में सुनवाई के बाद आरोपी संदीप सिसोदिया को गैर इरादान हत्या और एससी/एसटी एक्ट में दोषी पाया गया था। हालांकि अभी तक किसी भी आरोपी पर गैंगरेप का आरोप सिद्ध नहीं हुआ है। जिसके बाद पीड़िता के परिवार ने तीन आरोपियों को बड़ी करने के फैसले को हाईकोर्ट में चुनौती देने की बात भी कही है।