Starlink Device Found in Manipur: मणिपुर में 16 दिसंबर को स्पियर कॉर्प के अंतर्गत भारतीय सेना और असम राइफल्स की टुकड़ियों ने खुफिया जानकारी के आधार पर तलाशी अभियान चलाया। इस अभियान में मणिपुर पुलिस ने भी सुरक्षाबलों का साथ दिया। इस दौरान सुरक्षाबलों ने स्नाइपर राइफल, ऑटोमेटिक हथियार, कुछ अन्य हथियार और इंटरनेट डिवाइस बरामद किए है।
हैरान करने वाली बात ये है कि जब्त किए गए कुछ डिवाइसेज में से एक पर स्टारलिंक का लोगो पाया गया है, जिससे ये सवाल उठ रहे हैं कि क्या मणिपुर में उग्रवादी एलन मस्क की स्टारलिंक सेवा का इस्तेमाल कर रहे हैं। हालांकि, इन आरोपों का जवाब देते हुए मस्क ने कहा है कि भारत में स्टारलिंक सैटेलाइट बीम को बंद कर दिया जाता है।
स्टारलिंक का डिवाइस पहुंचा मणिपुर
Acting on specific intelligence, troops of #IndianArmy and #AssamRifles formations under #SpearCorps carried out joint search operations in the hill and valley regions in the districts of Churachandpur, Chandel, Imphal East and Kagpokpi in #Manipur, in close coordination with… pic.twitter.com/kxy7ec5YAE
— SpearCorps.IndianArmy (@Spearcorps) December 16, 2024
मणिपुर के चुराचांदपुर, चंदेल, इंफाल ईस्ट और कागपोकपी जिलों के पहाड़ी और घाटी इलाकों में सुरक्षाबलों ने तलाशी अभियान चलाया। इस दौरान इंफाल ईस्ट जिले के केराओ खुनौ में छापेमारी के दौरान सुरक्षाबलों ने हथियार, गोला-बारूद और कुछ इंटरनेट डिवाइस बरामद किए। भारतीय सेना के स्पियर कोर्प्स ने इन चीजों की तस्वीरें सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर साझा की, जिसके बाद कुछ यूजर्स ने ध्यान में लाया कि इनमें से एक डिवाइस पर स्टारलिंक का लोगो था।
भारत के ऊपर स्टारलिंक सैटेलाइट बीम है: एलन मस्क
एक यूजर ने भारतीय सेना की पोस्ट पर एलन मस्क (Elon Musk) को टैग करते हुए लिखा कि मणिपुर में स्टारलिंक का इस्तेमाल आतंकियों द्वारा किया जा रहा है। उन्होंने मस्क से इस तकनीक के दुरुपयोग को रोकने में मदद करने की अपील की।
एलन मस्क जो सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहते हैं उन्होंने इस पर तुरंत जवाब दिया। उन्होंने लिखा, ‘यह जानकारी गलत है। भारत के ऊपर स्टारलिंक सैटेलाइट बीम को बंद कर दिया जाता है।’
स्टारलिंक नहीं देती भारत में इंटरनेट सेवा
मणिपुर पुलिस ने केराओ खुनौ इलाके से कुछ सामान जब्त किया है, जिसमें एक सैटेलाइट इंटरनेट एंटीना, सैटेलाइट राउटर और करीब 20 मीटर लंबी FTP केबल शामिल हैं। अधिकारियों का कहना है कि स्टारलिंक जैसे उपकरण मिलने के बाद जांच की जा रही है कि ये चीजें संघर्षग्रस्त मणिपुर तक कैसे पहुंचीं। गौर करने वाली बात ये है कि एलन मस्क की कंपनी स्टारलिंक, जो सैटेलाइट के जरिए इंटरनेट सेवा देती है, के पास भारत में काम करने का लाइसेंस ही नहीं है।
मणिपुर में अब तक 250+ लोगों की मौत
पिछले साल मई से मणिपुर में मैतेई और कुकी-जो समुदायों के बीच जातीय हिंसा में 250 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है और हजारों लोग अपने घरों से बेघर हो गए हैं। इस तनावपूर्ण माहौल के बीच स्टारलिंक के इंटरनेट डिवाइस का मिलना कई सवाल खड़े कर रहा है।
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