संसद के मकर द्वार के पास हुई धक्का-मुक्की के मामले में लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के खिलाफ एफआईआर दर्ज हो गई है। यह एफआईआर बीजेपी की शिकायत के बाद दर्ज की गई है। बीजेपी का आरोप है कि राहुल गांधी ने पार्टी के सांसदों से बदसलूकी की और उन्हें चोटें आईं। पुलिस ने धारा 109 (हत्या का प्रयास) हटा दी है, बाकी सभी धाराएं वही हैं, जो शिकायत में दी गई थीं।
बीजेपी का आरोप, राहुल गांधी ने किया शारीरिक हमला
बीजेपी ने आरोप लगाया है कि राहुल गांधी ने सांसदों के साथ धक्का-मुक्की की और इससे दो बीजेपी सांसद, प्रताप चंद्र सारंगी और मुकेश राजपूत घायल हो गए। यह पूरा विवाद तब शुरू हुआ, जब संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर का कथित अपमान किया गया था। इस पर दोनों पक्षों के बीच तकरार हुई, और नारेबाजी के साथ धक्का-मुक्की भी हुई। बीजेपी ने यह भी कहा कि राहुल गांधी ने जानबूझकर यह सब किया, जिससे सांसदों को चोटें आईं।
बीजेपी की शिकायत के बाद एफआईआर
बीजेपी सांसदों, जैसे अनुराग ठाकुर और हेमंग जोशी, ने संसद मार्ग थाने जाकर शिकायत दर्ज कराई। अनुराग ठाकुर ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि इस मामले में कई गंभीर धाराओं में एफआईआर दर्ज करने की मांग की थी, जिसमें हत्या का प्रयास (धारा 109), स्वेच्छा से चोट पहुंचाना (धारा 115), गंभीर चोट पहुंचाना (धारा 117) और आपराधिक धमकी (धारा 351) जैसे आरोप लगाए गए थे।
राहुल गांधी पर महिला सांसद का आरोप
इस बीच राज्यसभा में बीजेपी की महिला सांसद फांगनोन कोन्याक ने भी राहुल गांधी पर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि जब वह प्रदर्शन में शामिल थीं, तो राहुल गांधी उनके पास आए और उनके साथ बुरी तरह से बर्ताव किया। उन्होंने बताया कि राहुल गांधी के चिल्लाने के बाद वह असहज महसूस करने लगीं और उन्हें सभापति से सुरक्षा की मांग करनी पड़ी। फांगनोन ने इस मामले को लेकर सभापति को पत्र भी लिखा है।
कांग्रेस का पलटवार, बीजेपी पर लगे आरोप
कांग्रेस ने बीजेपी के आरोपों को पूरी तरह से नकारा है। कांग्रेस का कहना है कि बीजेपी सांसदों ने पहले उनके अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को धक्का दिया और फिर राहुल गांधी के साथ भी बदसलूकी की। कांग्रेस ने इस घटना की शिकायत पुलिस में दी है, जिसमें पार्टी के कई बड़े नेता, जैसे दिग्विजय सिंह, मुकुल वासनिक और राजीव शुक्ला शामिल थे।
विवाद की असली वजह: अमित शाह का बयान
यह विवाद दरअसल बीजेपी के गृह मंत्री अमित शाह के राज्यसभा में दिए गए बयान से बढ़ा। शाह ने संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर के बारे में कुछ ऐसी बातें कही, जिन्हें कांग्रेस ने उनका अपमान माना। इस बयान के बाद विपक्ष ने बीजेपी को घेरना शुरू कर दिया और आरोप लगाया कि यह डॉ. अंबेडकर के योगदान को नजरअंदाज करने की कोशिश है। बीजेपी ने भी पलटवार करते हुए विपक्ष पर हमला किया।
संसद में तनाव बढ़ा, दोनों पक्षों में जुबानी जंग जारी
संसद के इस पूरे विवाद ने माहौल को और गरमा दिया है। दोनों ही पक्ष एक-दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं और तकरार बढ़ गई है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि इस मामले में पुलिस क्या कार्रवाई करती है और क्या इस पर कोई ठोस निर्णय लिया जाएगा।